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सागर लोकायुक्त ने 15 हजार की रिश्वत लेते तेन्दूखेड़ा BMO को जबेरा में पकड़ा.. एंबुलेंस संचालक पत्रकार से ली जा रही थी रिश्वत.. दमोह जिले में 3 सप्ताह में चौथी लोकायुक्त कार्यवाही

 सागर लोकायुक्त की टीम ने 3 हफ्ते में चौथी बार दमोह जिले में पहुंचकर कार्यवाही करते हुए एक और रिश्वतखोर को दबोचने के बाद भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्यवाही की है। लोकायुक्त टीम ने आज जबेरा पहुंचकर ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर प्रेमी कोष्ठा को पत्रकार आजम खान से ₹15000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है..

 

 सागर से लोकायुक्त निरीक्षक केपीएस सिंह के नेतृत्व में दमोह जिले के जबेरा पहुंची टीम ने मंगलवार दोपहर डॉ प्रेमी कोष्ठा को आजम खान से 15000 की रिश्वत लेते हुए पकड़ने के बाद कार्रवाई की है दरअसल आजम खान की दो एंबुलेंस कोविड केयर सेंटर में संचालित थी। जिनका ₹400000 भुगतान का बिल पास करने के बदले में रिश्वत की मांग की जा रही थी जिसकी शिकायत 24 जनवरी को आजम खान ने सागर पहुंचकर लोकायुक्त एसपी रामेश्वर यादव से की थी।

जिसके बाद आज पहुंची टीम को देखकर तेंदूखेड़ा बीएमओ कोष्ठा ने रिश्वत की रकम को फेकने में भी देर नही की। लेकिन तब तक उनके हाथों की उंगलियों के निशान रिश्वत के नोटों पर चढ़ चुके थे। वही इसके बाद डॉक्टर द्वारा कार्यवाही का प्रतिकार करने की कोशिश भी की गई लेकिन लोकायुक्त टीम के आगे उनकी एक नहीं चल सकी।

जिले में चौथी, जबेरा क्षेत्र में 3 हफ्ते में तीसरी कार्रवाई

दमोह जिले का जबेरा विधानसभा क्षेत्र रिश्वतखोरी कारवाही के मामले में नए साल में सबसे आगे है। यहां पर 3 सप्ताह में लोकायुक्त 3 ट्रैप कार्यवाही कर चुका है। 7 जनवरी को तेंदूखेड़ा में समिति प्रबंधक को एक किसान से रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया था 21 जनवरी को बनवार उप तहसील के बाबू को रिश्वतपकड़ा गया था वही आज जबेरा में बीएमओ साहब पकड़े गए हैं।

गणतंत्र पर्व के पूर्व कलेक्ट्रेट में पकड़ा गया था रिश्वतखोर

इसके अलावा दमोह कलेक्ट्रेट में 25 जनवरी को आदिम जाति कल्याण विभाग का बाबू भी रिश्वत लेते पकड़ा गया था।इस तरह वर्ष 2020 नए साल के 3 हफ्तों में लोकायुक्त द्वारा दमोह जिले में यह चौथी कार्यवाही की गई है देखना होगा उसके बाद रिश्वतखोरो के हौसले पस्त पड़ते हैं अथवा नहीं..

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