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चीफ़ मिनिस्टर्स यूथ इंटर्नशिप योजना 21 तक, प्रत्येक ब्लाक में 15 इंटर्न्स प्रदेश में कुल 4695 युवाओं का होगा चयन.. जिला अस्पताल से मेडिकल कॉलेज रेफर करने निशुल्क एंबुलेंस संजीवनी 108 के लिये कॉल सेंटर में संपर्क करें.. जिला अस्पताल परिसर को स्वच्छ बनाने कायाकल्प अभियान.

 चीफ़ मिनिस्टर्स यूथ इंटर्नशिप योजना 21 दिसंबर तक

 भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा चीफ़ मिनिस्टर्स यूथ इंटर्नशिप योजना () का शिलान्यास प्रत्येक ज़िले में किया जाना है। इस योजना के तहत प्रत्येक विकासखंड में 15 इंटर्न्सप्रदेश भर में कुल 4695 युवाओं चयन होगा, जिनका लक्ष्य प्रत्येक विकासखंड (Block) में मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र के तोर पर ब्लॉक स्तर पर रह कर शासन की योजनाओ का कुशल क्रियान्वन में सहयोग प्रदान करना होगा।


 चीफ़ मिनिस्टर्स यूथ इंटर्नशिप योजना मध्य प्रदेश सरकार की एक फ्लैगशिप इनिशिएटिव है। इस योजना के तहत राज्य के युवाओं को अपना कौशल बढ़ानेप्रोफेशनल वातावरण में कार्य करने और मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र के रूप में प्रदेश के विकास में योगदान देने का अवसर प्रदान होगा। चयनित युवा को महीने की इंटर्नशिप अवधि में प्रति माह 8000 रुपए का स्टाइपेंड प्राप्त होगा। वो युवा जो 19-29 वर्ष की आयु एवं पिछले वर्षों में किसी भी विषय में शासन द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से कम से कम 60 प्रतिशत अंकों से हुए स्नातक/स्नातकोत्तर उत्तीर्ण हो वह पात्र होंगे। आवेदन करने की आखरी तिथि 21 दिसंबर होगीइक्छुक उम्मीदवार  https://services.mp.gov.in/eservice/ पर आवेदन कर सकते है।

इंटर्नशिप पूर्ण होने पश्च्यात अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान (AIGGPA) द्वारा सर्टिफिकेट प्रदान किया जायेगा।


चीफ़ मिनिस्टर्स यूथ इंटर्नशिप योजना मध्य प्रदेश सरकार की एक फ्लैगशिप इनिशिएटिव है। इस योजना के तहत राज्य के युवाओं को अपना कौशल बढ़ानेप्रोफेशनल वातावरण में कार्य करने और मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र के रूप में प्रदेश के विकास में योगदान देने का अवसर प्रदान होगा।


            इस योजनातंर्गत प्रत्येक विकासखंड में 15 इंटर्न्सप्रदेश भर में कुल 4695 युवाओं चयन किया जायेगा। प्रति माह 8000 रुपए का स्टाइपेंड दिया जायेगा। पिछले 2 वर्षों में किसी भी विषय में शासन द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान से कम से कम 60 प्रतिशत अंकों से हुए स्नातक/स्नातकोत्तर उत्तीर्ण 19-29 वर्ष के आयु वर्ग के युवा का चयन किया जायेगा। 6 महीने की इंटर्नशिप अवधि होगी। 7 से 21 दिसंबर 2022 के बीच आवेदन https://services.mp.gov.in/eservice/  दी गई लिंक के माध्यम से किया जा सकेगा।


निशुल्क एंबुलेंस सेवा के लिये कॉल सेंटर में संपर्क करें

दमोह। जिला चिकित्सालय दमोह से गंभीर मरीजों को जबलपुर. सागर मेडिकल कॉलेज उपचार हेतु रेफर करने पर 04 संजीवनी 108 एंबुलेंस वाहन ;निशुल्क के साथ साथ 03 शासकीय वाहन उपलब्ध हैं, जिनके द्वारा मरीजों को तत्काल सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। जिला चिकित्सालय में मरीज को मेडिकल कॉलेज में उपचार हेतु रेफर करने पर परिजनों के द्वारा संजीवनी 108 के लिये कॉल सेंटर में संपर्क कर निरूशुल्क 108 एंबुलेंस प्राप्त की जा रही है। इस आशय की बात मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ अधिकारी डॉ संगीता त्रिवेदी ने कही।

विगत माह में जिला चिकित्सालय में लगभग 1 हजार 200 मरीजों के द्वारा संजीवनी 108 एंबुलेंस के माध्यम मेडिकल कॉलेज जाने हेतु लाभ लिया गया है, आकस्मिक परिस्थिति में एवं 108 एंबुलेंस के समय पर उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में जिला अस्पताल के अकास्मिक चिकित्सा कक्ष में ड्यूटीरत चिकित्सकों के द्वारा शासकीय वाहन तत्काल उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने बताया एंबुलेंस 01 वाहन वर्तमान में पूर्ण रुप से चालू अवस्था में है आवश्यकता होने पर मरीजों को मेडिकल कॉलेज भेजने हेतु स्वास्थ्य शिविरों प्रोटोकॉल ड्यूटी हेतु उपयोग की जा रही है एंबुलेंस को टीन शेड में सुरक्षित खड़ा कराया जा रहा है वाहन चालक के द्वारा एंबुलेंस की साफ.सफाई का ध्यान रखते हुए प्रति सप्ताह धुलाई की जाती है।
एंबुलेंस 02 वाहन वर्तमान में पूर्ण रुप से चालू अवस्था में है एंबुलेंस वाहन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के द्वारा अस्थाई तौर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हिंडोरिया के लिए प्रदाय की गई है किंतु मुख्य खंड चिकित्सा अधिकारी हिंडोरिया के द्वारा अभी तक एंबुलेंस वाहन का अधिपत्य प्राप्त ना करने की वजह से वाहन जिला चिकित्सालय में टीन शेड में सुरक्षित रखा गया हैं। जिला अस्पताल से गंभीर मरीजों को रेफर करने के लिए सरकारी एंबुलेंस की सुविधा सांसद निधि व स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की ओर से मिली एंबुलेंस का उपयोग ओएनजीसी द्वारा दी गई एंबुलेंस का उपयोग मरीजों के हित में किया जा रहा है।


अस्पताल परिसर को स्वच्छ बनाने कायाकल्प अभियान

दमोह। जिला अस्पताल परिसर एवं उसके आसपास के क्षेत्र को कायाकल्प अभियान के तहत साफ एवं स्वच्छ बनाया जा रहा है। इसी के तहत नोडल ऑफीसर आरएमओ डॉ विशाल शुक्ला एवं डॉ मनीष संगतानी ने इस टीम का नेतृत्व करते हुए अस्पताल परिसर के आसपास के दुकानदारों एवं शहर को स्वच्छ बनाए रखने संबंधी सलाह देने अनूठी पहल की है। जिला अस्पताल चौराहे पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। जिसमें स्वच्छता जरूरी क्यों है बीमारियों को रोकने का क्या महत्व है तथा स्वच्छ शहर स्वस्थ दमोह स्वस्थ जिला सहित साफ सफाई के महत्व को सभी के लिए नाट्य मंचन के माध्यम से जानकारी दी गई। 

इस दौरान नीले और हरे डिब्बे में किस तरह का कचरा फेंका जाना है इसकी भी जानकारी नाटिका के माध्यम से दी गई। इसके बाद रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्यों अटल राजेंद्र जैन गणेश अग्रवाल डॉक्टर विकास शुक्ला डॉ मनीष संगतानी सहित अस्पताल के अन्य डॉक्टर एवं स्टाफ के साथ नर्सिंग स्टाफ के द्वारा जिला अस्पताल परिसर के आसपास की दुकानों के दुकानदारों से मिलकर नीले और हरे कचरे के डिब्बों में अलग.अलग कचरा रखने का अनुरोध किया गया। 

साथ ही दुकानों के आगे अतिक्रमण को हटाने तथा एंबुलेंस के लिए निर्बाध रास्ता देने का अनुरोध किया गया। इस अनूठी पहल को सभी दुकानदारों के द्वारा सहर्ष स्वीकार किया गया एवं अभियान के साथ साफ सफाई बनाए रखने का आश्वासन भी दिया। कुल मिलाकर स्वच्छ अस्पताल परिसर और आसपास के क्षेत्र को कचरा विहीन बनाने के लिए यह आयोजन गरिमा पूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।


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