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इस वर्ष का पहला दुर्लभ हाईब्रिड सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को.. चंद्रमा से पृथ्‍वी की दूरी तय करती है हाईब्रिड ग्रहण.. भारत में आंशिक ऑस्ट्रेलिया में अधिक असर.. मेष राशि में बनने वाले पंच ग्रही योग में ग्रहण के कारण 6 राशि वालों को विशेष सावधानी की आवश्यकता..

भारत में सूर्य दर्शन तो ऑस्ट्रेलिया में होगा सूर्यग्रहण..

भोपाल/दिल्ली। वर्ष 2023 का पहला सूर्य ग्रहण गुरूवार  20 अप्रैल को होने जा रहा है। आमतौर पर विज्ञान तथा ज्योतिष की भाषा में कहा जाए तो अमावस्या तिथि पर सूर्य तथा चंद्रमा का जब कभी छाया ग्रह राहु या केतु के साथ में संयोग बनता है तो सूर्य ग्रहण पड़ता है। इसी तरह पूर्णिमा तिथि पर जब सूर्य चंद्र आमने-सामने होते हैं तथा इनका राहु केतु के साथ संयोग बनता है तो चंद्र ग्रहण पड़ता है। इस साल का पहला सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को हाइब्रिड ग्रहण रहेगा। दरअसल चंद्रमा से पृथ्‍वी की दूरी ही हाईब्रिड ग्रहण को तय करती है। 

गुरूवार 20 अप्रैल)  जब आप सुबह सबेरे सूर्यदर्शन कर रहे होंगे तब ऑस्ट्रेलिया दुर्लभ हाईब्रिड सोलर इकलिप्‍स के साये में है। हालांकि यह ग्रहण भारत में तो नहीं दिखेगा लेकिन इस ग्रहण को ऑनलाईन जरूर देखा जा सकता है । नेशनल अवार्ड प्राप्‍त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने विद्या विज्ञान कार्यक्रम में बताया कि सूर्यग्रहण के समय पश्चिम ऑस्ट्रेलिया से सूर्य की दूरी 15  करोड 2 लाख्‍ 67 हजार  किमी से कुछ अधिक है वहीं चंद्रमा  3 लाख 75 हजार 934 किमी दूर है।

सूर्य और चंद्रमा की दूरी का अनुपात लगभग 400 है जो कि  सूर्य और चंद्रमा के आकार के अनुपात के बराबर है । इस कारण संकर सूर्यग्रहण की घटना हो रही है ।सारिका घारू ने बताया कि इस सूर्यग्रहण के बाद 5 मई को उपछाया चंद्रग्रहण होगा जो भारत में रहेगा । इस साल अगला सूर्यग्रहण 14 अक्‍टूबर को होगा।

 अगला हाईब्रिड सोलर इकलिप्‍स 15 नबंवर 2031 को होगा लेकिन वह भी भारत में नहीं होगा । भारत में सूर्य ग्रहण का प्रत्‍यक्ष अवलोकन करने के लिये 2 अगस्‍त 2027 तक का इंतजार करना होगा । सारिका घारू@Gharu Sarika

पंच ग्रही योग में ग्रहण के दौरान सावधानी आवश्यक..

ज्योतिष के नजरिए से देखा जाए तो सूर्य तथा चंद्र के साथ राहु केतु का संयोग किसी भी जातक के लिए शुभ फलदाई नहीं माना जाता। इस साल का पहला सूर्य ग्रहण मेष राशि में पढ़ रहा है जो कि सूर्य की उच्च राशि है। वही मेष राशि में सूर्य के अलावा बुध तथा राहु पहले से युति बनाये हुए है। गुरुवार 20 अप्रैल को चंद्रमा भी मेष राशि मे पहुंच रहे हैं। ऐसे में पंच ग्रही योग में इस बार सूर्य ग्रहण का दुर्लभ संयोग बन रहा है। 22 अप्रैल को मेष राशि में गुरु का भी प्रवेश हो रहा है। ऐसे में गुरु प्रभावित धनु तथा मीन राशि बालों को घर परिवार के मामलों में सावधानी बरतते हुए जीवनसाथी की भावनाओं का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि 22 अप्रैल से गुरु राशि परिवर्तन के साथ चांडाल योग बन रहा है ऐसे में गुरु प्रभावित राशि वालों को पुराने मामलों का फल भी भुगतना पड़ सकता है। शुक्र शनि से प्रभावित वृष तुला मकर और कुंभ राशि बालों का भी मानसिक तनाव बढ़ सकता है। शनि की दृष्टि ग्रहण वाली राशि मेष पर होने से इन राशि वालों को भी सतर्कता बरतना चाहिए। 

भारत में भले ही यह ग्रहण नहीं दिख रहा हो लेकिन मेष राशि मे पंच ग्रही योग के कारण इन ग्रहों से संबंधित राशियों पर शुभाशुभ प्रभाव देखने को मिलेगा। ऐसे में मेष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, वृश्चिक राशि वालों को विशेष सावधानी बरतना चाहिए। गुस्से तथा मानसिक तनाव की स्थिति से बचने की कोशिश करना चाहिए। खास तौर पर वाहन आदि चलाने और लेनदेन के दौरान सावधानी तथा पड़ोसियों से विवाद की स्थिति से बचना चाहिए। ग्रहण के असर के चलते पुराने झगड़े विवाद कोर्ट कचहरी के मामले प्रतिकूल फल देने वाले हो सकते हैं। क्योंकि मेष राशि में पढ़ने वाले पंच ग्रही योग के ऊपर शनि की तीसरी और केतु की सातवी दृष्टि पड़ रही है। 

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