Ticker

6/recent/ticker-posts

नोहटा डेम से बहे हर्षित सोनी का शव पुराने पुल के पास फसा मिला.. कुंडलपुर से दो दिन से लापता यूपी के मजदूर युवक का शव पटेरा के गणेश मंदिर के पास बहर में मिलने से सनसनी..

नोहटा डेम से नदी में बहे युवक का शव दूसरे दिन मिला-
दमोह। नोहटा के संगम स्टॉप डेम से बुधवार दोपहर बहे हर्षित सोनी नाम के युवक का शव गुरुवार को गोताखोरों ने पुराने पुल के पास से बरामद कर लिया। युवक पैर में चप्पल पहने हुए मृत अवस्था में पाया गया है। जिससे संभावना जताई जा रही है कि नहाने के लिए कपड़े उतारने के बाद चप्पल को पहने हुए स्टॉप डैम में उतरने के दौरान पानी मे जमी कई में पैर फिसलने से वह तेज बहाव में बह गया होगा। 
नोहटा थाना पुलिस ने पंचनामा कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वही इस दुखद घटना क्रम से खमरिया वाले संदीप सोनी परिवार तथा पूरे गांव में मातम का माहौल बना हुआ है। परम पिता परमेश्वर हर्षित की अंतरात्मा को अपने चरणों में स्थान दे और परिजनों को गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति शांति शांति..
कुंडलपुर में कार्यरत यूपी के मजदूर का शव बहर में मिला
दमोह। पटेरा में बसस्टेण्ड के पीछे स्थित गणेश मंदिर के पास बहर में एक लाश के उतराने की खबर से सनसनी की हालात बनते देर नहीं लगी बाद में जानकारी लगने पर पटेरा थाना से एस आई विजय शिवहरे, हवलदार  आसिफ अली खान, सिपाही हरिसिंह, हरगोविंद गोटिया घटना स्थल पर पहुंचे और लाश को बाहर निकलवाया गया।
कुछ ही देर में घटना की जानकारी पटेरा और आस पास के क्षेत्र में फैलते ही कुण्डलपुर क्षेत्र में कार्य करने वाले मजदूरो ने अज्ञात युवक की पहचान की। मृतक का नाम हरिकेश पिता रामप्रसाद जाटव निवासी तहसील खेरागढ़ जिला आगरा उत्तरप्रदेश बताया गया है। जो कुण्डलपुर में मजदूरी का कार्य कर रहा था। पुलिस ने मर्ग कायम कर लाश को पीएम हेतु भेजते हुए जांच प्रारम्भ की।
 उल्लेखनीय है कि 15 अक्टूबर को शाम लगभग 7 बजे पटेरा थाना में किसी के उक्त बहर में गिरने की आवाज की जानकारी प्राप्त होने पर रात्रि में ही रस्सा और कांटे डालकर ढूंढने का काफी प्रयास किया गया था। किन्तु किसी भी प्रकार की कोई जानकारी स्पस्ट न होने के कारण 2 घण्टो की मशक्कत के बाद पुलिस टीम वापस लौट गई थी। वही आज वही आज वही आज सब मिलने से स्पष्ट हो गया कि परसों रात में यही व्यक्ति गिरा होगा। 
 बता दे कि यह बहर बरसो पुरानी व मंदिर के नजदीक होने के बाद भी इसके पानी का प्रयोग किसी भी तरह से नही किया जाता। इसमें कचड़ा भरा पड़ा होने के यह पानी दुर्गन्ध देता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि नशे की हालत में उपरोक्त मजदूरी वक्त यहां आकर गिर गया हो। पटेरा से संजय शुक्ला की रिपोर्ट

Post a Comment

0 Comments