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पाकिस्तान, बंग्लादेश में सताए गए लोग अगर भारत न आएं..! तो कहां जाएंगे ? प्रहलाद सिंह पटेल.. मीडिया से रूवरू हुए केंद्रीय मंत्री का बयान.. कांग्रेस ने तय किया लोगों को भड़काएंगे.. तो हमने भी ठाना सच्चाई बताएंगे..

केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल मीडिया से रूवरू हुए- 
दमोह। नागरिकता संशोधन कानून पर हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने भी स्पष्ट शब्दों में कहा है कि हम किसी की नागरिकता नहीं छीनेंगे, लेकिन जो बाहर से प्रताड़ित होकर, अपना सब कुछ खोकर आए हैं, उनको भी भारत में सम्मान से जीने का हक देंगे। कांग्रेस शुरू से वोटबैंक की राजनीति करती आई है और आज भी उसके लिए देश सर्वोपरि नहीं है। इसलिए कांग्रेस ने यह तय किया है कि हम एक समाज विशेष के लोगों को भड़काएंगे, गुमराह करेंगे और अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकेंगे, तो हमने भी यह तय किया है कि हम लोगों को सच्चाई बताएंगे और इसके लिए करोड़ों परिवारों से संपर्क करेंगे। यह विचार केंद्रीय मंत्री और दमोह सांसद श्री प्रहलाद पटेल ने सोमवार दोपहर अपने आवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता में व्यक्त किए।
 श्री पटेल ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कभी देश के विभाजन का इतिहास पढ़ा है? क्योंकि उनके वक्तव्यों से नहीं लगता कि उनके मन में भारत माता के विभाजन का, अपना सब कुछ खोकर भारत आए लोगों की तकलीफों का कोई दर्द है। उन्होंने कहा कि क्या कभी राहुल गांधी पाकिस्तान या बांग्लादेश से आए शरणार्थियों के किसी कैंप में गए हैं? कभी उनके दर्द को महसूस करने की कोशिश की है? देश में एक हफ्ते से आंदोलन चल रहा है और जनता की संपत्ति का नुकसान हो रहा है। मैं राहुल और पूरी कांग्रेस से पूछना चाहता हूं कि क्या आपने इसकी निंदा की है? एक वक्तव्य भी दिया है? उन्होंने ने कहा कि राहुल गांधी अगर सीएए के दो ऐसे प्रावधान बता दें, जिनसे देश का नुकसान होता हो, तो देश का बहुत भला हो जाएगा। इस दौरान प्रमुख रूप से केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल,पूर्व मंत्री जयंत मलैया,जबेरा विधायक धर्मेन्द्र सिंह लोधी,हटा विधायक पी एल तंतुवाय,जिला पंचायत अध्यक्ष शिवचरण पटेल,दमोह नगरपालिका अध्यक्ष मालती असाटी, भाजपा जिला अध्यक्ष देवनारायण श्रीवास्तव की  खास मौजूदगी रही
केन्द्रीय राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि देश में पिछले 50 सालों से नागरिकता संशोधन कानून की चर्चा होती रही, लेकिन कानून नहीं बन सका। इसे साकार किया मोदी जी की इच्छाशक्ति और अमित शाह जी की रणनीति ने। उन्होंने कहा कि इस कानून के पीछे इच्छाशक्ति भले ही मोदी जी की है, लेकिन उन्हें ये ताकत आपने दी है। श्री पटेल ने कहा कि मई के महीने में आपने मोदी जी को कमल का बटन दबाकर ताकत दी और अगस्त में कश्मीर से 370 हट गई, जिसके बारे में सिर्फ चर्चाएं होती थीं। मुस्लिम महिलाओं को ट्रिपल तलाक से मुक्ति मिल गई। अब नागरिकता संशोधन कानून बना है, जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंग्लादेश में धार्मिक आधार पर प्रताड़ित हो रहे हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध, पारसी आदि धर्मों के  लोगों को भारत में सम्मान से जीने का हक देता है।
 उन्होंने ने कहा कि हमारे देश में बड़ी संख्या में वह लोग हैं जिन्होंने भीषण प्रताड़नाएं झेली हैं। हम कैसे भूल सकते हैं 1947 के उन दंगों को जब लाशों से भरी रेलगाड़ियां आती थीं, बहू-बेटियां छीन लीं जाती थीं। इन लोगों ने अनेक प्रताड़नाएं सहीं लेकिन अपने संस्कारों की चादर नहीं छोड़ी और उसी को ओढ़कर भारत आए। उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस के लोगों से पूछना चाहता हॅू कि यह लोग भारत में नहीं आएंगे तो किस देश में इन्हें नागरिकता मिलेगी? काल और परिस्थितियों ने इन्हें दूसरे देश में पहुंचा दिया लेकिन ये हैं तो भारत मां के बेटे और बेटियां ही। 
श्री पटेल ने कहा कि महात्मा गांधी ने भी विभाजन के बाद कहा था कि पाकिस्तान में प्रताड़ना झेल रहे लोग अगर भारत आना चाहें, तो उसके दरवाजे खुले हुए हैं। कांग्रेस गांधी जी का नाम लेकर सत्ता तो प्राप्त करती रही, लेकिन उनकी बातों को भुला दिया। उन्होंने कहा कि देश आभारी है श्री नरेंद्र मोदी जी का, श्री अमित शाह का, श्री पटेल ने कहा का जिन्होंने धार्मिक आधार पर प्रताड़ित लोगों को भारत की नागरिकता देने का निर्णय लिया। लेकिन इस निर्णय से कांग्रेस को तकलीफ हो गई। उन्होंने ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ कहते हैं कि इस कानून को मध्यप्रदेश में लागू नहीं करेंगे। इस कानून के विरोध में यात्राएं निकालेंगे। श्री पटेल ने कहा कि पाकिस्तान से आए लोगों ने जो व्यथा सुनाई है, उसे सुनकर भी अगर मुख्यमंत्री कमलनाथ की आंख में आंसू नहीं आते, तो धिक्कार है आपको।
 उन्होंने ने बताया कि पाकिस्तान आये बहनों और बेटियों ने बताया था कि वहां हमारी संपत्ति लूट ली गई, हम मंदिर नहीं जा सकते, पूजा-पाठ नहीं कर सकते, त्योहार नहीं मना सकते। इतना ही नहीं वहां बेटियां उठा ली जाती हैं, उनका अपहरण किया जाता है, जबरदस्ती निकाह करा दिया जाता है, न माने तो हत्या कर दी जाती है।  श्री पटेल ने कहा कि भगवान ने इन लोगों को जिंदगी दी, मां ने जन्म दिया और धन्य हैं प्रधानमंत्री मोदी जी जिन्होंने इन्हें नया जीवन दिया। उन्होंने कहा कि इस बिल का विरोध समझ से परे है। तकलीफ केवल श्रीमती सोनिया गांधी, श्री कमलनाथ को ही क्यों है? क्या इन की आग में झोंक दें। श्री पटेल ने कहा कि सोनिया जी आप महिला हैं, प्रधानमंत्री अगर बेटियों के सम्मान के लिए, उनका अपहरण तथा इज्जत से खिलवाड़ रोकने के लिए कानून बनाते हैं, तो आप उसका विरोध करती हैं। उन्होंने कहा कि यह वोटबैंक की राजनीति कांग्रेस को छोड़नी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश के मुसलमान भाईयों-बहनों के खिलाफ इस कानून में कुछ भी नहीं है, लेकिन कुछ लोग भ्रम फैलाकर देश का माहौल खराब करना चाहते हैं। 
 पत्रकार वार्ता का संचालन भाजपा जिला सह-मीडिया प्रभारी मोन्टी रैकवार व आभार सांसद प्रतिनिधि डा. आलोक गोस्वामी के द्वारा व्यक्त किया गया। इस दौरान भाजपा जिला महामंत्री रमन खत्री,रूपेश सेन, भाजयुमो आयाम प्रकोष्ठ के प्रदेश सह संयोजक मनीष सोनी, भाजयुमो प्रदेश मंत्री प्रीतम सिंह लोधी, किसान मोर्चा अध्यक्ष गोपाल पटेल, पिछड़ा मोर्चा अध्यक्ष कपिल सोनी, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष बी.डी.बाबरा, महिला मोर्चा अध्यक्ष प्रतिभा तिवारी,पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष बृज गर्ग, रानी दमंयती मंडल अध्यक्ष मनीष तिवारी,शशांक लोधी,प्रीतम चौकसे, नीरज लोधी,कृपाल लोधी सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी रही।
अजितसिंह राजपूत के साथ अभिजीत जैन की रिपोर्ट 

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