परियोजना से खेतों में पानी और घरों में खुशहाली आएगी
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए मैं कोई कसर नहीं छोडूंगा। दूधी सिंचाई परियोजना से किसानों के समृद्धि के द्वार खुलेंगे। लाड़ली बहनों को मजबूर नहीं मजबूत बनाया जा रहा हैं। मेरा बनखेड़ी से पुराना नाता है। मैं बचपन से ही यहाँ आता रहा हूँ। मैने वादा किया था कि दूधी नदी पर बाँध बनाया जाएगा, वह आज पूरा हो रहा है। मुझे बनखेड़ी क्षेत्र का बहुत प्यार मिला है। आज मैं वही कर्जा चुकाने आया हूँ। दूधी नदी पर 2631 करोड़ से बाँध बनेगा, जिससे इस क्षेत्र के खेतों को पानी मिलेगा और किसानों के घर में खुशहाली आएगी। दूधी नदी पर बाँध तो बनेगा ही, डोकरीखेड़ा डेम भी बनाया जाएगा। बनखेडी के दो मुख्य मार्ग भी उच्च गुणवत्ता के बनाएं जाएंगे। क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। पिपरिया बस स्टैंड का भी निर्माण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री
 श्री चौहान ने बनखेड़ी नर्मदापुरम में 2631 करोड़ 74 लाख लागत की दूधी 
सिंचाई परियोजना का भूमि-पूजन किया। परियोजना से एक लाख 36 हजार एकड़ से 
अधिक क्षेत्र में सिंचाई होगी। मुख्यमंत्री श्री 
चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा विकास के कार्य निरंतर किए जा रहे
 हैं। सड़कों का जाल बिछाया गया है। पूर्व में किसानों को साल में एक फसल 
लेना मुश्किल होता था। अब दो ही नहीं तीन फसल ली जा रही हैं। मूंग की तीसरी
 फसल की खरीदी भी सरकार द्वारा की जा रही है। किसानों की समृद्धि के लिए हर
 कदम उठाये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री
 श्री चौहान ने कहा कि बहनों की जिंदगी बनाने का कार्य सरकार द्वारा किया 
जा रहा है। पहले बेटा-बेटी में फर्क किया जाता था। मैंने मुख्यमंत्री बनने 
के बाद लाड़ली लक्ष्मी योजना और कन्या विवाह/निकाह योजना बनाई। लाड़ली बहना
 योजना में प्रति माह एक हजार रूपये बहनों के खाते में पहुँच रहे हैं। आने 
वाले समय में यह राशि तीन हजार रूपये महीने तक हो जाएगी। बहनों के लिए 
सम्पत्ति की रजिस्ट्री में स्टाम्प शुल्क 1% है। पंचायत एवं नगरीय निकाय 
चुनावों में बहनों की हिस्सेदारी बढ़ रही है। बहनों को मजबूर नहीं मजबूत 
बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं स्व-सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को और
 मजबूत किया जाएगा। इससे सामाजिक क्रांति आ रही है। बहन-बेटी इज्जत के साथ 
जिएं, इसका ध्यान रखा जा रहा है। शराब के अहाते बंद कराए गए हैं। जो बहनों 
पर अत्याचार करेंगे, उन दुष्टों को कठोर दंड देंगे। अत्याचारियों के घरों 
पर बुलडोजर चलाए जाएंगे। प्रदेश में दुराचारियों को फाँसी का प्रावधान किया
 गया है।मुख्यमंत्री श्री चौहान नर्मदापुरम जिले के बनखेड़ी में विकास पर्व 
के अंतर्गत दूधी नदी परियोजना के भूमि-पूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री
 श्री चौहान ने कहा कि किसानों के हित में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
 किसान सम्मान निधि की राशि अब 12 हजार की गई है। केंद्र और राज्य सरकार 
द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं से हितग्राही लाभान्वित 
हो रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, 
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना जैसी अनेक हितग्राही मूलक योजनाओं का लाभ 
हितग्राहियों को मिल रहा है। मेधावी विद्यार्थियों के लिए लैपटॉप की राशि 
25 हजार दी गई है। अब विद्यार्थियों को साईकिल की राशि भी अंतरित की जाएगी।
 स्कूल में पहले नंबर पर आने वाले विद्यार्थियों को स्कूटी दी जाएगी। 
मेधावी विद्यार्थी योजना के तहत उच्च शिक्षा की फीस भी सरकार भरेगी। 
बुजुर्गो को तीर्थ-दर्शन योजना में हवाई जहाज से तीर्थ-दर्शन कराया जा रहा 
है। 
सांसद श्री राव उदय प्रताप सिंह ने कहा कि दूधी 
नदी पर बाँध से क्षेत्र में समृद्धि आएगी। इस क्षेत्र के करीब 50-60 गाँवों
 को डोकरीखेड़ा बाँध बनाए जाने से बहुत लाभ होगा। विधायक श्री ठाकुर दास 
नागवंशी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा आज दूधी परियोजना का 
भूमि-पूजन किया गया है। इसके बनने से इस क्षेत्र में समृद्धि आएगी। 
मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा प्रदेश के साथ बनखेड़ी क्षेत्र के विकास के 
लिए भी निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। कार्यक्रम
 में अनेक लाड़ली बहनों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को राखी बाँधी। विभिन्न 
जन-कल्याणकारी योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण किया गया। 
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बहनों को सम्मानित भी किया। सांसद
 श्री राव उदयप्रताप सिंह, विधायक श्री ठाकुर दास नागवंशी, विधायक श्री 
विजयपाल सिंह, श्री दर्शन सिंह चौधरी, श्री माधवदास अग्रवाल, श्री हरिशंकर 
जायसवाल, संपत मूदडा, अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में जन-समुदाय 
उपस्थित था।
 दूधी परियोजना.. नर्मदापुरम
 जिले की बरखेड़ी तहसील के ग्राम धड़ाव पड़ाव के समीप निर्मित होने वाली दूधी 
सिंचाई परियोजना किसानों की समृद्धि का द्वार खोलेगी। दूधी नदी पर 162 मीटर
 लम्बाई एवं 38 मीटर ऊँचाई के बाँध का निर्माण कराया जायेगा। इस निर्मित 
जलाशय से 55,410 हेक्टेयर अर्थात एक लाख 36 हजार 921 एकड़ क्षेत्र में 
सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। परियोजना के निर्माण के लिये मध्यप्रदेश शासन 
नर्मदा घाटी विकास विभाग द्वारा 2631.74 करोड़ रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति 
दी गई है। परियोजना के निर्माण के लिये कोल्हापुर महाराष्ट्र से 1774 करोड़ 
रूपये का अनुबंध हुआ है। इस परियोजना के निर्माण से नर्मदापुरम जिले के 92 
ग्रामों की 30 हजार 410 हेक्टेयर भूमि एवं छिंदवाड़ा जिले के 113 ग्रामों की
 25 हजार हेक्टेयर भूमि क्षेत्रफल में भूमिगत पाइप प्रणाली से 2.50 
हेक्टेयर तक पानी उपलब्ध होगा, जिससे किसानों द्वारा स्प्रिंकलर/ड्रिप लगा 
कर सिंचाई की जा सकेगी। भूमिगत पाइप लाइन प्रणाली बनाये जाने से नहर के 
लिये स्थाई भू-अर्जन नहीं होगा। स्थाई भू-अर्जन बाँध, पम्प हाउस के लिये 
किया जायेगा। इस पद्धति से सिंचाई होने पर किसानों को खेत समतल करने की 
आवश्यकता नहीं होगी। कम पानी में अधिक उपयोगी सिंचाई प्रणाली का लाभ मिल 
सकेगा।
सिंचाई प्रणाली की प्रमुख विशेषताएँ.. परम्परागत
 रूप से खुली नहर प्रणाली में प्रत्येक 40 हेक्टेयर में जल उपलब्ध कराया 
जाता है। यहाँ से किसान को अपने-अपने खेतों तक जल ले जाने की व्यवस्था की 
जाती है। इससे भूमि का समतलीकरण और खेत के अंदर बहाव प्रणाली का निर्माण 
करना होता है। परियोजना की विशेषता यह है कि इसमें भूमिगत पाइप नहर वितरण 
प्रणाली से प्रत्येक 2.5 हेक्टेयर तक के भूमि क्षेत्र पर एक आउटलेट दिया 
जायेगा। इस आउटलेट पर पर्याप्त दबाव से जल मिलेगा। कृषक फव्वारा पद्धति 
(स्प्रिंकलर) अथवा टपक पद्धति (ड्रिप) का उपयोग सिंचाई के लिये कर सकेंगे। 
पिपरिया विधानसभा के अंतर्गत 61 ग्रामों की 21 हजार 139 हेक्टेयर भूमि लागत
 राशि 5739.32 करोड़ है।
आज से आरंभ हो रहा है लाड़ली बहना योजना का पंजीयन.. अब 21 से 23 वर्ष की विवाहित बेटियाँ भी योजना की पात्रता में शामिल
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली बहना योजना में किए गए परिवर्तनों के साथ आज से पुनरू पंजीयन आरंभ हो रहा है। अब 21 से 23 वर्ष की विवाहित बेटियाँ भी योजना में शामिल हो सकेंगी। साथ ही फोर व्हीलर होने पर पात्रता न होने के प्रावधान के अनुसार परिवार में ट्रेक्टर होने के कारण जो बहनें छूटी थींए उन्हें भी योजना में शामिल किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली बहना योजना में किए गए परिवर्तनों के साथ आज से पुनरू पंजीयन आरंभ हो रहा है। अब 21 से 23 वर्ष की विवाहित बेटियाँ भी योजना में शामिल हो सकेंगी। साथ ही फोर व्हीलर होने पर पात्रता न होने के प्रावधान के अनुसार परिवार में ट्रेक्टर होने के कारण जो बहनें छूटी थींए उन्हें भी योजना में शामिल किया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत में यह बात कही।
विकास पर्व : 9 दिनों में प्रदेश में लगभग 15 हजार 175 करोड़ के भूमि-पूजन एवं लोकार्पण.. प्रदेश
 में चलाए जा रहे विकास पर्व के दौरान 24 जुलाई तक लगभग 15 हजार 175 करोड़ 9
 लाख 5 हजार रूपये लागत के विकास एवं निर्माण कार्यों का 
भूमि-पूजन/लोकार्पण किया गया। प्रदेश के सभी जिलों में विकास एवं निर्माण 
कार्यों के लोकार्पण एवं भूमि-पूजन का क्रम जारी है।
प्रदेश
 में विकास पर्व के नौवे दिन 24 जुलाई को कुल 99 करोड़ 6 लाख 51 हजार रूपये 
के विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किया गया। इंदौर 
जिले में 4 करोड़ 71 लाख 32 हजार, रतलाम जिले में 85 लाख 16 हजार, सतना जिले
 में 1 करोड़ 44 लाख, पन्ना जिले में 2 लाख 53 हजार, मुरैना जिले में 5 लाख,
 गुना जिले में 9 करोड़ 19 लाख, खण्डवा जिले में 7 करोड़ 30 लाख 95 हजार, 
रायसेन जिले में 30 लाख 75 हजार, अशोक नगर जिले में 43 लाख, शहडोल जिले में
 24 लाख 90 हजार, मंदसौर जिले में 7 करोड़ 99 लाख 14 हजार, झाबुआ जिले में 
65 करोड़ 40 लाख 26 हजार, कटनी जिले में 13 लाख 50 हजार और उमरिया जिले में 
97 लाख विकास कार्यों के लोकार्पण एवं भूमि-पूजन किये गये।
 प्रधानमंत्री 12 अगस्त को सागर में करेंगे संत रविदास मंदिर का भूमि-पूजन.. मुख्यमंत्री
 श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रसन्नता और आनंद का विषय है कि 
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 12 अगस्त को सागर में संत शिरामणि रविदास 
महाराज के मंदिर निर्माण का भूमि-पूजन करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 
श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पौध-रोपण के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से 
चर्चा में यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संत शिरोमणि 
रविदास जी अद्भुत संत थे। भारतीय संस्कृति और जीवन मूल्यों तथा विशेषकर 
"सियाराम मैं सब जग जानी" के भाव को मानकर संत रविदास ने न केवल भक्ति 
अपितु सेवा का भी एक नया इतिहास रचा। "ऐसा चाहूँ राज मैं जहाँ मिलै सबन को 
अन्न-छोट बड़ो सब सम बसै, रैदास रहै प्रसन्न" और "मन चंगा तो कठौती में 
गंगा", "प्रभुजी तुम चंदन हम पानी-जाकी अंग-अंग बास समानी"- प्रभु जी तुम 
घन बन हम मोरा, जैसे चितवत चंद चकोरा- प्रभु जी तुम दीपक हम बाती-जाकी जोति
 बरै दिन राती" जैसे समरसता के अद्भुत संदेशों और अपने सेवाभाव से संत 
रविदास जी ने ऐसे भाव का सृजन किया जिससे कई राजा-रानी उनके शिष्य बने।
मुख्यमंत्री
 ने कहा कि संत रविदास सामाजिक समरसता के अग्रदूत थे। राज्य सरकार सागर में
 उनका एक भव्य स्मारक बनाने जा रही है। संत रविदास जयंती पर मैंने इस आशय 
की घोषणा की थी, यह घोषणा अब साकार हो रही है। प्रदेश के अलग-अलग पाँच 
स्थानों से आज पाँच यात्राएँ आरंभ हो रही हैं। गाँव की मिट्टी और नदियों का
 जल एकत्रित करते हुए तथा सामाजिक समरसता का संदेश देते हुए यह यात्राएँ 
सागर पहुँचेंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे सिंगरौली से यात्रा 
प्रारंभ करेंगे। सिंगरौली के साथ-साथ ये यात्राएँ धार, श्योपुर, बालाघाट और
 नीमच से भी आरंभ हो रही हैं।





  
0 Comments