दमोह शहर में विद्युत चोरी पर बड़ा एक्शन: मीटर shunt और बाइ पास करके बिजली चोरी.. 645 प्रकरण दर्ज, 5 मीटर रीडर बर्खास्त.. इधर जबेरा में स्मार्ट मीटर के विरोध में ज्ञापन प्रदर्शन..
दमोह।
शहर में विद्युत विभाग द्वारा बिजली चोरी के खिलाफ लगातार चलाए जा रहे
अभियान में चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। विभाग की छापामार कार्रवाई
के दौरान 322 मीटरों में शंटिंग एवं बायपास की घटनाएं पकड़ी गईं, वहीं 310
स्थानों पर सर्विस लाइन में कट लगाकर चोरी करने व अन्य अनियमितताएं पाई
गईं। विद्युत चोरी की इन घटनाओं को देखते हुए विभाग
ने कार्यवाही करते हुए अब तक 645 विद्युत अनियमितता के प्रकरण दर्ज
किए हैं। विभाग हर महीने औसतन 100 से 110 अनियमितता प्रकरण बनाए
जा रहे हैं।
साठगांठ कर विधुत अनियमितता कराने वाले मीटर रीडर्स पर बड़ी कार्यवाही ऐसे मीटर रीडर जो उपभोक्ताओं को विधुत अनियमितता में बढावा दे रहे थे को चिन्हित कर विधुत विभाग ने नौकरी से बाहर का रास्ता दिखाया है। विद्युत विभाग ने इस कार्रवाई में बड़ी लापरवाही और साठगांठ करते हुए पाए गए पांच मीटर रीडर्स को बर्खास्त कर दिया है। ये मीटर रीडर उपभोक्ताओं को गलत लाभ पहुंचाने के लिए कम रीडिंग दर्ज कर रहे थे, जिससे उपभोक्ताओं को गर्मियों के महीनों में कम रीडिंग का बिल देकर उन्हें आगे के महीनों में बिल में लाभ मिलता था। विभाग द्वारा लापरवाही करने वाले अमित पटेल, अमान खान, शिवकांत प्यासी , दिलीप कुमार कनौजिया, दीपक उपाध्याय को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया गया है।
स्मार्ट मीटर से आई पारदर्शिता.. विद्युत विभाग द्वारा उपभोक्ताओं की सुविधा और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए स्मार्ट मीटर लगाए जा रहे हैं। विधुत विभाग लगातार बिजली खपत में पारदर्शिता बनाए रखने में कार्यरत है जिनके यहां लंबे समय से खराब मीटर लगा है और रीडिंग खपत सही नहीं आ रही है ऐसे 4400 उपभोक्ताओं के मीटर बदलने की प्रक्रिया प्रगति पर है। विभाग ने जानकारी दी कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ताओं को अब हर 30 दिन में नियमित बिल प्राप्त हो रहा है, जिससे बिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता आई है और बिजली चोरी पर भी अंकुश लगा है।
यदि किसी विधुत उपभोक्ता को
स्मार्ट मीटर की रीडिंग को पुराने मीटर की रीडिंग से चेक कराना होता है तो
चेक मीटर लगाकर रीडिंग का मिलान कराया जाता है अब तक दमोह शहर में 710 चेक
मीटर लगाए जा चुके हैं साथ ही, उपभोक्ताओं की सुविधा
के लिए दमोह शहर में मीटर टेस्टिंग लैब की सुविधा भी उपलब्ध है, जहां वे
स्वयं उपस्थित होकर मीटर की सटीकता की जांच करवा सकते हैं।कार्यपालन
अभियंता श्री एम.एल.साहू ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे बिजली की खपत
को कम करने के लिए एनर्जी एफिशिएंट उपकरणों का उपयोग करें, जिससे न केवल
उनके मासिक बिल कम होंगे, बल्कि ऊर्जा संरक्षण में भी योगदान मिलेगा।
जबेरा में स्मार्ट मीटर के विरोध में नारेबाजी, ज्ञापन..
दमोह जिले के जबेरा नगर में स्मार्ट मीटर के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। लोगों ने विद्युत वितरण कार्यालय पहुंचकर कनिष्ठ अभियंता को ज्ञापन सौंपा और स्मार्ट मीटर हटाने की मांग की। लोगों का कहना है कि उनके बिजली बिल को सुधार किया जाए और उन्हें राहत प्रदान की जाए।
नोहटा और सिग्रामपुर क्षेत्रों में भी लोग स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध कर रहे हैं और उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि स्मार्ट मीटर से बिजली बिल बहुत ज्यादा आ रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद बिजली बिल में अचानक से वृद्धि हुई है। 149 यूनिट से कम खपत होने के बावजूद लोगों को सब्सिडी नहीं मिल रही है।: स्मार्ट मीटर में रीडिंग सही नहीं हो रही है और यह 10 गुना अधिक दर्शा रही है।
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