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केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र (सीसीआरटी ) का लोकापर्ण किया.. इधर पथरिया में पंडित माधवराव सप्रे का सार्धशती समारोह मनाया.. आजादी के अमृत महोत्सव तहत पौधरोपण किया..

 सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र लोकार्पित..

दमोह। केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने पुरानी कलेक्टोरेट भवन में शनिवार को सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र (सीसीआरटी ) का लोकापर्ण किया। इस अवसर पर वेयर हाउसिंग एवं लॉजिस्टिक कॉरपोरेशन अध्यक्ष (केबिनेट मंत्री दर्जा) श्री राहुल सिंह, वरिष्ठ निदेशक सीसीआरटी श्री ऋषि कुमार, सीसीआरटी अध्यक्ष डॉ हेमलता एस मोहन, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री प्रीतम सिंह लोधी, जिला पंचायत अध्यक्ष  शिवचरण पटैल, विधायक जबेरा धमेन्द्र सिंह लोधी, हटा विधायक पीएल तंतुवाय आदि की खास मौजूदगी रही। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ। कार्यक्रम पश्चात सीसीआरटी के छात्रवृत्ति धारकों द्वारा सांस्कृतिक प्रदर्शन किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहां कि अपने क्षेत्र का सीसीआरटी देश में सघन स्थान प्राप्त करेगा, सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण यह इस संस्था का काम है, इसका उद्देश्य कि हमारे आने वाली पीढ़ी खुशी, सुसभ्य, सार्थक और गुणवान हो, शुरु से ही मन में एक जिज्ञासा आती है, क्या इस लक्ष्य को प्राप्त करने में हम कुछ आगे बढ़ सके। हमारी यह जिम्मेदारी है, हम बच्चों को प्रशिक्षण देकर उन्हें आगे बढ़ा सकते हैं। दमोह इस बात को डिजर्ब करता है, यह उनका अधिकार है, किसी एक जिले में इतनी बड़ी मात्रा में साहित्यकार लेखक हैं, देश में दूसरे नंबर के सबसे पुराने गुरु पूर्णिमा की परंपरा इस जिले के यदि आप एक दृष्टि से देखेंगे तो दमोह श्रेष्ठ हैं। 

केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री पटैल ने कहा सांस्कृतिक स्त्रोत एवं प्रशिक्षण केन्द्र (सीसीआरटी ) की अनुमति इसलिए दी थी कि वह मानते थे कि वे उनका अभिमान सीसीआरटी ही है, मुझे लगता है कि मैंने कोई कोशिश तो की, मैं जानता था कि दमोह की सांस्कृतिक विरासत को बचा पाने के लिए छोटा सा प्रयास था। श्री पटैल ने कहा ईश्वर ने मौका दिया है। उन्होंने कहा प्रबुद्धजन, राजनीतिक नेता सामाजिक क्षेत्र में काम करें। आप इस क्षेत्र को नज रअंदाज मत करिए, आपको जीवन इसी में है, आगे आने वाली पीढ़ी को हम संस्कार स्थानांतरित कर पाए, तो भी यह बहुत बड़ी बात है। उन्होंने कहा 10 से 14 साल के बच्चे संस्कृति के किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं, इस आयु वर्ग में कोई मिलता है, तो यह सीसीआरटी 20 साल तक लगातार उनके संरक्षण का कार्य करेगी।

इस अवसर पर श्री पटैल ने विविधता में एकता वृत्त चित्र फिल्म धरोहर-पेना मणिपुर सीडी एवं सीकर, सूर्यदेहा का सूरत और सूरत के हीरे और चम्पावत नामक पुस्तकों का लोकापर्ण किया।  सीसीआरटी अध्यक्ष डॉ हेमलता एस मोहन ने कहा संस्कृति मंत्रालय के तत्वाधान में कार्यक्रम पिछले 42 वर्षों से कार्यरत है, सीसीआरटी बच्चों में संख्यात्मक, भावात्मक, आध्यात्मिक, समग्र शिक्षा के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा सीसीआरटी का मुख्यालय दिल्ली में है, पश्चिम में उदयपुर में एक रीजनल ऑफिस है, उत्तर पूर्व में गुवाहाटी और दक्षिण हैदराबाद में और आज यहा दमोह में चैथा रीजनल सेंटर खुल रहा है। उन्होंने कहा सीसीआरटी देशभर के सभी शिक्षकों के लिए सांस्कृतिक पाठ्यक्रम तैयार करती है, जो संस्कृति व शिक्षा को एक साथ जोड़ती है। 

वरिष्ठ निदेशक सीसीआरटी ऋषि कुमार ने कहा कई आध्यात्मिक लोगों को सीसीआरटी से पहले ही संस्कृति के क्षेत्र में प्रशिक्षण दिया है, साथ ही साथ दमोह के कई प्रतिभाशाली बच्चों को छात्रवृत्ति भी दी गई, आज उनमें से कुछ बच्चे इस कार्यक्रम में मौजूद थे। उन्होंने कहा आज मंत्री जी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से सीसीआरटी 42 वर्षों से समृद्ध है, पहली बार हमने चैथे क्षेत्रीय केन्द्र को एक गांव देहात आदिवासी जनजाति का क्षेत्र मे ऑफिस खुल रहा है, अभी तक हमारे क्षेत्रीय केंद्र हैदराबाद, उदयपुर, गुवाहाटी थे, यह मेरा सौभाग्य है मंत्री जी की प्रेरणा से उनके मार्गदर्शन से चैथा केन्द्र आज सीसीआरटी दमोह में आजादी के अमृत महोत्सव में कदम रख रहा है।

माधवराव सप्रे का सार्धशती समारोह संपन्न..

दमोह। केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटैल के आतिथ्य में पथरिया में आजादी का अमृत महोत्सव संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के तत्वाधान में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र नई दिल्ली द्वारा आयोजित किया गया। पंडित माधवराव सप्रे 150 वां सार्धशती दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रो. विजय शंकर शुक्ल, निदेशक क्षेत्रीय केन्द्र वाराणसी, सीसीआरटी अध्यक्ष डॉ हेमलता एस मोहन, आर्चाय विजय श्रीधर, राजेश बादल, श्याम सुंदर दुबे, सहायक आचार्य डॉ अभिजीत दीक्षित आदि मंचासीन रहे। 

इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री श्री पटेल ने कहां कि  कठिन परिस्थितियों में माधवराव सप्रे जी ने अपनी जीवन यात्रा पूरी की है, उनकी फिल्म हम सबके दिमाग में चलाने वाले और जीवन गाथा को अमृत प्रदान करने वाले मेरे बड़े भाई पदम विद्याधर तुलसी जी यहां पधारे उनका हृदय से स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा देश के दूसरे नंबर की गुरु परंपरा सबसे लंबी परंपरा बकायन परंपरा है, मृदंगम के टॉप 10 लोगों में प्रथम नंबर पर नाम नाना साहब पांसे जी का लिया जाता है, वह भी संत सेनानी थे।     

 श्री पटैल ने कहा इन पूरे 2 बर्षों मे महात्मा गाँधी जी की जंयती से लेकर नेताजी की 125 वी जंयती, महर्षि अरविंद जी की 150 वी जंयती, राजा राममोहन राय की 250 वी जंयती, गुरू तेग बहादुर की 400 वी जंयती और आजादी का अमृत महोत्सव इन सबके लिए प्रधानमंत्री जी का हृदय से धन्यवाद ज्ञापित करता हूं। उन्होंने कहा 1923 में अभिनंदन के लिए खादी पद उनको अभिनंदन पत्र भेंट किये गये थे। दो साल बाद किसी चैराहे पर पूजन कराकर जब 18 मार्च 2023 होगा तब संस्कारधानी और दमोह नगर के हर घर में राष्ट्रीय ध्वज फेराए तो झंडा सत्याग्रह की सच्ची श्रंद्धाजली होगी। 

उन्होंने कहा 300 साल के पहले का इतिहास आपके पास हैं, रमन मिस्त्री जी के काव्य हैं, 1842 की क्रांति की शुरूआत करने वाला दमोह, ठाकुर शहीद यशवंत जी काकोरी कांड इस दमोह की धरती पर पैदा हुये। उन्होंने कहा सप्रे जी का पूरा जीवन त्याग और तपस्या में बीता सप्रे जी ने इतना दिया कि लेने वाला यह बखान नही कर पाया कि हमें कितना मिला। उन्होंने कहा आजादी के 75 महोत्सव नही होता तो हम इतनी बारीकी से इन विभूतियों को नही टटोल पाते, जिनका समर्पण जरूरत से ज्यादा था, ऐसे आंदोलन कारी और आंदोलन ढूढकर देश के सामने लाना चाहिए, लोग उनसे प्रेरणा प्राप्त करेगें कि सब कुछ यश के लिए नही होता। उन्होंने कहा जिन आंदोलनों के केन्द्र बिंदू हम हैं, इस बात पर हमें गर्व होना चाहिए।

पद्म श्री आचार्य विजय श्रीधर ने कहा यहां पंडित माधव राव सप्रे जी ने जन्म लिया, यदपि उनका रिश्ता बचपन में ही इस माटी से छूट गया था, लेकिन यह बुंदेलखंड है, इसके हवा पानी माटी में अपनत्व का तत्व है। उन्होंने कहा भारत सरकार के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का विशेष रूप से धन्यवाद देता हूँ कि भारत की आजादी के 75 वर्ष 2022 में पूरे हो रहे हैं, आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जाना है। सीसीआरटी अध्यक्ष डॉ हेमलता एस मोहन ने कहा अमृत महोत्सव में कितना आप ग्रहण करेंगे और हम सरोबार होंगे, वह किसी को नहीं पता, लेकिन आज यहां आकर इस मंच पर बैठकर मैं अपने आप को बहुत समृद्ध महसूस कर रही हूं। उन्होंने कहा बहुत कुछ इस पवित्र भूमि से लेकर जा रही हूं, यहां बहुत कुछ है, जो हम कर सकते हैं। 


 वरिष्ठ पत्रकार राजेश बादल ने कहा प्रकृति में हर चीज में कालखण्ड के हिसाब से बदलाव आता हैं, भारत के इतिहास मे 1947 मे हमने आजादी पाई, 1947 की पहले की प्राथमिकताए थी, वह उस दौर की पत्रकारिता की प्राथमिकताए थी, माखनलाल जी, भावानी प्रसाद मिश्र, गोविन्ददास जी की पत्रकारिता तीनो ही सप्रे जी के शिष्य थे, उनकी पत्रकारिता आज भी प्रासंगिक हैं। आचार्य श्याम सुंदर दुबे ने बड़े विस्तार से अपने संस्मरण प्रस्तुत किये। उनकी प्रस्तुतीकरण कुछ इस तरह से था मानो आजादी के इस अमृत महोत्सव में पंडित माधवराव सप्रे साक्षात मौजूद हो। उन्होंने सप्रे जी के जीवन दर्शन पर विस्तार से अपनी बात रखी, इस दौरान श्री दुबे ने सप्रेजी के जीवन के अनछुए बिंदुओ पर भी बात रखी। 

 इस मौके पर पूर्व सांसद लक्ष्मी नारायण यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटैल, विधायक धर्मेन्द्र सिंह लोधी, विधायक पीएल तंतवाय, भाजपा जिला अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी, सांसद प्रतिनिधि डाँ आलोक गोस्वामी व नरेन्द्र बजाज, रूपेश सेन, पूर्व अध्यक्ष जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक राजेन्द्र गुरू सहित साहित्यकार-लेखकगण, पुलिस-प्रशासन के अधिकारी सहित गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।

आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में पौधरोपण 

दमोह।  केन्द्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री श्री प्रहलाद पटैल ने पथरिया में आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होने के उपरांत परिसर में बरगद के पौधे का रोपण किया। इस मौके पर उन्होंने कहा दमोह में वैक्सीनेशन की क्रमबद्ध योजना तैयार की गई है, मध्यप्रदेश सरकार ने 21 जून योग दिवस से महावैक्सीनेशन अभियान की शुरूआत कर रही हैं, हम सबकी जिम्मेदारी हैं कि हम उत्साह पूर्वक वैक्सीनेशन की तरफ आगे बढ़े, इस महामारी से बचने का एक मात्र रास्ता हैं, वह वैक्सीन ही है। केंद्रीय राज्यमंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने कहा हर हाल मे 18 साल से ज्यादा की आयु के लोगो पर वैक्सीनेशन पर ध्यान केन्द्रित करें। प्रधानमंत्री जी का संकल्प और मंतव्य है कि दिसम्बर तक 18 वर्ष की आयु के प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीनेशन हो जायेगा इस संकल्प को पूरा करने में मददगार बने।

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