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श्रीजागेश्वर नाथ बांदकपुर धाम कोरिडोर निर्माण में प्राचीन प्रसिद्ध हाथीद्वार को ही मुख्य द्वार रखने कलेक्टर को ज्ञापन.. कॉरिडोर निर्माण का विस्तार मंदिर के मुख्य द्वार सहित चारों ओर किया जाए..

कॉरिडोर निर्माण का विस्तार मंदिर के मुख्यद्वार सहित चारों ओर किया जाए
दमोह। श्रीजागेश्वर नाथ बांदकपुर धाम कोरिडोर निर्माण में प्राचीन प्रसिद्ध हाथीद्वार को ही मुख्य द्वार रखने कलेक्टर को ज्ञापन सौपते हुए कॉरिडोर निर्माण का विस्तार मंदिर के मुख्यद्वार सहित चारों ओर किए जाने की मांग शिव भक्तों के द्वारा की गई है।  कलेक्टर श्री सुधीर कोचर को बताया गया कि श्रीजागेश्वर धाम कोरिडोर निर्माण में वर्तमान में जो प्राचीन प्रसिद्ध मुख्य द्वार हाथीद्वार के नाम से जाना जाता है उसे ही कॉरिडोर निर्माण में प्रमुख द्वार के रूप में रखा जाए। वर्तमान का हाथीद्वार आध्यात्मिक वास्तु ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है
1 बांदकपुर धाम के इतिहास को लेकर छपी पुस्तक में हाथी द्वार का विशेष उल्लेख है। 
2 मंदिर का मुख्यद्वार लगभग 1700 ई में निर्मित है।जो लगभग 400,500 वर्ष पुराना है।जिससे इसका आध्यात्मिक, वास्तु और ऐतिहासिक महत्व है। 
3 वर्तमान मुख्य द्वार से भक्तजन जैसे ही मंदिर में प्रवेश करते हैं उनका मुख उत्तर की ओर होता है।और भोलेनाथ माता पार्वती जी के साथ उत्तर में ही विराजमान हैं।शास्त्र अनुसार भी उत्तर दिशा में ही भोलेनाथ का निवास माना गया है।वर्तमान में बांदकपुरधाम के उत्तर दिशा में ही भोलेनाथ माता पार्वती जी का मंदिर है।
4 मंदिर मुख्य द्वार के सामने मंदिर ट्रस्ट कमेटी और शासन की पर्याप्त भूमि पड़ी हुई है जिससे कॉरिडोर निर्माण में आसानी होगी।
5 वर्तमान में हाथी द्वार पर ही लगभग 90% तीर्थ यात्रियों का आना होता है जिसमें प्रमुख सड़के जो मंदिर के मुख्य द्वार से जुड़ी है जिसमे भोपाल से सागर दमोह आनू होते हुए मुख्य द्वार पर भक्त पहुंचते है। जबलपुर, पाटन ,जबेरा, तेजगढ़ ,तेंदुखेड़ा, नोहटा, अभाना होते हुए भक्त मुख्य द्वार पर पहुंचते है  मंडला,नरसिहपुर,जबलपुर ,नर्मदा तट से कांवड़ यात्री और पैदल भक्त  मुख्य द्वार पर ही पहुंचते है
6 मंदिर मुख्य द्वार पर कुछ अतिक्रमणकारी बड़ी बड़ी बिल्डिंग निर्माण किए हुए हैं। जिनमें कुछ भू माफिया आपराधिक पृष्ठ भूमि से भी हैं।जो लगातार अतिक्रमण हटाने और तीर्थ क्षेत्र के विकास में षड्यंत्र कर बाधा पहुंचा रहे हैं।
7  दमोह नगर एवं जिले को सुंदर व्यवस्थित बनाने अवैध अतिक्रमण हटाने की मुहिम प्रभाविरूप से चल रही है। जो बहुत सराहनीय है। जिसमें सड़क के किनारे टीन चद्दर छोटे छोटे टपरे ढेला ठिलिया भी हटाई जा रही हैं। लेकिन बांदकपुर धाम में भव्य कॉरिडोर निर्माण में अवैध अतिक्रमण बड़ी बड़ी बिल्डिंग हटना तो दूर स्पष्ट रूप से अतिक्रमण हटाने की बात भी न होना हैरानी की बात है।जिससे कहीं न कहीं अतिक्रमणकारियो को संरक्षण मिलता दिख रहा है।
 बुदेलखंड और प्रदेश के प्रसिद्ध प्रमुख हिंदू तीर्थ क्षेत्र में आध्यात्मिक, वास्तु, ऐतिहासिक ,प्राचीनता ,प्रसिद्धि उपयोगिता हर दृष्टिकोण से वर्तमान मुख्य द्वार हाथीद्वार को ही भव्य श्रीजागेश्वर धाम कॉरिडोर निर्माण में मुख्य द्वार रखने की जिला कलेक्टर सुधीर कोचर जी से मांग की जिस पर जिला कलेक्टर का कहना है।अभी यह तय नहीं हुआ है कि द्वार किस ओर होगा बाकी आप सभी हिंदू जनमानस के विषय रखने के बाद अब व्यवस्थित चर्चा करके की आगे बढ़ेंगे। आपके आवेदन को संबंधित विभाग और कॉरिडोर निर्माण कमेटी में भी रखा जाएगा।जिला कलेक्टर से मिलने में श्री जटाशंकर मंदिर के पुजारी मोनू पाठक,हिंदू युवा वाहिनी से सोभित गुप्ता, डॉ नवीन दुबे,मां नर्मदा भक्त मनीष राजौरिया, चटन पटेल,बांदकपुर मंदिर के पैतृकपुजारी परिवार से अभय दुबे, सोनू ठाकुर, दिनेश राठौर, महेन्द्र प्रजापति, देवेंद्र कोरी, आशीष शर्मा, चंद्रपाल परिहार, महेंद्र तिवारी, शंकर गौतम आदि की उपस्थिति रही।

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