ग्वालियर से बेंगलुरु के मध्य नई ट्रेन भोपाल मंडल के शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, बीना, विदिशा व भोपाल स्टेशनों पर रुकेगी। वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक श्री सौरभ कटारिया ने बताया कि गाड़ी संख्या 11086/ 11085 ग्वालियर–बेंगलुरु–ग्वालियर साप्ताहिक एक्सप्रेस का नियमित संचालन प्रत्येक शुक्रवार को ग्वालियर से एवं प्रत्येक रविवार को एसएमवीटी बेंगलुरु से किया जाएगा।
ठहराव:-ग्वालियर जं., शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, बीना जं., विदिशा, भोपाल जं., जुजहरपुर केबिन, बैतूल, नागपुर, सेवाग्राम, चंद्रपुर, बल्हारशाह, सिरपुर कागज़नगर, बेल्लमपल्ली, काजीपेट जं., मौलाली जी केबिन, काचीगुड़ा, महबूबनगर, गडवाल जं., कुरनूल सिटी, ढोन जं., अनंतपुर, धर्मावारम जं., हिंदूपुर, येलहंका जं., एसएमवीटी बेंगलुरु।
गाड़ी संख्या 11086 (ग्वालियर–बेंगलुरु) दिनांक 04 जुलाई 2025 से प्रत्येक शुक्रवार ग्वालियर से 15:00 बजे प्रस्थान करेगी तथा रास्ते में शिवपुरी (16:30), गुना (18:40), अशोक नगर (19:30), बीना (21:05), विदिशा (22:08) होते हुए भोपाल जं. 23:05 बजे पहुँच कर आगे बढ़ेगी। यह ट्रेन तीसरे दिन रविवार को सुबह 07:35 बजे एसएमवीटी बेंगलुरु पहुंचेगी।
गाड़ी संख्या 11085 (बेंगलुरु–ग्वालियर) दिनांक 29 जून 2025 से प्रत्येक रविवार प्रस्थान करेगी। यह ट्रेन 15:50 बजे एसएमवीटी बेंगलुरु से रवाना होकर, तीसरे दिन मंगलवार को 00:00 भोपाल, 00:45 विदिशा, 02:30 बीना, 03:38 अशोक नगर, 05:15 गुना एवं 07:20 शिवपुरी होते हुए 10:25 बजे ग्वालियर जंक्शन पहुंचेगी।
दमोह वाले छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति के स्टापेज को तरस रहे..
मोदी सरकार में लगभग प्रमुख क्षेत्र को नई रेल सेवाओं की सौगात लगातार मिल रही है वही बुंदेलखंड का दमोह सागर रेल खंड रेल सुविधाओं के मामले में एकदम अपेक्षित बना हुआ है। नाम मात्र की ग्रीष्मकालीन स्पेशल ट्रेन भी बंद होने की कगार पर पहुंच गई है। बीना कटनी रेल खंड से सप्ताह में तीन दिन निकलने वाली छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति तथा साप्ताहिक दुर्ग उधमपुर ट्रेन का आज तक दमोह रेलवे स्टेशन पर स्टॉपेज नहीं हो सका है जब यह ट्रेन शहडोल अनूपपुर उमरिया मुड़वारा कटनी सागर जैसे मध्य प्रदेश के स्टेशनों पर बरसों से रुक रही है।
केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल भी नहीं दिला पाए स्टॉपेज,
लगातार 10 साल तक कद्यावर नेता प्रहलाद पटेल दमोह के सांसद रहे हैं पिछली पंचवर्षी में वह केंद्रीय मंत्री भी रहे हैं। उनके समक्ष लगातार उक्त ट्रेनों के दमोह में स्टॉपेज की मांग हर प्रेस कॉन्फ्रेंस में उठाई जाती रही फिर भी उन्होंने कभी भी इन ट्रेनों के दमोह में के प्रति रुचि नहीं ली। उनके उत्तराधिकारी के रूप में दमोह से सांसद चुने गए राहुल सिंह भी रेल सुविधाओं के मामले में उनके नक्शे कदम पर चलते नजर आए हैं। वह भी अपने 1 साल के कार्यकाल में उपरोक्त चरणों का दमोह में स्टॉपेज नहीं करवा पाए। ऐसे में दमोह वालो को भी क्या श्री सिंधिया के पास जाकर अपनी रेल सेवाओं की मांग रखने जाने को मजबूर किया जा रहा है।
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