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लाक डाउन में हटा शहर के बाहर सब्जी मंडी शिफ्ट होने पर नहीं पहुचे खरीददार.. हताश किसान तथा सब्जी बिक्रेताओं ने मंडी गेट पर टमाटर फेंक कर जताया विरोध.. सड़क पर पड़े टमाटरों को उठाकर जरूरतमंदों ने अपनी आवश्यकता पूरी की..

 मंडी गेट पर एक ट्रक टमाटर फेंककर जताया विरोध
दमोह। जिले के हटा तहसील मुख्यालय पर संचालित कृषि उपज मंडी परिसर में सब्जी मंडी शुरू होने के साथ विरोध भी शुरू हो गया है। गुरूवार को यहां जब खरीददार नहीं पहुचे तो हताश किसानों ने बिक्री के लिए रखा करीब एक ट्रक टमाटर सड़क पर फेंककर अपना विरोध दर्ज कराया। वहीं सड़क पर फेके गए टमाटरों में से जरूरतमंद लोग अपने मतलब के टमाटरों को तलाश कर उठाते हुए भी नजर आए।
 लॉक डाउन में सोशल डिस्टेंस और बाजारों की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना प्रशासन के लिए चुनौती बनता जा रहा है। हटा में लगने वाली सब्जी मंडी में उमड़ने वाली भीड़ के कारण सोशल डिस्टेंस की धज्जिया उड़ने पर प्रशासन ने सब्जी मंडी को कृषि उपज मंडी केपस में शिफ् ट करा दिया था। लेकिन मंडी शहर से दूर होने की बजह से यहां पर गुरूवार को खरीददार नहीं पहुचे। जिसके बाद नाराज सब्जी किसानों ने आज सड़क पर टमाटर फेंककर अपना विरोध दर्ज किया है। सड़क पर टमाटर फैले देख शास्त्री वार्ड और गढ़िया के कई लोग इसे लूटते बटोरते भी सड़को पर जमा हो गए।
यह सभी किसान आसपास के कई गांव से सब्जी लेकर हटा मंडी बेचने को पहुंचे थे। इस मामले में किसान और सब्जी विक्रेताओं का आरोप है कि पहले हटा की पुरानी कचहरी के पास सब्जी बाजार लगता था लेकिन अब शहर के बाहर कृषि मंडी में सब्जी लगाने सब्जी की दुकान है संचालित करना कहा गया है जिससे यहां कोई भी ग्राहक नहीं आता हम लोग लाक डाउन में बमुश्किल मंडी तक सब्जी लेकर आए हैं लेकिन विक्रय ना होने से आर्थिक तंगी से जूझ रहे और घर ले जाने तक की व्यवस्था नहीं है इसलिए टमाटर फेंके गए
 दूसरी ओर किसानों द्वारा टमाटर फेंककर विरोध के पीछे कुछ सब्जी आड़तियो द्वारा यह जानबूझकर प्रशसन की व्यवस्थाओं का विरोध कराए जाने की भी चर्चा सामने आ रही है, क्योकि टमाटर का भाव अभी कम है, इसलिये टमाटर फेंके गए किसानों ने बाकी सब्जियां सड़क पर क्यो नही फेंकी यह भी समझ से परे है। अभिजीत जैन की रिपोर्ट

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