सिद्ध चक्र महामंडल विधान में 128 अर्घ्य समर्पित
दमोह।
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के शिष्य मुनि श्री सुब्रत सागर जी के
सानिध्य में श्री पारसनाथ दिगंबर जैन नन्हे मंदिर में श्री सिद्ध चक्र
महामंडल विधान का आयोजन भक्ति भाव के साथ चल रहा है। विधान के चौथे दिन 128
अर्घ्य समर्पित किए गए। वही भक्ति भाव के साथ आचार्य श्री विद्यासागर जी
महाराज का आचार्य पदारोहण दिवस मनाया गया।जैन
धर्मशाला स्थित प्रवचन हाल में भव्य समोशरण की रचना के साथ मुनि श्री
सुब्रत सागर जी महाराज के सानिध्य एवं ब्रह्मचारी स्वतंत्र भैया के
निर्देशन में प्रतिदिन सुबह 7 बजे से श्रीजी की अभिषेक शांति धारा पूजन
उपरांत सिध्दों की आराधना विधान के महापात्राओं के साथ इंद्र इंद्राणियो के
द्वारा भक्ति भाव के साथ की जा रही है।
विधान के महा पात्रों में श्रीमती
प्राची/ हर्षित जैन एवं स्वाति /रोहित जैन सौ धर्म इंद्र बनकर, श्रीमती
रेखा/ शिखर चंद जैन को भरत चक्रवर्ती बनकर, श्रीमती मनीषा/ राजेंद्र अटल
महायज्ञ नायक बनकर, श्रीमती चमेली/ अशोक जैन यज्ञनायक बनकर, श्रीमती मनीषा/
गिरीश नायक मैना सुंदरी श्रीपाल बनकर, श्रीमती ममता राजू नायक कुबेर इंद्र
बनकर प्रतिदिन विधान पूजन का सौभाग्य प्राप्त कर रहे हैं। इस अवसर पर मुन्ना पदम जुझार परिवार द्वारा प्रकाशित मुनिश्री की कृति का विमोचन भी समाज के प्रमुख जनों द्वारा किया गया।
विधान
के चौथे दिन रविवार को भक्ति भाव के साथ 108 अर्घ्य समर्पित किए गए। इस
अवसर पर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का आचार्य पदारोहण दिवस मनाते
हुए भक्ति भाव के साथ आचार्य श्री की पूजन की गई। इस अवसर पर मुनि श्री
सुब्रत सागर जी महाराज ने आचार्य श्री से जुड़े अनेक संस्मरण सुनाते हुए
श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान की महिमा का बखान किया। सोमवार को 256 वर्ग
समर्पित किए जाएंगे। जबकि 21 नवंबर 2024 को विश्व शांति महायज्ञ के साथ
विधान का समापन होगा। श्री नन्हे मंदिर कमेटी के अध्यक्ष नवीन निराला ने
सकल जैन समाज से विधान में शामिल होकर धर्म लाभ उठाने की अपील की है।
कुंडलपुर में आचार्य पदारोहण दिवस मुनि आर्यिका संघ सानिध्य में धूमधाम से मनाया गया
दमोह।
सुप्रसिद्ध सिद्धक्षेत्र कुंडलपुर में परम पूज्य समाधि सम्राट संत शिरोमणि
आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज का आचार्य पदारोहण दिवस परम पूज्य मुनि
श्री प्रबुद्ध सागर जी महाराज ,मुनि श्री निर्दोष सागर जी महाराज
आर्यिकारत्न श्री मृदुमति माताजी ससंघ सानिध्य में धूमधाम से मनाया गया।
इस अवसर पर प्रातः भक्तामर महामंडल विधान पूज्य बड़े बाबा का अभिषेक,
शांति धारा पूजन विधान हुआ। आचार्य श्री जी की पूजन हुई ।पूज्य मुनि श्री
प्रबुद्ध सागर जी महाराज ससंघ एवं आर्यिका श्री मृदुमति माताजी ससंघ का
सानिध्य मिला। दोपहर विद्या भवन में मुनिसंघ एवं आर्यिका संघ के
सानिध्य में आचार्य पदारोहण दिवस बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया। इस अवसर
पर चित्र अनावरण, दीप प्रज्वलन एवं मुनि आर्यिका संघ को शास्त्र भेंट किए
गए। पूज्य आचार्य श्री ज्ञानसागर जी महाराज एवं पूज्य आचार्य श्री
विद्यासागर जी महाराज की भक्ति भाव के साथ पूजन की गई। पूज्य मुनि श्री
प्रबुद्धसागर जी महाराज पूज्य आर्यिकारत्न श्री मृदुमति माताजी ,पूज्य
आर्यिकारत्न श्री निर्णय मति माताजी के मंगल प्रवचन हुए ।इस अवसर पर 53
दीपों से संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज की महाआरती की
गई।सांयकाल भक्तामर दीप अर्चना एवं पूज्य बड़े बाबा की संगीतमय महा आरती
हुई। इस अवसर पर कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी के पदाधिकारी सदस्यों, तीर्थ
यात्रियों, कुंडलपुर जैन समाज, ब्रह्मचारी भैया जी एवं दीदी जी, महिला वर्ग
की उपस्थिति रही।
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