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उद्योग क्षेत्र का जल्द ही सर्वे होगा.. युवाओं को नए उद्यमियों को जमीन आवंटित की जायेगी.. उद्योग संगम कार्यशाला में औद्योगिक पार्क को बेहतर बनाने विचार विमर्श..

कार्यशाला में औद्योगिक पार्क को बेहतर बनाने चर्चा

दमोह। जिला प्रशासन एवं उद्योग विभाग द्वारा एक विशेष कार्यक्रम उद्योग संगम का आयोजन पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में किया गया। जिसमें भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम शिवहरे लघु उद्योग भारती के प्रदेश पदाधिकारी अरूण कुमार सोनी सिद्धार्थ मलैया एमपीआईडीसी निदेशक आर्दश नायक एवं एमएसएमई भोपाल से पधारे उप संचालक भोपाल राजेश्वर राव गोरखेड़े हैड ऑफ स्टार्टअप सेल से श्रीमती आभा ऋषि सहित अन्य विषय विशेषज्ञों द्वारा उद्योग जगत से जुड़े नागरिकों को मार्गदर्शन प्रदान किया।

कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा इस संगम में वाणिज्य उद्योग विभाग मध्य प्रदेश शासन एमएसएमई विभाग मध्य प्रदेश शासन सिडबी डिक्की और बैंकर्स अलग.अलग स्टेकहोल्डर्स इंडस्ट्री वह सब लोग यहां पर आए और कार्यशाला में अपना पूरा प्रेजेंटेशन दिया हैं। राज्य सरकार की नई पॉलिसी हैं उनके बारे में भी सभी उद्योगपतियों को डिटेल में बताया जा रहा है। लगभग 200 की संख्या में यहां पर युवा स्टार्टअप चलाने वाले उद्योगपति गण सभी लोग यहां पर आए। यह दमोह के लिए पहला कदम है। उन्होंने कहा एक कैंप स्टार्टअप के लिए यहां पर लायें। इसके बाद आगे की स्टेप्स में कैसे एक औद्योगिक पार्क को बेहतर बनाया जा सकता है और कैसे सुविधाओं को और बेहतर किया जा सकता हैए कैसे दमोह के उत्पादों को राष्ट्रीयए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ले जाया जा सकता हैए इस संबंध में काम करने का तेजी से प्रयास करेंगे।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्याम शिवहरे ने कहा इंडस्ट्रीज उद्योगों व्यापारियों और सरकार के बीच लघु उद्योग भारती एक सेतु का काम कर रहा हैं व्यापारियों की छोटी.छोटी समस्याएं जिनके बारे में कभी सोचा नहीं जाता था प्रशासन और शासन तक उस विषय को पहुंचाना लघु उद्योग भारती उस काम को कर रहा हैं। सरकार ने दमोह में उद्योगों के विकास से सबंधित विभिन्न क्षेत्रों में काम भी किया है। पानी की सुलभता चाहे सतधरू या पंचमनगर के माध्यम से हो जमीनों की उपलब्धता मारूताल इंडस्ट्रियल एरिया के माध्यम या हटा में भी तैयारी चल रही हैं। एक बहुत अच्छी सूचना यह भी है कि दमोह में बड़े व्यापार के लिए भी प्रयास चल रहे हैं।
प्रदेश पदाधिकारी लघु उद्योग भारती अरुण कुमार सोनी ने कहा आज दमोह में लघु उद्योग भारती की पहल पर यह उद्योग कुंभ का कार्यक्रम बहुत ही स्वागत योग्य है उद्यमी किस तरीके से अपने उद्योग स्थापित कर सकते हैं उद्योगों में उन्हें समस्या न आए उन्हें कैसे दूर कर सकते हैं संस्था यह कार्य करती हैं। आज उन सारी बातों का समागम इस कार्यक्रम में किया गया है। सिद्धार्थ मलैया ने कहा उद्योग संगम से उद्योगपतियों को जानकारियां मिलेगी इस आयोजन के ‍लिए सभी का धन्यवाद। जमीन आवंटन और टेक्स के सबंध में प्रदेश सरकार नीति बना कर काम करेगी। उन्होंने कहा फतेहपुर के अंदर वे एक प्लांट लगा रहे हैं। सरकार उद्योग नीति में बहुत सारे बदलाव इस साल लेकर आई हैं यह बदलाव पिछले 15.20 साल से देखने को नहीं मिले हैं। बहुत सारी चीजें पोर्टल पर एप्लाई करने से पोर्टल पर प्राप्त होती हैं पहले लोग परेशान होते थे लेकिन अब डिजिटली रूप से नियत तिथि में सब कुछ प्राप्त हो जाता हैंए यह निर्णय स्वागत योग्य हैं। उन्होंने कहा निर्माण करने के लिए ही नहीं बल्कि सेवा सेक्टर के लिए भी विशेष रूप से सब्सिडी दी जा रही हैं। यह मध्यप्रदेश में नई एमएसएमई के लिए शुरूआत हैं।
निदेशक सिंगल बिंडो भोपाल आदर्श नायक ने कहा ईज ऑफ डूइंग बिजनेसश् और समस्त बिजनेस तथा उद्योगों को प्रमोट करने के लिए आज संगोष्ठी आयोजित की गई। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर प्रदेश द्वारा लिए जा रहे पहलुओं पर बात की गईए जहां पर भारत सरकार के अधिनियम के तर्ज पर मध्यप्रदेश जनविश्वास अधिनियम लागू किया हैं छोटी.छोटी चीजों पर कहीं उद्योगों को परेशानी होती थी उनको खत्म कर सकें सरकार उसके ऊपर लगातार काम कर रही है। इसके साथ ही अपने लैंड अलॉटमेंट सिस्टम के बारे में भी अपडेट किया है। लोगों को कैसे शासन डीम्ड अप्रूवल के प्रोविजंस ला रहे हैं। एमएसएमई उप संचालक भोपाल राजेश्वर राव गोरखेड़े ने कहा उद्योगपति नए उद्यमी जो अपना उद्योग लगाना चाहते हैं नवाचारी युवा स्टार्टअप के क्षेत्र में आना चाहते हैं और ऐसे उद्योगपति जिनको जमीन चाहिए या फिर बैंक से सहायता चाहिए सभी प्रकार के विषय विशेषज्ञ यहां पर आए हैं। विभिन्न विषयों की जानकारी दी गई हैं। उद्योग क्षेत्र का जल्दी ही सर्वे होगा उसमें औद्योगिक क्षेत्र विकसित होगा तो यहां के युवाओं को नए उद्यमियों को जमीन आवंटित की जायेगी।
युवा संगम में हेड ऑफ स्टार्टअप सेल आभा ऋषि ने कहा स्टार्टअप एक अल्टरनेट सोर्स की तरह देखा जाता हैं क्योंकि एम्प्लॉयमेंट बहुत कम है अलग.अलग इंस्टीट्यूशंस से लगभग 80.90 प्रतिशत स्टूडेंट्स निकल कर आते हैं उनको नौकरी नहीं मिलती है। यह बेरोजगारी एक प्रॉब्लम भी है। क्या हम स्टार्टअप्स के माध्यम से उन्हें एक अलग सोच दे सकते हैं यह हमारी कोशिश हैं। उन्होंने कहा मध्यप्रदेश की स्टार्टअप पॉलिसी अंतर्गत शुरू से ही लोगों को सपोर्ट करने की कोशिश की जाती हैं आपके पास अगर कोई आइडिया है तो प्रयास किए जा रहे हैं कि आपको 10 हजार रूपये एक साल मतलब 12 महीने के लिए आपको दिया जाएगा अगर आपके पास रिकॉग्निशन नंबर है। आप स्टार्टअप बनना चाहते हैं तो आपको शुरू से लेकर आपके स्केलिंगअप तक और एक सक्सेसफुल बिजनेस बनने तक का पूरा.पूरा सपोर्ट दिया जा रहा है। एक जिला एक उत्पाद एवं निर्यात के संबंध में समीर कुशवाहा ने कहा दमोह जिले का प्रोडक्ट चना और टोमेटो हैं। उन्होंने कहा मुख्य रूप से इसका खाद्य प्रसंस्करण पर ध्यान देना हैं। खाद्य प्रसंस्करण में एक लाभार्थी नहीं बल्कि कई लोगों को रोजगार के अवसर उत्पन्न होते हैं। मुख्य उद्देश्य  एक्सेलरेटर प्रोग्राम चला रहे हैं जिसमें जितने भी लाभार्थी हैं हम उनकी पैकेजिंग मार्केटिंग ब्रांडिंग एक्सपोर्ट इन सब में हेल्प की जायेगी। उन्होंने कहा दमोह का एक्सपोर्ट पिछले वित्त वर्ष में 04 करोड़ रूपये का रहा है। अगर दमोह से चने का जितना उत्पादन होता है अगर उसका 50 प्रतिशत एक्सपोर्ट होना चालू हो जाए तो एक्सपोर्ट के फिगर काफी ज्यादा शूट अप करेंगे। उन्होंने सभी व्यापारी भाई.बंधुओं से आग्रह किया कि दमोह से ही एक उत्पाद एक्सपोर्ट करना चालू करें।
सिडबी बैंक से मनीष कुमार डीबीएम ने कहा आप कोई ऐसी मशीनए मॉडल मशीन या कोई अन्य मशीन लेते हैं जो कि अपने पुराने मॉडल के ऊपर 20 प्रतिशत की ऊर्जा बचत करती है तो उस लोन के ऊपर भी 02 प्रतिशत की ब्याज सब्सिडी पाँच साल तक ब्याज सब्सिडी कर रहा है। हमारा बेंचमार्क रेट जो है 815 प्रतिशत उसके ऊपर एक क्रेडिट स्प्रेड लगता हैं जो कि आपकी कंपनी की रेटिंग के ब्रेड से निकलता है और सभी तरह के प्रोडक्ट के लिए डाउनलोड और वर्किंग कैपिटल भी हम लोग फाइनेंस कराते हैं।
महाप्रबंधक उद्योग मंदाकिनी केवलिया पांडे ने कहा मुख्यमंत्री जी ने वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष घोषित किया है और उद्योग वर्ष में मुख्यमंत्री जी की जो प्राथमिकताएं औद्योगिक विकास और उद्योगों के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा रोजगार का सृजन करना हैं। इसी कड़ी में यह कार्यक्रम का आयोजन किया गया हैं। कार्यक्रम में एमपीआईडीसी की योजनाओं के बारे में विभाग की लैंड अलॉटमेंट और पॉलिसी के बारे में भी जानकारियां दी गई हैं। उन्होंने कहा उद्यमी बंधुओं को यह जानकारियां लाभदायी सिद्ध होगी। उद्योग प्रबन्धक सागर कमलेश मगरदे ने कहा यह कदम एक महत्वपूर्ण प्रयास हैं उद्यामियों निवेशकों और शासन के बीच संवाद समन्वय की बीच सशक्त कड़ी हैं। यह मंच उद्योग जगत के विभिन्न पक्षकारों को एक साथ लाकर उनकी आवश्यकता समस्याओं और सुझावों पर चर्चा करने का अवसर प्रदान करता हैं। नरेन्द्र बजाज ने कहा यह एक बहुत अच्छी कोशिश और शुरुआत है जिससे हमें उद्योगों में क्या.क्या लाभ होने वाले हैं। हम क्या.क्या जैसे स्टार्टअप तो हम लोग पूर्व पता ही नहीं था क्या होता है आज यहां पर बताया गया। उन्होंने कहा दूसरी चीज आबंटन के बारे में यहां सिस्टम जिला उद्योग केंद्र से कहां.कहां क्या.क्या सुविधाएं मिल सकती हैंए वह सब जानकारी यहां दी है और हमने अनुरोध भी किया है कि जिला उद्योग केंद्र में महाप्रबंधक नहीं है। वहां जानकारी नहीं मिल सकती है तो दमोह जिले को बहुत बड़ा नुकसान हो रहा उसके लिए भी हमने आग्रह किया है। निश्चित रूपसे आने वाले समय में अगर उद्योगों की यही रफ्तार रही तो दमोह जिला भी आज भारत की दौड़ में शामिल होगा और हम भी अच्छे उद्यमी बन सकेंगे।
युवा उद्यमी कणाद खरे ने कहा इस कार्यशाला में निश्चित तौर से उद्यमियों एंटरप्रेन्योर्स के लिए विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा करने का और उनसे जानकारी लेने का अवसर प्राप्त हुआ है और यह निश्चित रूप से दमोह में उद्यमी क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगी।  व्यापारी सेवंती गुजराती ने कहा कार्यशाला से फायदा मिला है इतना बड़ा कार्यक्रम प्रदेश से और देश से जो बड़े.बड़े अधिकारी आए हैं आज तक हम लोगों को कोई जानकारी नहीं थी कि उद्योग में किस तरीके से सब्सिडी मिलती है लैंड कैसे मिलता है और क्या.क्या सुविधाएं मिलती हैं। उन सुविधाओं की जानकारी आज इस कार्यक्रम के माध्यम से सब तक पहुंच रही है। आने वाले समय में इसका हम लोगों को फायदा मिलेगा। इस दौरान सुधीर सिंघई महेन्द्र जैन सहित अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे। संचालन पं विपिन चौबे एवं आभार सहायक प्रबंधक अशोक शर्मा ने व्यक्त किया। कार्यशाला में आये अन्य अतिथियों ने भी उद्यमियों को योजनाओं के बारे में जानकारी दी। इस अवसर पर जिले के उद्योग जगत से जुड़े उद्यमी ने विषय विशेषज्ञों से अपनी.अपनी जिज्ञाशाओं का समाधान किया ।

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