सूची जारी होने के पहले ही नामांकन पत्र दाखिल-
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ होते ही सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने 177 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है वहीं कांग्रेस की पहली सूची का इंतजार किया जा रहा है कांग्रेस की सूची जारी होने के पूर्व ही पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता रहे स्वर्गीय रत्नेश सालोमन के बेटे आदित्य ने सैकड़ों समर्थकों और कांग्रेसियों के साथ दमोह जिले के जबेरा क्षेत्र नामांकन दाखिल करके सभी को चौंका दिया है।
दमोह जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट स्थित जिला निर्वाचन कार्यालय में मप्र विधानसभा चुनाव हेतु नामांकन पत्र भरे जाने के पहले ही दिन धूमधाम के साथ कांग्रेस समर्थकों के बीच जोश और उत्साह भरा माहौल देखने को मिला मौका था पूर्व मंत्री स्वर्गी रत्नेश सालोमन के बेटे आदित्य सालोमन द्वारा जबेरा विधानसभा क्षेत्र से अपना नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत करने का।
शुक्रवार को जबेरा विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे सालोमन समर्थक और सैंकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जोशो खरोश के साथ एकत्रित होने के बाद आदित्य सालोमन का नामांकन पत्र दाखिल कराने में अपना उत्साह दिखाया। कांग्रेस के झंडे लहराते हुए ढोल बाजों की धुन पर जिंदाबाद के नारे लगाते हुए आदित्य की अगुवाई में जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर तक पहुंचे।
बाद में आदित्य ने नामांकन अधिकारी के समक्ष पहुंच कर जबेरा विधानसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर अपना नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत किया। जिसे जमा कर लिया गया। हालांकि अभी कांग्रेश के टिकटों की घोषणा नहीं की गई है। ऐसे में श्री सालोमन में जल्दबाजी दिखाते हुए पहले ही दिन समर्थकों की भीड़ जोड़कर अपना नामांकन क्यों दाखिल कर दिया इसको लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है।
प्रताप सिंह की टिकट कटे बिना क्यों भरा नामांकन-
वर्तमान में जबेरा क्षेत्र से कांग्रेस नेता प्रताप सिंह विधायक हैं। कांग्रेस ने अभी प्रत्याशियों की पहली सूची जारी नहीं की है। इसके बावजूद आदित्य का नामांकन दाखिल करना चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जा रहा है कि दमोह से राहुल सिंह को या पथरिया से प्रदुम सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी घोषित किए जाने की दशा में जबेरा से प्रताप सिंह की टिकट कट जाने की संभावना में आदित्य ने यह कदम उठाया है।
कांग्रेस से इन चार नामों को मिल सकती है हरी झंडी-
कांग्रेस के द्वारा अभी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की गई है लेकिन सूत्रों का कहना है कांग्रेस दमोह से राजा पटेरिया, पथरिया से गौरव पटेल, हटा से हरिशंकर चौधरी और जबेरा से प्रताप सिंह को प्रत्याशी घोषित करके जातिगत समीकरणों को मजबूत करना चाहती है। हालांकि भाजपा नेता और वित्त मंत्री जयंत मलैया के खिलाफ पूर्व मंत्री राजा पटेरिया के कमजोर और राहुल सिंह के मजबूत प्रत्याशी होने की संभावना जताई गई है।
नोहटा क्षेत्र के लोकप्रिय नेता रहे हैं रत्नेश सालोमन
आदित्य के पिता रत्नेश सालोमन जबेरा क्षेत्र मैं काफी लोकप्रिय नेता रहे हैं। चार बार विधायक रहे सालोमन दिग्विजय सरकार में दो बार कैबिनेट मंत्री रहे। 80 के दशक में जबलपुर यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति से राजनीति में प्रवेश करते हुए सालोमन ने नोहटा विधानसभा चुनाव जीत कर राजनीति में पदार्पण किया था। उ तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह उनको अपने मंत्रिमंडल में संसदीय सचिव का दर्जा प्रदान किया था।
छग के पूर्व मुख्यमंत्री जोगी के साले थे सालोमन-
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी व राजीव गांधी के खास रहे अजीत जोगी कलेक्टर की नौकरी से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हुए थे। राज्य सभा सांसद से लेकर छत्तीसगढ़ के गठन के बाद प्रथम मुख्यमंत्री बने श्री जोगी का विवाह नोहटा विधायक रहे रत्नेश सालोमन की बहिन से हुआ है। इस तरह श्री सोलोमन रिश्ते में जोगी के साले लगते थे। श्री सालोमन के निधन के बाद हुए उपचुनाव में उनकी बेटी तान्या को कांग्रेस प्रत्याशी बनाया गया था। लेकिन वह मामूली अंतर से चुनाव हार गई थी। इसके बाद 2013 में प्रताप सिंह कांग्रेस टिकट लेकर विधायक चुने गए थे।
छग में बुआ रेणु जोगी को नही दी कांग्रेस ने टिकिट-
इसे संयोग कहा जाए या कुछ और ! आज ही छग में रत्नेश सालोंमन की बहन और आदित्य की बुआ रेणु जोगी ने कांग्रेश से टिकट नहीं मिलने पर जोगी कांग्रेस से कोटा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। आज ही आदित्य ने दमोह के जबेरा क्षेत्र से नामांकन भरा है क्या इनको भी कांग्रेस टिकट नहीं देगी तो यह अपनी बुआ के पद चिन्हों पर चलकर किसी अन्य पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़ेंगे इसको लेकर चर्चाओं का दौर जारी है।
अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया प्रारंभ होते ही सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने 177 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है वहीं कांग्रेस की पहली सूची का इंतजार किया जा रहा है कांग्रेस की सूची जारी होने के पूर्व ही पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता रहे स्वर्गीय रत्नेश सालोमन के बेटे आदित्य ने सैकड़ों समर्थकों और कांग्रेसियों के साथ दमोह जिले के जबेरा क्षेत्र नामांकन दाखिल करके सभी को चौंका दिया है।
दमोह जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट स्थित जिला निर्वाचन कार्यालय में मप्र विधानसभा चुनाव हेतु नामांकन पत्र भरे जाने के पहले ही दिन धूमधाम के साथ कांग्रेस समर्थकों के बीच जोश और उत्साह भरा माहौल देखने को मिला मौका था पूर्व मंत्री स्वर्गी रत्नेश सालोमन के बेटे आदित्य सालोमन द्वारा जबेरा विधानसभा क्षेत्र से अपना नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत करने का।
शुक्रवार को जबेरा विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों से पहुंचे सालोमन समर्थक और सैंकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने जोशो खरोश के साथ एकत्रित होने के बाद आदित्य सालोमन का नामांकन पत्र दाखिल कराने में अपना उत्साह दिखाया। कांग्रेस के झंडे लहराते हुए ढोल बाजों की धुन पर जिंदाबाद के नारे लगाते हुए आदित्य की अगुवाई में जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर तक पहुंचे।
बाद में आदित्य ने नामांकन अधिकारी के समक्ष पहुंच कर जबेरा विधानसभा क्षेत्र के लिए कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर अपना नाम निर्देशन पत्र प्रस्तुत किया। जिसे जमा कर लिया गया। हालांकि अभी कांग्रेश के टिकटों की घोषणा नहीं की गई है। ऐसे में श्री सालोमन में जल्दबाजी दिखाते हुए पहले ही दिन समर्थकों की भीड़ जोड़कर अपना नामांकन क्यों दाखिल कर दिया इसको लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है।
प्रताप सिंह की टिकट कटे बिना क्यों भरा नामांकन-
वर्तमान में जबेरा क्षेत्र से कांग्रेस नेता प्रताप सिंह विधायक हैं। कांग्रेस ने अभी प्रत्याशियों की पहली सूची जारी नहीं की है। इसके बावजूद आदित्य का नामांकन दाखिल करना चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जा रहा है कि दमोह से राहुल सिंह को या पथरिया से प्रदुम सिंह को कांग्रेस प्रत्याशी घोषित किए जाने की दशा में जबेरा से प्रताप सिंह की टिकट कट जाने की संभावना में आदित्य ने यह कदम उठाया है।
कांग्रेस से इन चार नामों को मिल सकती है हरी झंडी-
कांग्रेस के द्वारा अभी अपने प्रत्याशियों की सूची जारी नहीं की गई है लेकिन सूत्रों का कहना है कांग्रेस दमोह से राजा पटेरिया, पथरिया से गौरव पटेल, हटा से हरिशंकर चौधरी और जबेरा से प्रताप सिंह को प्रत्याशी घोषित करके जातिगत समीकरणों को मजबूत करना चाहती है। हालांकि भाजपा नेता और वित्त मंत्री जयंत मलैया के खिलाफ पूर्व मंत्री राजा पटेरिया के कमजोर और राहुल सिंह के मजबूत प्रत्याशी होने की संभावना जताई गई है।
नोहटा क्षेत्र के लोकप्रिय नेता रहे हैं रत्नेश सालोमन
आदित्य के पिता रत्नेश सालोमन जबेरा क्षेत्र मैं काफी लोकप्रिय नेता रहे हैं। चार बार विधायक रहे सालोमन दिग्विजय सरकार में दो बार कैबिनेट मंत्री रहे। 80 के दशक में जबलपुर यूनिवर्सिटी की छात्र राजनीति से राजनीति में प्रवेश करते हुए सालोमन ने नोहटा विधानसभा चुनाव जीत कर राजनीति में पदार्पण किया था। उ तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह उनको अपने मंत्रिमंडल में संसदीय सचिव का दर्जा प्रदान किया था।
छग के पूर्व मुख्यमंत्री जोगी के साले थे सालोमन-
पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी व राजीव गांधी के खास रहे अजीत जोगी कलेक्टर की नौकरी से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हुए थे। राज्य सभा सांसद से लेकर छत्तीसगढ़ के गठन के बाद प्रथम मुख्यमंत्री बने श्री जोगी का विवाह नोहटा विधायक रहे रत्नेश सालोमन की बहिन से हुआ है। इस तरह श्री सोलोमन रिश्ते में जोगी के साले लगते थे। श्री सालोमन के निधन के बाद हुए उपचुनाव में उनकी बेटी तान्या को कांग्रेस प्रत्याशी बनाया गया था। लेकिन वह मामूली अंतर से चुनाव हार गई थी। इसके बाद 2013 में प्रताप सिंह कांग्रेस टिकट लेकर विधायक चुने गए थे।
छग में बुआ रेणु जोगी को नही दी कांग्रेस ने टिकिट-
इसे संयोग कहा जाए या कुछ और ! आज ही छग में रत्नेश सालोंमन की बहन और आदित्य की बुआ रेणु जोगी ने कांग्रेश से टिकट नहीं मिलने पर जोगी कांग्रेस से कोटा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। आज ही आदित्य ने दमोह के जबेरा क्षेत्र से नामांकन भरा है क्या इनको भी कांग्रेस टिकट नहीं देगी तो यह अपनी बुआ के पद चिन्हों पर चलकर किसी अन्य पार्टी के बैनर तले चुनाव लड़ेंगे इसको लेकर चर्चाओं का दौर जारी है।
अटल राजेंद्र जैन की रिपोर्ट
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