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इंस्टाग्राम पर फ्रेंडशिप में फ्रॉड से सावधान.. दमोह में नाबालिक छात्रा से दोस्ती के बाद ब्लैक मेलिंग महंगी पड़ी.. साइबर सेल की मदद से महिला सेल ने फोटो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने वाले को पकड़ा, कोर्ट ने जेल भेजा..

 इंस्टाग्राम पर फ्रेंडशिप के बाद ब्लैकमेलिंग महंगी पड़ी 

सोशल मीडिया साइट पर फेक आईडी बनाकर नादान बच्चों को प्रेम के जाल में फंसा कर ऑनलाइन फ्रेंडशिप करने के बाद फोटो प्राप्त कर लेने और फिर ब्लैकमेल  किये जाने के मामले महानगरों के बाद अब छोटे नगरों में भी सामने आने लगे हैं। ऐसे अधिकांश मामलों में बदनामी के डर से बच्चे परिजनो कुछ जानकारी देने में डरते हैं जिससे धोखाधड़ी करने वाले इनकी मजबूरी का और भी फायदा उठाने से नहीं चूकते हैं।

 मप्र के दमोह में ऐसा ही एक मामला सामने आने के बाद में साइबर सेल की टीम में त्वरित कार्यवाही करते हुए सोशल मीडिया फ्रेंडशिप के बाद ब्लैकमेलिंग करने वाले युवक को गिरफ्तार करके कार्यवाही करते हुए पीड़ित नाबालिक उनके परिजनों को राहत प्रदान की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार जबलपुर नाका क्षेत्र निवासी एक नाबालिग छात्रा को पथरिया फाटक के उस पार लोको क्षेत्र में रहने वाले बदमाश युवक से इंस्टाग्राम पर अनजाने में फ्रेंडशिप करना उस समय महंगा पड़ गया जब पंकज नाम का युवक उसकी फोटो फोटो को वायरल करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल करने लगा। डरी सहमी छात्रा ने हजार 2000 करके कुछ बार तो उसे रुपए दे दिए लेकिन जब डिमांड बढ़ती गई तो उसने अपने माता पिता को डरते डरते सब सच बता दिया।

 मामले में महिला थाना प्रभारी सुषमा श्रीवास्तव ने बताया कि 4 जुलाई 2023 को नाबालिक बालिका द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई कि इंस्टाग्राम पर मेरी दोस्ती होने पर उसने मेरी फोटो मंगा ली और फोटो वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल कर पैसों की मांग की जा रही थी। चार-पांच बार डर के कारण कभी 1000 तो कभी 2000 रुपए दिए। जब बालिका के पास रुपये नही बचे तो घर मे चोरी करवा कर रुपयों की डिमांड की गई। जिस पर महिला थाने में आरोपी के विरुद्ध 354(घ), 386, 506 ताहि, 67ए आई टी एक्ट 7/8 पाक्सो एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया।

इसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में साइबर सेल की मदद से पुलिस को मागंज वार्ड 5 निवासी आरोपी पंकज रैकवार 23 वर्ष का पता लगाने और उस तक पहुंचने में देर नहीं लगी। 24 घंटे के भीतर आरोपी को  गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय में पेश किए जाने की कार्रवाई की गई है। आरोपी को गिरफ्तार करने में महिला थाना प्रभारी टीआई सुषमा श्रीवास्तव, प्रधान आरक्षक आशीष तिवारी, आरक्षक महिला अभिलाषा रिछारिया, आरक्षक दशरथ और साइबर सेल प्रभारी अमित मिश्रा की टीम में सौरभ टंडन और राकेश अठया की सराहनीय भूमिका रही।

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