हीरा चोरी मामले में पत्रकारिता की धौंस काम नहीं आई
छतरपुर। बक्सवाहा पूरे विश्व में
बहुमूल्य रत्न हीरे के लिए विख्यात है इसी वन क्षेत्र में हीरे की अवेद्युत खनन के लिए चोरी चुपके दिनदहाड़े लगातार मामले सामने आ रहे हैं। ऐसे ही एक मामलेे मेंं पकड़े गए दो आरोपियों को वन विभाग द्वारा कोर्ट में पेश किए जाने के बाद जेल भेज दिया गया है। आरोपियों के द्वारा कार्यवाही में बाधा डालने का का प्रयास करने के साथ पत्रकारिता की धौस देनेे कीी भी कोशिश की गई। पकड़े गए आरोपियों में एक अतिथि शिक्षक और दूसरा नगर नगर परिषद
अध्यक्ष का पुत्र है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार यह पूरा घटनाक्रम 5 अगस्त 2025 दोपहर 3 बजे का है जब वन विभाग की टीम सागोरिया बीट के इमलिया क्षेत्र में भ्रमण कर रही थी इसी दौरान संदिग्ध हालत में आधा दर्जन लोग जमीन से हीरा खनन कर ते नजर आए। वन अमले को देखकर कुछ लोग जंगल में भाग गए जबकि दो बाइक व खनन सामग्री के साथ दो युवकों को पकड़ लिया गया। जिन्होंने पूछताछ पर पहले तो पत्रकारिता की धौस दिखाई फिर राजनीतिक पकड़ का हवाला दिया। लेकिन वन अमले के सामने इनकी एक नहीं चल पाई। पकड़े जाने के बाद पूछताछ में उनके नाम शुभम तथा शुभांशु सोनी के रूप में सामने आए। उनके कब्जे से विस्फोटक पदार्थ, छन्ना, खनन किए गए रेत मिट्टी हीरे के टुकड़े आदि बरामद किए गए।
आरोपी शुभांशु सोनी अतिथि शिक्षक बताया गया जिसने अपने आपको पत्रकार बताकर बन अमले को धमकाया। वहीं दूसरा आरोपी शुभम सोनी बक्सवाहा नगर परिषद अध्यक्ष का पुत्र बताया जा रहा है। दोनों आरोपियों के विरुद्ध धारा 33(1)ख,1(ज)
भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 303(1),303(2),324(1) एवं भारतीय न्याय
संहीता 2003 की धारा 394, सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम के तहत
वन धारा क्रमांक 997/14 दिनांक 5 अगस्त 2025 को मामला दर्ज किया। उनको छतरपुर
न्यायालय में सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया है ।
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