अपराध नियंत्रण टॉफिक व्यवस्था की जमीनी पड़ताल
दमोह । मप्र के मुख्यमंत्री श्री मोहन यादव के कानून व्यवस्था को लेकर सख्त तेवरों तथा निर्देश का असर दमोह में भी देखने को मिला है। पुलिस के मैदानी अमले के साथ वरिष्ठ अधिकारियों ने स्वयं सड़क पर घूमकर ट्राफिक व्यवस्था से लेकर पार्किंग की जमीनी हकीकत देखी। राहगीर दुकानदारों से संवाद करते हुए चर्चा के साथ समझाईस भी दी।
पुलिस अधिकारियों को अपने बीच पाकर लोग अपनी समस्याओं को बताने के साथ अपेक्षा जताने से भी नही चुके। एसपी की इस मुहिम से उम्मीद की जा रही है कि आए दिन होने वाली चाकूबाजी उठाईगिरी गुंडागर्दी की घटनाओं के साथ सार्वजनिक स्थलों पर शराबखोरी के हालातों पर अंकुश लगेगा। पुलिस के इस जन अभियान की कहानी जानते है एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी की जुबानी।
पुलिस अधीक्षक ने शनिवार को शहर की मुख्य सड़कों पर स्वयं उतरकर कानून-व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और यातायात व्यवस्था का सघन निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने न केवल विभिन्न चौराहों पर पुलिस तैनाती और गश्त व्यवस्था की समीक्षा की, बल्कि आमजन से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं और सुझाव भी सुने।
अपराध रोकथाम पर फोकस. .एसपी ने शहर के संवेदनशील और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अचानक पहुंचकर पेट्रोलिंग दलों की उपस्थिति, रात्रि गश्त, सीसीटीवी कवरेज और बीट प्रणाली की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों-कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि संदिग्ध व्यक्तियों एवं आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर कड़ी नजर रखी जाए और किसी भी सूचना पर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
एसपी ने थाने और चौकियों के प्रभारी अधिकारियों से हाल के अपराधों, लंबित प्रकरणों और वारंट तामिली की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने निर्देशित किया कि महिलाओं, वरिष्ठ नागरिकों और व्यापारियों की सुरक्षा को प्राथमिकता में रखकर गश्त रूट और समय सारिणी तय की जाए।
यातायात चालान और जागरूकता अभियान ..निरीक्षण के दौरान एसपी ने यातायात पुलिस के साथ मिलकर प्रमुख चौराहों पर वाहन चेकिंग में हिस्सा लिया और बिना हेलमेट, ओवरलोडिंग, बिना सीट बेल्ट, गलत पार्किंग एवं अन्य नियम उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध चालानी कार्रवाई करवाई। उन्होंने चालान की कार्रवाई को केवल दंडात्मक न मानते हुए इसे सड़क सुरक्षा के लिए आवश्यक सुधारात्मक कदम बताया।
एसपी ने दोपहिया वाहन चालकों से कहा कि हेलमेट और चार पहिया चालकों के लिए सीट बेल्ट केवल चालान से बचने के लिए नहीं, बल्कि जीवन की सुरक्षा के लिए अनिवार्य हैं। साथ ही उन्होंने माता-पिता और अभिभावकों से अपील की कि नाबालिग बच्चों को किसी भी स्थिति में वाहन न सौंपें और स्कूल-कॉलेज के समय पर विशेष सावधानी बरतें।
आमजन से सीधा संवाद.. गश्त के दौरान एसपी ने बाजार क्षेत्र, बस स्टैंड, मुख्य चौराहों और आवासीय इलाकों में रुककर स्थानीय नागरिकों, दुकानदारों, ऑटो एवं बस चालकों से सीधे बातचीत की। लोगों ने ट्रैफिक जाम, गलत पार्किंग, कुछ स्थानों पर पर्याप्त रोशनी की कमी जैसी समस्याएं साझा कीं।
एसपी ने मौके पर ही नगर और यातायात पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए और नागरिकों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं के समाधान के लिए ठोस और समयबद्ध कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने लोगों को प्रोत्साहित किया कि वे किसी भी आपराधिक गतिविधि, संदिग्ध वाहन या व्यक्ति की जानकारी तुरंत पुलिस को दें और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने से बचें।
पुलिस–जन सहयोग की अपील.. अपने निरीक्षण और संवाद के अंत में एसपी ने कहा कि अपराध नियंत्रण और दुर्घटना रोकथाम तभी प्रभावी हो सकती है, जब पुलिस और जनता दोनों साझेदारी के भाव से काम करें। उन्होंने स्पष्ट संदेश दिया कि कानून का पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है और पुलिस का उद्देश्य लोगों में भय नहीं, बल्कि विश्वास और सुरक्षा की भावना पैदा करना है।
एसपी ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में शहर और बाहरी क्षेत्रों में ऐसे संयुक्त अभियान नियमित रूप से चलाए जाएंगे, जिनमें अपराधियों पर सख्त कार्रवाई के साथ-साथ आम नागरिकों को कानून, अधिकारों और कर्तव्यों के बारे में जागरूक किया जाएगा।





0 Comments