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आखिर सीता नगर सिंचाई परियोजना के लाभ से 33 गांव को वंचित रखने किसने रची साजिश.. युवा नेता सिद्धार्थ मलैया ने मुख्यमंत्री और कलेक्टर को पत्र लिखकर परियोजना से हटाए गए गांव को फिर से जोड़ने की मांग की..

 सीतानगर परियोजना से अलग किए गए गांवों को पुनः जोड़ा जाने मुख्यमंत्री व कलेक्टर को पत्र

 दमोह सीतानगर सिंचाई परियोजना जहा क्षेत्रवासियों को वरदान साबित होने वाली है वही जल्द ही इसका शुभारंभ करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की दौरा कार्यक्रम की तैयारी चल रही है इस बीच योजना के श्रेय लेने को लेकर भी राजनीति का दौर जारी है। वही  इस योजना के कंप्लीट होने के पहले ही एक बड़ी साजिश के तहत 33 गांव को योजना के लाभ से वंचित किए जाने का षड्यंत्र भी उजागर होने लगा है। आखिर सीता नगर सिंचाई परियोजना के लाभ से 33 गांव को वंचित रखने की साजिश किसके इशारे पर रखी गई है इसका खुलासा तो हम बाद में करेंगे लेकिन फिलहाल इस मुद्दे को लेकर युवा नेता सिद्धार्थ मलैया ने और क्या सामान लिया है। 


सीतानगर परियोजना में मूलभूत परिवर्तन की जांच कर पुनः पूर्ववत करने के संबंध में सिद्धार्थ मलैया ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और कलेक्टर दमोह को पत्र लिख कर सीतानगर सिंचाई परियोजना में जो मूलभूत परिवर्तन कर दमोह तहसील के 33 ग्रामों को पृथक कर दिया गया है उन्हें पुनः परियोजना में सम्मिलित करने, एवं परिवर्तन की निष्पक्ष जांच की मांग की। सिद्धार्थ मलैया ने बताया कि  सीतानगर परियोजना कुल लागत (518.09 करोड ) है। जिसमें दमोह जिले की 16200 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई किया जाना प्रस्तावित है। जिसमें दमोह तहसील के 11400 हेक्टेयर क्षेत्र जिसमें 62 ग्राम एवं पथरिया तहसील की 4800 हेक्टेयर क्षेत्र जिसमें 22 ग्राम सम्मिलित थे।
परन्तु प्राप्त जानकारी अनुसार सीतानगर परियोजना में मूलभूत परिवर्तन कर दमोह तहसील के 33 ग्रामों को परियोजना से पृथक कर दिया गया हैं। मैंने कलेक्टर दमोह को पत्र के माध्यम से यह आग्रह किया है कि पूर्व की प्रशासकीय स्वीकृति के पश्चात परियोजना के मूल उद्देश्य को षड़यंत्र पूर्वक परिवर्तित कर दमोह तहसील की जनता के साथ अन्याय किया गया, इसकी निष्पक्ष जांच की जायें। एवं सीतानगर परियोजना में पूर्व में दमोह तहसील के जो 62 ग्राम सम्मिलित थे और वर्तमान में जो 33 ग्राम पृथक किये गये हैं। पूर्ववत दमोह तहसील के 33 ग्रामों को पुनः जोड़कर कुल 62 ग्रामों को परियोजना में सम्मिलित किया जायें ।

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