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दीपावली पर देशवासियों को गर्व करने का एक और अवसर मिला.. भारतीय मूल के ऋषि सुनक होंगे ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री.. इधर मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की तपोभूमि चित्रकूट धाम में.. श्री कामदगिरि की परिक्रमा व दीपदान करने उमड़ा जन सैलाब..

भारतीय मूल के ऋषि सुनक होंगे ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री

 जिन अंग्रेजों ने सोने की चिड़िया कहे जाने वाले भारत देश पर दो सौ वर्ष तक राज किया तथा 15 अगस्त 1947 को देश छोड़ने के पूर्व भारत का विभाजन किया उन अंग्रेजों के देश इंग्लैंड यानि ब्रिटेन में यदि कोई भारतीय मूल का व्यक्ति प्रधानमंत्री बने तो निश्चित तौर पर भारतीयों के लिए यह गौरव के क्षण हो सकते हैं। कल विराट कोहली की शानदार पारी की वजह से पाकिस्तान पर 20 विश्व कप क्रिकेट में जीत के साथ दीपावली के पूर्व भारतीय जन मानस को गौरवान्वित होने का मौका मिला था।

सोमवार को कंजर्वेटिव पार्टी के संसदीय दल ने भारतीय मूल के ऋषि सुनक को अपना नेता चुना। उन्हें चुनौती देने वाली पेनी मॉरडॉन्ट ने नाम वापस ले लिया। इसके पहले पूर्व प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भी नाम वापस ले लिया था। सुनक को करीब 200 सांसदों का समर्थन मिला। पेनी के पास यह आंकड़ा 26 ही रहा । सुनक 28 अक्टूबर को प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे। इसके बाद 29 अक्टूबर को कैबिनेट का ऐलान किया जाएगा।

मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की तपोभूमि चित्रकूट में दीपदान करने उमड़ा भक्ति का सैलाब

मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की तपस्थली  चित्रकूट धाम में पांच दिवसीय दीबाली मेले के तीसरे दिन सोमवार को दीपदान करने के लिए भक्ति का सैलाब उमड़ने से पिछले अनेक बरसों की रिकॉर्ड टूटते नजर आए।  सायंकाल दस लाख से अधिक श्रद्धालु जनों ने पहुंचकर दीपदन करके धर्म लाभ अर्जित किया

पिछले 2 वर्षों में कोरोना काल असर होने की वजह से श्रृद्धालुओ की संख्या को सीमित करने के निर्देशों के चलते प्रतिबंधों का असर देखने को मिला था लेकिन इस बार तीर्थ यात्रियों का जन सैलाब उमड़ने से पिछले सारे रिकॉर्ड टूटते नजर आए। सोमवार को सायंकाल धर्म नगरी चित्रकूट में दस लाख से अधिक श्रद्धालु जनों ने पहुंचकर दीपदन करके धर्म लाभ अर्जित किया

चित्रकूट पहुंचे तीर्थ यात्रियों द्वारा पवित्र नदी मंदाकिनी के विभिन्न घाटों पर स्नान दान करते हुए भगवान श्री कामदगिरि की पांच किलो मीटर की परिक्रमा भी की जा रही है। चित्रकूट क्षेत्रांतर सती अनुसुइया, गुप्त गोदावरी, स्फटिक शिला, हनुमान धारा, जानकी कुण्ड सहित परिक्रमा मार्ग में श्रद्धा भक्ति का जनसैलाब  मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु राम के प्रति आज भी लोगों की आस्था को प्रकट कर रहा है।

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