दमोह। रेल सुविधाओं के मामले में दमोह क्षेत्र के हाथ 2025 में भी खाली के खाली रह गए है। जबकि लाखो वोटों से जिताने वाले लोगों को अपने युवा सांसद से केंद्र में तीसरी बार मोदी सरकार बनते ही रेल सुविधाओं को लेकर बहुत अधिक अपेक्षाए बन गई थी। लेकिन डेढ़ साल से अधिक के कार्यकाल में सांसद श्री राहुल सिंह लोधी रेलों के मामले में जनता का दिल जीतने में नाकाम रहे हैं।
आजादी के बाद से आज तक दक्षिण भारत और नागपुर के लिए रेल सेवा/सुविधाओं को
मोहताज दमोह सागर क्षेत्र को ट्रेन की सौगात दिलाने पिछले साल दिसंबर 2024 में सागर सांसद लता बानखेड़े के साथ दमोह सांसद राहुल सिंह ने संसद सत्र के दौरान रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की थीं। इस दौरान उनके साथ होशंगावाद सांसद दर्शन सिंह तथा छिंदवाड़ा सांसद बंटी साहू भी मौजूद
रहे थे। इस दौरान रेल मंत्री को दमोह सांसद राहुल सिंह द्वारा रेल सुविधाओं में
वृद्धि हेतु दो अलग-अलग मांग पत्र सौपे थे।
पत्र
क्रमांक 20/LSMP/DEL/2024 दिनांक 29/ 11/2024 के माध्यम से दमोह से नागपुर
के लिए शाम को 4 से 5 के बीच तथा नागपुर से शाम को 7 से 8 बजे
के बीच मरीजों की सुविधा को ध्यान में रखकर जल्द ट्रेन चलाए जाने का निवेदन किया
गया था। एक अन्य पत्र क्रमांक 24/LSMP/DEL/2024
दिनांक 3/ 12 /2024 के माध्यम से आठ बिंदुओं पर विभिन्न रेल सुविधा उपलब्ध
कराने का निवेदन किया गया था। सभी सांसदों के द्वारा नागपुर शॉर्टकट सीधी रेल सेवा हेतु सागर
छिंदवाड़ा नई रेल लाइन निर्माण को स्वीकृति प्रदान करने की तरफ माननीय रेल
मंत्री का ध्यान आकर्षित किया गया था।
2024 में रेल मंत्री को सौपे पत्र में की गई मांगे..
1- रेलवे बोर्ड द्वारा
गाड़ी क्रमांक 22137/ 22138 दमोह सागर भोपाल होते नागपुर तक का नोटिफिकेशन
जारी किया गया था। उक्त गाड़ी या दिनांक प्रारंभ नहीं की गई है।
2- गाड़ी क्रमांक 11753/
11754 रीवा से इतवारी नागपुर तक प्रतिदिन रीवा से कटनी जबलपुर होते हुए
नागपुर तक जाती है एक दिन दमोह सागर होकर चलाया जाए।
3-
गाड़ी क्रमांक 22911/ 22912 इंदौर हावड़ा क्षिप्रा एक्सप्रेस जो सप्ताह
में तीन दिन चलती है। इस को प्रति दिन चलाने की घोषणा 17 अप्रैल
2018 तत्कालीन रेल मंत्री श्री पीयूष गोयल द्वारा भोपाल में की गई थी। इसके
क्रियान्वयन में रतलाम रेल मंडल के द्वारा अन्य मंडलों से नोटिफिकेशन की
कार्रवाई शुरू की गई थी किंतु कोविड 19 के कारण कार्रवाई रोक दी गई थी उक्त
गाड़ी को धार्मिक स्थल गया जी एवं जैन तीर्थ शिखर जी को दृष्टिगत रखते हुए
प्रतिदिन चलाया जावे।
4- गाड़ी क्रमांक 11201/ 11202 शहडोल नागपुर शहडोल को सप्ताह में दो दिन दमोह सागर होकर चलाया जाए।
5-
गाड़ी क्रमांक 12823/ 12824 दुर्ग निजामुद्दीन दुर्ग छत्तीसगढ़ संपर्क
क्रांति जो कि सप्ताह में तीन दिन चलती है उक्त गाड़ी की स्टॉपेज मध्य
प्रदेश के शहडोल उमरिया अनूपपुर कटनी मुरवारा सागर रेलवे स्टेशन पर हैं
परंतु दमोह रेलवे स्टेशन पर गाड़ी का स्टॉपेज नहीं है जबकि राजस्व की
दृष्टि से दमोह रेलवे स्टेशन महत्वपूर्ण है। उक्त गाड़ी का स्टॉपेज दमोह
में अनिवार्य रूप से किए जाने हेतु रायपुर मंडल को निर्देशित किया जावे।
6-
गाड़ी क्रमांक 19809/19810 जबलपुर कोटा एक्सप्रेस एवं 22191/ 22192 जबलपुर
इंदौर एक्सप्रेस कोरोना के समय बंद कर दिया गया था। उक्त दोनों
गाड़ियों को पूर्व निर्धारित समय सारणी के अनुसार स्वीकृति प्रारंभ किया
जावे।
7- गाड़ी क्रमांक 12295/ 12296 बेंगलुरु
दानापुर संघमित्रा एक्सप्रेस जो प्रतिदिन नागपुर इटारसी कटनी होकर चलती है
जिसे सप्ताह में दो दिन भोपाल बीना कटनी होकर चलाया जावे। जिससे लोकसभा
क्षेत्र की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हो सके एवं बुंदेलखंड क्षेत्र
को तमिल तेलंगना कर्नाटक चेन्नई से जोड़ा जा सके।
8-
गाड़ी क्रमांक 02351/ 03252 /03241/ 03242/ 06509/ 06510 यह सभी गाड़ियां
बेंगलुरु दानापुर होकर चलती है कुछ सप्ताह में एक-एक दिन बीना सागर दमोह कटनी
होकर चलाया जाए जिससे सागर संभाग की 50 लाख से अधिक आबादी को व्यापारिक
स्वास्थ्य एवं धार्मिक लाभ प्राप्त हो सके।
रीवा से नागपुर हैदरावाद ट्रेन कुछ फेरों के बाद बंद हो गई
जिस पर रीवा से नागपुर हैदरावाद के लिए एक साप्ताहिक गाड़ी कुछ फेरों के
लिए दमोह सागर होकर चलाई गई। लेकिन इसका समय रेल यात्रियों के प्रतिकूल
रहने के साथ इसके पंद्रह से बीस घंटे तक बिलंब से चलने के कारण यह गाड़ी कब
चलकर बंद हो गई इस तरफ भी दमोह सागर के रेल यात्रियों ने ध्यान नहीं दिया।
इधर दिसंबर 2024 में दमोह सागर सांसद की रेल मंत्रीजी से
मुलाकात को पूरा साल साल बीत चुका है लेकिन पिछले साल दिए गए पत्रों पर
क्या कार्यवाही हुई इसकों जानने की जरूरत नहीं समझी गई। न
ही इस बार के संसद सत्र के दौरान रेल मंत्री का इस मामले में ध्यान आकर्षित
कराया गया। नतीजन 2025 का पूरा साल निकल जाने के बाद भी डाक के तीन पात
जैसे हालात कायम रहे।
रेल पर पूर्व सासंद प्रहलाद पटेल के नक्शे कदम पर
दमोह
सांसद रहे प्रहलाद पटेल की गृह क्षेत्र नरसिंहपुर जिले में विधायक के रूप
में वापसी तथा उनका प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के बाद 2024
के लोकसभा चुनाव में उनके उत्तराधिकारी के रूप में भाजपा प्रत्याशी बनाए
गए राहुल सिंह ने लाखों वोटो से बड़ी जीत हासिल की। केंद्र में तीसरी बार
मोदी सरकार के गठन के साथ क्षेत्र की जनता को युवा तुर्क राहुल सिंह से
भारी भरकम उम्मीद बनते देर नही लगी।
जिस युवा जोश खरोश के साथ उन्होंने
शुरुआती दिनों में संसद में जो मुद्दे उठाए उसे लग रहा था कि जल्द ही रेल
सुविधाओं की 10 साल की भरपाई होना शुरू हो जाएगी। लेकिन वह अपने पूर्व
वर्ती सांसद श्री प्रहलाद पटेल की तरह ही दो ट्रेनों का स्टॉपेज तथा तीन
दिन चलने वाली क्षिप्रा एक्सप्रेस ट्रेन को डेली चलवाने के मामले में रेल
मंत्री से चर्चा करने तक सीमित रहे। नतीजन राहुल सिंह के डेढ़ साल के
कार्यकाल में भी छत्तीसगढ़ संपर्क क्रांति और दुर्ग उधमपुर ट्रेन दमोह में
रुके बिना सीधी निकल रही है।
खेल महोत्सव की तर्ज पर अब सांसद रेल महोत्सव हो
वर्ष
2025 के आखिरी महीनों में लंबे समय तक चले सांसद खेल महोत्सव के समापन के
बाद अब दमोह वासी 2026 के शुरुआती माह में सांसद रेल महोत्सव की मांग कर
रहे हैं जिससे फरवरी माह में आने वाले बजट सत्र के दौरान उनकी रेल सुविधाओं
की भूख मिट सके तथा बरसों पुरानी रेलवे संबंधी जरूरत है पूरी हो सके।
संपूर्ण बुंदेलखंड वासियों को खजुराहो छतरपुर टीकमगढ़ से सागर दमोह जबलपुर
गोंदिया होकर नागपुर तथा दक्षिण भारत को सीधी ट्रेन मिल सके। कोरोना काल से
बंद कोटा दमोह जबलपुर ट्रेन फिर से शुरू होकर नागपुर तक चले। शिप्रा
एक्सप्रेस तत्कालीन रेल मंत्री पीयूष गोयल की घोषणा के अनुरुप प्रतिदिन
चले।
दुर्ग निजामुद्दीन के बीच सप्ताह में 3 दिन चलने वाली छत्तीसगढ़
संपर्क क्रांति तथा सप्ताह में एक दिन चलने वाली दुर्ग उधमपुर एक्सप्रेस का
शहडोल अनूपपुर उमरिया सागर कटनी की तरह दमोह में भी स्टापेज हो। जबलपुर
पन्ना रेल मार्ग के निर्माण को स्वीकृति के साथ दमोह कुंडलपुर लिंक लाइन की
वर्षों पुरानी रेल लाइन की मांग को पूरा करने की उम्मीद भी दमोह वासी अपने
युवा संसद से लगाए हुए हैं। उनकी उम्मीदों की सबसे बड़ी वजह राहुल सिंह का
स्थानीय सांसद होना है। लोगों का मानना है कि पूर्ववर्ती सांसद भी यदि
स्थानीय होते तो 10 साल के सांसद कार्यकाल तथा 5 साल के केंद्रीय मंत्री के
कार्यकाल में इन सभी अपेक्षाओं से अधिक रेल सुविधा मिल गई होती।
दमोह सांसद को अब रेल पर चर्चा से भी परहेज !
दमोह के युवा सांसद राहुल सिंह को अभी राजनीति की लंबी पारी खेलना है लेकिन सांसद के डेढ़ साल के कार्यकाल में ही उनके तेवर बदले हुए नजर आने लगे है। सरदार पटेल जयंती अवसर पर दमोह की ब्रजबासी होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में जब उनसे रेल सुविधाओं के लिए सवाल किया गया तो उनका जबाव बेहद निराशाजनक एवं रवैया उपेक्षात्मक था।
दमोह के युवा सांसद राहुल सिंह को अभी राजनीति की लंबी पारी खेलना है लेकिन सांसद के डेढ़ साल के कार्यकाल में ही उनके तेवर बदले हुए नजर आने लगे है। सरदार पटेल जयंती अवसर पर दमोह की ब्रजबासी होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता में जब उनसे रेल सुविधाओं के लिए सवाल किया गया तो उनका जबाव बेहद निराशाजनक एवं रवैया उपेक्षात्मक था।
वहीं बाद में भोजन पर चर्चा के दौरान इस संवाददाता ने यहां तक कह दिया था कि जब तक दमोह में नहीं रूकने वाली दोनों गाड़ियों का स्टापेज नहीं होगा तब तक वह अपने साथियों के साथ आपकी पत्रकार वार्ताओं में नहीं पहुचेगे। इसके बावजूद संसद के शीत कालीन सत्र के दौरान भी रेल सुविधाओं को लेकर चर्चाओं की कोई सुगबुगहाट सुनाई नहीं दी। सांसद जी के इस उपेक्षात्मक रवैये से जहा हाल ही में संघ परिवार के वरिष्ठजननों को अगवत कराया जा चुका है वहीं जल्द ही भाजपा के प्रदेश तथा केंद्रीय नेतृत्व को भी अवगत कराने समय मांगा गया है।
शिवराज ने अपने क्षेत्र को दिलवाए 3 ट्रेन स्टॉपेज
केंद्रीय
मंत्री और विदिशा सांसद शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों से उनके संसदीय
क्षेत्र के छोटे स्टेशनों पर भी बड़ी ट्रेनों के स्टापेज को हाल ही में रेल
मंत्रालय से स्वीकृति मिलने के बाद वह 28 दिसंबर 2025 को समारोह पूर्वक इन
ट्रेनों का विधिवत स्टापेज शुरू करा चुके है। इन ट्रेनों में यशवंतपुर
निजामुद्दीन संपर्क क्रांति का विदिशा, चेन्नई वैष्णो देवी ट्रेन का सांची
स्टेशन पर तथा भोपाल बिलासपुर ट्रेन का दीवानगंज स्टेशन पर स्टॉपेज शामिल
है।







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