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दमोह के मददगारों ने फिर बचाया बड़ा हादसा.. कचौरा फल मंडी में भीषण आग लाखो का नुकसान.. इधर एक माह से गुमशुदा सागर के वृद्ध को सतना दमोह के समाज सेवियों के सार्थक प्रयास से परिजनों से मिलवाया गया..

 कचौरा फल मंडी में भीषण आग लाखो का नुकसान..

 दमोह की फल मंडी में देर रात आग के तांडव ने बीस  से ज्यादा फल दुकानों को जलाकर ख़ाक कर दिया है और इस आगजनी में करीब साठ से सत्तर लाख रूपये के नुकसान का आंकलन अब तक किया गया है / मामला दमोह शहर के बीचों बीच बने कचौरा स्थित फलमंडी का है जहाँ बीती रात करीब तीन बजे अचानक धुंआ निकलना शुर हुआ तो आसपास के लोगों ने दमोह के मददगार टीम को सूचना दी जिसके बाद टीम के सदस्य महेंद्र दुबे ने पुलिस को सूचना की और मौके पर पहुंची पुलिस और मददगार टीम ने देखा तो आग विकराल रूप ले चुकी थी..
 फल मंडी के जिस परिसर में आग लगी वहां प्लास्टिक की कैरेट में फल रखे हुए थे वहीँ पचास से ज्यादा हाथ ठेले भी थे / भीषण आग के बीच सब कुछ जलकर ख़ाक हो गया वहीँ परिसर में रखे करीब तीस से चालीस लाख के फल भी जलकर ख़ाक हुए / मददगारों और फायर ब्रिगेड की टीम ने जान जोखिम में डालकर इस आग पर काबू पाने की कोशिश की। आग की वजह शार्ट सर्किट बताई जा रही है वहीँ जिस वक़्त आग लगी कई विस्फोट की आवाजें भी आई जिससे अनुमान लगाया जा रहा है की फल मंडी परिसर में में पटाखा भी रखे हुए थे..
फायर ब्रिगेड की टीम के साठ मददगारों ने आग पर काबू पाया लेकिन पूरी तरह से आग बुझाने के लिए मशक्क्त जारी है / आपको बता दें की इस फल मंडी से लगी सैकड़ों दुकाने है और ज़रा सी देर में पूरा बाजार आग की चपेट में आ सकता था / पीड़ित दुकानदारों के मुताबिक़ एक एक दुकान का पंद्रह से बीस लाख का नुकसान हुआ है वहीँ सबसे ज्यादा प्रभावित हाथ ठेला में फल का धंधा करने वाले गरीब दुकानदार प्रभावित हुए है जिनके सामने अब रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है / पीड़ित दुकानदारों के मुताबिक वो अपने घरों में आराम से सो रहे थे लेकिन उन्हें टीम दमोह के मददगारों के जरिये सूचना मिली जिसके बाद वो वहां पहुंचे तो चारो तरफ आग ही आग थी और समय रहते टीम पुलिस और फायर ब्रिगेड के जाबांज कर्मचारी सक्रिय नही होते तो बड़ा हादसा हो सकता था, जिसके लिए दुकानदारों ने सभी को धन्यवाद भी दिया है। फिलहाल पुलिस इस आगजनी की वारदात की जाँच कर रही है।
 वृद्ध से मिल परिजनों के चेहरों पर छाई मुस्कान..
दमोह। सतना से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहें वीडियो में जिसमें वृद्ध के लिए दमोह निवासी बताया जा रहा था। वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से दमोह में जिला रैकवार मांझी समाज के सभी साथियों और अन्य समाज के सभी साथियों के पास पहुंचा जिसे  गुमशुदा वृद्ध को परिजनों से मिलाने के लिए सभी ने सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर परिजनों को खोजने का काम में सभी साथियों ने भरपूर सहयोग दिया। लेकिन परिजनों का पता नहीं लग पा रहा था। युवाओं दमोह शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार संपर्क किया लेकिन वृद्ध की पहचान नहीं हो पा रही थी। 
तब दोपहर में वरिष्ठ पत्रकार मनोहर शर्मा  से बात हुई उसके बाद सतना के सामाजिक कार्यकर्ता आशीष सबनानी, आलोक वासनी, प्रिंस तोलवानी, महेश सवनानी से बात हुई तो तत्काल ही सतना से दमोह निवासी युवा साथी गुमशुदा मुन्ना लाल रैकवार को दमोह के बस स्टैंड लेकर पहुंच पूरे दिन हम सभी लोग दमोह में परिजनों को खोजते रहे पर परिजन नहीं मिले। जब मुन्ना लाल रैकवार दमोह आये तो बस स्टैंड पर समाज के संभागीय अध्यक्ष राकेश धुरिया, जिला अध्यक्ष राकेश रैकवार, युवा रैकवार मांझी समाज के प्रदेश अध्यक्ष मोंटी रैकवार दादा मुन्ना रैकवार से मिले..
तब समाज के  संभागीय अध्यक्ष राकेश धुरिया ने देखते ही बताया कि ये तो मुन्ना ऊर्फ लल्लू रैकवार है जो दमोह के मछली विभाग में भृत्य के पद पर पदस्थ था। तब हम लोगों विश्वास हुआ कि वृद्ध दमोह के ही हैं।जो अपना पता मोहन टाकीज़ बता रहा है तो दादा दमोह के ही होंगे लेकिन वृद्ध के परिजनों का पता तब भी नहीं चला इस दौरान हम लोगों ने दादा को दमोह जिला चिकित्सालय में भर्ती करवाया फ़िर सोशल मीडिया पर फोटो अपलोड की तब मेरे छोटे भाई दमोह निवासी डाक्टर अंकुर रैकवार ने बताया कि ये मेरे रिश्तेदार हैं। और सागर के शनिचरी वार्ड के निवासी हैं। तब युवा रैकवार मांझी समाज के प्रदेश अध्यक्ष मोंटी रैकवार ने तत्काल ही परिजनों से बात कर दमोह में वृद्ध मुन्ना रैकवार की रात्रि 12:30 बजे वाट्सएप वीडियो काल के माध्यम से बात करवाई तब और  तब पृष्टि हुई कि ये वृद्ध सागर निवासी मुन्ना लाल रैकवार है। जिसे लोग सागर में लल्लू पहलवान हैं। तब मन को शांति मिली। सागर से परिजन दमोह पहुंचे और वृद्ध को देखकर सभी के चेहरों पर मुस्कान आ गई। सागर दमोह आयें परिजनों ने सतना और दमोह के समाजसेवियों के प्रति आभार व्यक्त किया है। दमोह में वृद्ध को खोजने और मदद करने वालों में युवा रैकवार मांझी समाज के प्रदेश अध्यक्ष मोंटी रैकवार, रैकवार मांझी समाज के संभागीय अध्यक्ष राकेश धुरिया, जिला अध्यक्ष राकेश रैकवार, पैलू रैकवार, प्रहलाद रैकवार, हिमांशु रैकवार, डॉ अंकुर रैकवार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

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