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नरसिंहगढ़ में करंट से लाइनमैन की मौत मामले में आउट सोर्स कर्मचारियों का गुस्सा फूटा.. मकर संक्रांति पर चार बेटियों तथा एक बेटे के सिर से पिता का साया उठा.. एक करोड़ का मुआवजा तथा अनुकंपा नियुक्ति की मांग..

परिजनों के साथ आउटसोर्स कर्मचारियों का हंगामा..

दमोह के देहात थाना अंतर्गत नरसिंहगढ़ क्षेत्र में बिजली लाइन को ठीक कर रहे लाइनमैन महेश रजक 35 वर्ष की अचानक विद्युत सप्लाई चालू हो जाने से करंट लगने से खंभे पर चिपक कर रविवार शाम मौत हो गई थी। सोमवार को उसका शव पोस्ट मार्टम के लिए जिला मुख्यालय लाया गया। जहां उसके परिजनों का जहां रो रो कर बुरा हाल बना रहा। महेश की चार छोटी-छोटी बेटियों तथा एक बेटा है जिनके सर से पिता का साया छीन गया है।

 वहीं इस घटना से बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारियो में भी जमकर आक्रोश है। उन्होंने  इस मामले में ठेकेदार की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराते हुए जमकर विरोध प्रदर्शन किया। तथा मृतक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी और एक करोड़ रुपए की मुआवजा राशि दिए जाने की मांग की। बाद में बड़ी संख्या में आउटसोर्स कर्मचारी पीड़ित परिजनों के साथ कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे जहां गेट पर देर तक धरना प्रदर्शन चला रहा वहीं पुलिस प्रशासनिक अधिकारी पीड़ित परिजनों को समझाएं आश्वासन देने में लग रहे।
मकर संक्रांति की पूर्व बेला में बेहद दर्दनाक हादसा.. दमोह। मकर संक्रांति के पावन पर्व की पूर्व बेला में दूसरों के घर में रोशनी फ़ैलाने वाले एक लाइनमैन की विद्युत करंट की चपेट में आने से मौत हो जाने से उसके घर में मातम रूपी अंधेरा फैल गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार नरसिंहगढ़ विद्युत सब स्टेशन के अंतर्गत कार्यरत महेश रजक उम्र करीब 40 वर्ष की रविवार शाम बिजली के खंभे पर चढ़कर विद्युत लाइन दुरुस्त करते समय करंट लगने से पोल पर ही तारों से चिपक जाने से प्राण पखेरू उड़ गए। घटना के बाद देर तक लाइनमैन का शव पोल तथा तारो क बीच चिपक कर लटकता रहा। बाद में नरसिंहगढ़ चौकी पुलिस मौके पर पहुंची और शव को नीचे उतरवाया गया। 

लेकिन तब तक अंधेरा हो जाने की वजह से पंचनामा कार्यवाही भी नहीं हो सकी थी। बताया जा रहा है कि आउटसोर्स कर्मचारी लाइनमैन महेश रजक को कंपनी के द्वारा करंट से बचाव हेतु ग्लब्ज सहित अन्य सुरक्षा उपकरण भी मुहैया नहीं कराए गए थे। वही कुछ किसानो की मौजूदगी में जब वह लाइन का सुधार कार्य कर रहा था। इसी दौरान अचानक विद्युत सप्लाई चालू करा दी गई। जिससे उसे करंट का जोरदार झटका लगा और बिजली तारों में ही उलझता हुआ वह चिपक कर उल्टा लटक गया और उसकी वहीं पर मौत हो गई। 

हादसे के बाद मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने बिजली विभाग के अधिकारियों तथा नरसिंहगढ़ चौकी पुलिस को घटना की सूचना दी गई। लेकिन देर तक उसे नीचे उतारने तथा मौके पर किसी भी जिम्मेदार के नहीं पहुंचने से करीब 2 घंटे तक शव ऐसा ही लटकता रहा। बाद में पुलिस के पहुंचने पर शव को नीचे उतरवाया गया। लेकिन अंधेरा हो जाने से पंचनामा कार्यवाही नही हो सकी थी। इधर इस घटना को लेकर ढिक्सर मंडला खेरूआ गांव के लोगों के साथ बिजली विभाग के आउटसोर्स कर्मचारी में जमकर आक्रोश व्याप्त है।

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