शिक्षक ने शिक्षक को फाड़ का शिकार होने से बचाया.
दमोह। फर्जी कॉल और ऑनलाइन ठगी की बढ़ती घटनाओं के बीच तेंदूखेड़ा में शास. प्राथमिक शाला निबोरा में कार्यरत शिक्षक कैलाश सिंह गौड ने अपनी सूझबूझ और सतर्कता से एक बड़ी ऑनलाइन ठगी का शिकार होने से स्वयं को बचा लिया। दरअसल शुक्रवार को शिक्षक कैलाश के मोबाइल पर 9109440228 नंबर से आए काल में खुद को साइबर क्राइम ब्रांच भोपाल का अधिकारी बताते हुए धमकाया गया।
मुझसे मोबाइल पर कहा कि आपका एक
अपराध संज्ञान में आया है साइबर क्राइम ब्रांच भोपाल में आपके मोबाइल गूगल
जीमेल अकाउंट के द्वारा गूगल क्रोम ब्राउज़र को बार-बार ओपन किया जा रहा है
उसे पर सेक्स अश्लील भरी वीडियो देखे जा रहे हैं यह भारत सरकार के द्वारा
2016 और 17 में व्हेन कर दिया गया था आप सरकार के नियम का उल्लंघन कर रहे
है आपके मोबाइल के द्वारा आपराधिक मामला है जैसा कि आपको पता है आप एक
सरकारी गवर्नमेंट शिक्षक होने के नाते यह अपराध कर रहे हैं इस अपराध में आप
दोषी पाए गए है 1 साल की सजा और एक लाख रुपए का जुर्माना लग सकता है और
नौकरी के पद से निलंबित किया जा सकता है.. शिक्षक कैलाश सिंह गौड को यह कहते हुए भी धमकाया गया कि इस वीडियों को बीआरसी ग्रुप में भेजी
जा रही है यदि तू इससे बचना चाहत तत्काल एक से डेढ़ लाख रुपए भेज दे
शिक्षक ने कहा कि मेरे द्वारा ऐसा कुछ नहीं किया गया है इसके बाद मैंने
पैसे देने में असमर्थता जाहिर की तो उसने अभ्रद भाषा का प्रयोग करते हुए
कहा कि तेरी नौकरी चली जाएगी चल अच्छा एक काम कर अभी तत्काल में 13000 रुपए
भेज दे इस बात को सुनकर मैं काफी घबरा गया एवं मैंने फोन काट दिया एवं इसी
के साथ मेरे व्हाट्सएप पर व्हाट्सएप नंबर 8962397575 से एक लेटर भेजा
गया इसके बाद उसने व्हाट्सएप पर पैसे जल्दी डालने के लिए कहा..
इसके बाद शिक्षक कैलाश ने सूझबूझ का परिचय देते हुए शासकीय माध्यमिक शाला
बहेरिया मैं पदस्थ शिक्षक ब्रजराज परिहार को सारी घटना बताई जिन्होंने
शिक्षक को कहा कि इस प्रकार की फर्जी कॉल मोबाइल पर आती हैं हमें इससे
बचना है बिल्कुल मत घबराओ और जिस व्यक्ति ने तुम्हें मोबाइल किया है उसका
मोबाइल नंबर एवं व्हाट्सएप नंबर मुझे भेजो इसके बाद परिहार जी के द्वारा
मोबाइल नंबर लगाया गया लेकिन व्यक्ति ने मोबाइल नंबर नहीं उठाया.. हालांकि
मोबाइल पर प्रदीप मिश्रा ब्रांच भोपाल शो हो रहा था इसके बाद मेरे द्वारा
जिस व्हाट्सएप नंबर से लेटर आया था उस पर मेरे द्वारा मैसेज लिखकर भेजा गया
कि किस खाते में पैसा डालना है इसके बाद उसने तत्काल ही मेरे मोबाइल नंबर
पर फोन लगाकर बातचीत की और कहा मुझे बोला कि मैं क्राइम ब्रांच से
इंस्पेक्टर बोल रहा हूं यदि इस शिक्षक को बचाना चाहते हो तो पैसा भेजो मैं
स्कैनर भेज रहा हूं इसके बाद मेरी और उसकी तू तू मैं मैं हो गई उसने फोन रख
दिया..
इस संबंध में थाना प्रभारी नीतेश
जैन ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अज्ञात कॉल या संदिग्ध
संदेश पर बिना पुष्टि किए पैसे न भेजें, और ऐसी किसी भी गतिविधि की सूचना
तुरंत नजदीकी पुलिस थाने या साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर को सूचित करें। विशाल रजक की खबर
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