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भृत्य के मोबाईल से शिक्षा मंडल के अधिकारियों तक पेपर लीक कांड.. कहीं सैलवाड़ा परीक्षा केंद्र के जिम्मेदारों की आपसी कलह षणयंत्र का नतीजा तो नहीं.. ? हाई स्कूल पेपर लीक मामले में कलेक्टर एसपी पहुँचे सेलवाड़ा स्कूल..

 कलेक्टर एसपी सेलवाड़ा पहुँचे, कठोर कार्यवाही के निर्देश

दमोह। जिले के सैलवाड़ा परीक्षा केंद्र से हाई स्कूल परीक्षा के अंतिम दिन फिजिक्स का प्रश्नपत्र परीक्षा प्रारंभ होने के कुछ देर बाद लीक होकर भृत्य के मोबाईल से माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों के पास भोपाल पहुच गया। जिसके बाद इसकी जानकारी दमोह कलेक्टर को दिए जाने पर कलेक्टर ने एसपी को जानकारी दी ओर फिर साइबर सेल की मदद से पेपर लीक कांड की जांच के साथ दोनों अधिकारी सैलवाड़ा रवाना हुए। मामले में एक भृत्य के मोबाईल का उपयोग करके लीक पेपर सीधे शिक्षा मंडल के अधिकारियों तक भेजे जाने का घटनाक्रम अनेक सवालों को जन्म दे रहा है। वहीं यह भी आशंका जताई जा रही है कि कहीं इस परीक्षा केंद्र के जिम्मेदारों की आपसी तनातनी के चलते छोटे कर्मचारी के कंधे पर बंदूक रखकर निशाना तो नहीं लगाया गया। बहरहाल जांच के दौरान पूरे मामले में दूध का दूध ओर पानी का पानी होने की उम्मीद की जा सकती है। फिलहाल आपकों बताते है इस मामले में कलेक्टर एसपी द्वारा मौके पर पहुचकर क्या कुछ जांच कार्यवाही करते हुए निर्देश दिए गए..

सैलवाड़ा परीक्षा केंद्र से पेपर लीक मामले में कलेक्टर एस कृष्ण चैतन्य ने बताया कि 20 मार्च को हाई स्कूल का फिजिक्स का पेपर था। आज भोपाल से मैसेज मिला था कि प्रात 8.47 बजे फिजिक्स के पेपर के चौथे पेज का इमेज प्राप्त हुआ है जिसको चेक करने के लिए कहा गया। जैसा कि सभी विदित है पूरे पेपर इनकोडेड होते हैं उसमें कोडिंग होती है जिससे बहुत क्लियर पता चलता है कि कौन सी जगह का है। कहां पर वह पेपर दिया गया है और यदि पेपर दिया गया है तो कौन से टाइम में वह हुआ है। यह सभी साइबर सेल के माध्यम से पता चलता है। श्री चैतन्य ने बताया कि तुरंत वे और पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह संबंधित केंद्र पहुंचे और केंद्र की व्यवस्थाएं देखी। थाने से लेकर केंद्र तक पहुंचने का टाइम और केंद्र में जो पेपर आया है वह बांटने का और केंद्र में जो शॉर्टिंग करते हैं उसकी पूरी व्यवस्था देखी है। उसमें एक भृत्य जो शाला विकास निधि से रखा गया था उसके मोबाइल से क्लिप को सेंड करने की बात स्पष्ट हुई है। इमेज को डिलीट किया गया है जिसे पुनः लिया जाएगा और जहां पर भी उन लोगों ने फॉरवर्ड किया होगा आगे की इन्वेस्टिगेशन में उनको ट्रेस कर के नियम अनुसार सभी लोगों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।

 कलेक्टर ने बताया छात्रों की एंट्री प्रात 8.30 बजे तक परीक्षा केंद्र में होती है। यह शरारत या किसी व्यक्ति का बहुत छोटे ग्रुप को अगर लाभान्वित करने की बात भी आती है तो वह करने की स्कोप बनता है। इसमें पेपर पूरी तरह बाहर होकर किसी पूरे मासस्केल में किसी को लाभ नहीं होता है। और जैसे सभी से बोला गया है पूरी व्यवस्था बनाई गई है पेपर लेकर आने तक और पेपर बांटने तक लगातार रेवेन्यू अधिकारी या शिक्षा विभाग के अधिकारी होंगे सभी की देखरेख में यह किया जा रहा है और यदि कहीं पर लापरवाही पाई जाती है तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा जितने भी लोग वहां पर थे जैसे एक भृत्य की बात सामने आई है उसको बर्खास्त किया जा रहा है और जितने भी केंद्र से संबंधित अध्यक्ष उपाध्यक्ष और व्यक्ति हैं उन सभी लोगों के विरुद्ध निलंबन की कार्यवाही की जा रही है। इसमें पुलिस थाने से लेकर केंद्र तक लाकर और वहां पर वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए जिस पटवारी का काम था उनके विरुद्ध भी निलंबन की कार्यवाही कर रहे हैं और जितने भी लोग लापरवाही करने में प्रथम दृष्टया पाए गए हैं सभी लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की जा रही है।
कलेक्टर एसण् कृष्ण चैतन्य ने कहा जैसे कि पहले भी अवगत कराया गया है प्रात 8.30 तक छात्र अपने अपने सेंटर के अंदर पहुंचते हैं। यह जो पेपर की इमेज बाहर आई है वह 8.47 बजे आई है। मुख्य रूप में पाया है कि बहुत सारे लोगों को इससे फायदा नहीं हुआ है। कोई छोटा सा ग्रुप होगा जिसमें कोई कोचिंग सेंटर हो या कुछ और चलाते होंगे उन लोगों को इसके माध्यम से कोई लाभ मिल सकता है वह भी मिलेगा नहीं क्योंकि 8.30 बजे से लगातार हम लोग अंदर ही रहते हैं और पूरी तरह से दृष्टि रखे हुए हैं। यह शरारत के आधार पर या किसी और आधार पर किया जाना मुख्य रूप में हम लोगों ने पाया है। इससे लोगों को कोई फायदा नहीं होगा इससे किसी स्टूडेंट या अन्य व्यक्ति को कोई विशेष रूप से लाभ नहीं होगा लेकिन यह अनावश्यक रूप से किया गया है जितने भी लोग इसमे शामिल है सभी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी पाए गए लोगों पर एफआईआर दर्ज होगी
दमोह पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने बताया इस घटना की जांच के लिए जैसे ही सूचना मिली थाना प्रभारी तेजगढ़ और थाना तेंदूखेड़ा से पुलिस बल भेजा गया साथ में साइबर की टीम को भी रवाना किया गया। पूरी टीम वहां पर जांच कर रही है जो चीजें सामने आई है टीम लगातार जांच कर रही है इसमें जो.जो भी प्राथमिक तौर पर आरोपी पाए जाएंगे उन सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। उन्होंने बताया इसमे प्राथमिक तौर पर छोटू रजक प्रमुख है इसके अलावा जो भी सम्मिलित होंगे सभी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होगी और इन्वेस्टिगेशन में जो लोग सामने आएंगे किसी को इस मामले में बख्शा नहीं जाएगा।

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