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लॉक डाउन में चोरी छुपे दमोह में डटे.. शामली यूपी, देहली निवासी दस संदिग्ध लोगो पर पुलिस का शिकंजा.. जिला अस्पताल में स्क्रीनिंग के बाद 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा.. पुलिस साईवर सैल जांच में जुटी.. चिरई चौच में भी कुछ बाहरी लोगों के मिलने की खबर..

 चोरी छुपे डटे 10 संदिग्ध बाहरी लोगों पर पुलिस कार्रवाई 
दमोह। जिले में कोरोना मरीजों की अभी तक की सभी जांच रिपोर्ट नेगेटिव आने के साथ ग्रीन जोन में तब्दील दमोह जिले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप 20 अप्रैल से जिला प्रशासन द्वारा लॉक डाउन टू में सशर्त छूट प्रदान की गई है। जिससे नागरिकों को आवश्यक सामग्रियों की खरीदी हेतु पर्याप्त समय मिलने के साथ संबंधित दुकानदारों को भी एक हद तक राहत मिली है वही इस दौरान दिल्ली तथा यूपी के10 संदिग्ध  लोगो की दमोह में चोरी-छिपे मौजूदगी का खुलासा भी हो गया है।
कोतवाली पुलिस ने यूपी तथा देहली निवासी संदिग्ध लोगो से पूछताछ करते हुए जिला अस्पताल लाकर उनकी स्क्रीनिंग कराई है तथा सभी 10 लोगों को 108 के जरिए 14 दिनों के लिए क्वॉरेंटाइन सेंटर भेज दिया गया है। पुलिस ने इन पर प्रतिबंधात्मक धारा 188, 269 एवं आपदा प्रबंधन एक्ट के तहत मामला दर्ज करते हुए इनकी दमोह में मौजूदगी तथा क्रियाकलापों को लेकर जांच भी शुरू कर दी है।
 टीआई एचआर पांडे ने बताया कि इन 10 लोगों के अलावा मकान मालिक गढ़ी मोहल्ला निवासी सलीम खान के खिलाफ भी मामला दर्ज करते हुए कार्यवाही की जा रही है। मामले में जिला अस्पताल के आरएमओ दिवाकर पटेल का कहना है कि इस तरह से लोग यदि चोरी छुपे रहकर जांच नहीं कराएंगे और जानकारी छिपायँगे तो कोरोना की जंग हम कैसे जीत पाएंगे ?
इस पूरे घटनाक्रम के संदर्भ में प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि बिलवारी मोहल्ला निवासी सलीम खान के मकान में करीब दर्जन भर संदिग्ध लोग लंबे समय से डेरा डाले हुए हैं। जिनका राशन पानी खत्म हो जाने की वजह से आज वह लाक डाउन में मिली छूट के दौरान बाहर घूमते दिखे। जिसके बाद एसपी हेमंत चौहान के निर्देशन में कोतवाली टीआई एचआर पांडे ने तत्परता दिखाते हुए पुलिस बल के साथ बिलवारी मोहल्ला पहुंच कर बाबा मेडिकल के ऊपर बने कमरों की जांच की। जहा पुलिस को यूपी के शामली जिला तथा देहली निवासी 10 लोग मिले। जो बिना किसी सूचना के यहां पर अनेक दिनों से निवासरत बताए गए। 
पुलिस पूछताछ के दौरान इनमें से कुछ लोगों ने करीब 3 महीने से यहां पर रहने तथा खुद को बैग बेचने वाला बताया वही कुछ लोगों ने 21 मार्च को यहां आने की जानकारी दी । 10 में से 9 लोग यूपी तथा एक देहली का निवासी बताया जा रहा है। इनकी दस्तावेजों आधार पर आईडेंटिफिकेशन के साथ इनके मोबाइल की कॉल डिटेल की जांच में साइबर सेल पुलिस जुट गई है। वही पुलिस को बिना इतला के इनको पनाह देने वाले सलीम खान के खिलाफ भी मामला दर्ज करने के बाद जल्द पुलिस द्वारा पूछताछ की जाएगी वही अन्य होटल लाजों में ठहरे लोगों के बारे में भी नए सिरे से पुलिस पूछताछ करके जानकारी जुटा सकती है। 
पुलिस द्वारा की गई इस कार्यवाही से सोमवार को देर शाम तक हड़कंप भरे हालात बने रहे। वही लोग इनके बारे में जानकारी लेने के लिए मीडिया कर्मियों को लगातार कॉल करते रहे। तथा तरह-तरह की अफवाहों का दौर भी चलता रहा। लेकिन अंतिम निष्कर्ष यही निकला कि यह लोग पुलिस तथा स्थानीय प्रशासन को बिना कोई सूचना दिए लंबे समय से डेरा जमाए हुए थे। ऐसे में अब इनके बारे में गहराई से पतासाजी करने में पुलिस का खुफिया विभाग जुट गया है। अजीतसिंह राजपूत की रिपोर्ट
चिरई चौच में भी कुछ बाहरी लोगों के मिलने की खबर-
जिला मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर देहात थाना अंतर्गत चिरई चौच में भी कुछ बाहरी लोगों के होने की जानकारी पर एडिशनल एसपी विवेक लाल के नेतृत्व में सोमवार रात पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर कार्यवाही की गई है। बताया जा रहा है यहां पर भी करीब दर्जन भर बाहरी लोग बिना सूचना के डेरा डाले हुए थे। जिनके खिलाफ जबलपुर नाका चौकी पुलिस द्वारा कार्यवाही किए जाने की जानकारी सामने आ रही है।
लेकिन पूरे मामले को लेकर फिलहाल पुलिस के किसी भी अधिकारी का अधिकृत बयान सामने नहीं आया है। जिस से जानकारी और कार्यवाही की प्रतीक्षा की जा रही है। वहीं पुलिस द्वारा एक के बाद एक बिना सूचना के बाहरी लोगों खिलाफ कार्रवाई शुरू कर देने से बाहरी लोगों को संरक्षण देनेे वालो मेंं हडकंप भरे हालत देखने को मिल रहे है। पिक्चर अभी बाकी है..

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