धान खरीदी के नाम पर बिचौलियों द्वारा फर्जी वाड़े
दमोह जिले में धान खरीदी के नाम पर बड़े फर्जी बड़े अर्थात घोटाले को लेकर लाल पट्टी वालों ने आज कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन करते हुए कलेक्टर के नाम ज्ञापन सोपकर बिचौलियों के साथ जिम्मेदार लोगों पर कार्यवाही की मांग की। ज्ञापन में आरोप गाया गया है कि किसानों का डाटा बेचकर बिचौलियों ने की करोड़ों की कमाई की गई है। साथ ही ऐसा करने वालो के नाम भी बताए गए है..
भगवती मानव कल्याण संगठन एवं भारतीय
शक्ति चेतना पार्टी द्वारा आज कलेक्टर के नाम एडीएम को ज्ञापन सोंपा गया।
जिसमें संगठन के जिला अध्यक्ष डॉ सुजान सिंह जी ने बताया कि दमोह जिले के
सभी धान पंजीयन केंद्रों द्वारा किसानों की हजारों एकड़ भूमि के
रजिस्ट्रेशन किए गए जिनमें हजारों कुंटल धान भरकर फर्जी किसान बनकर फर्जी
तरीके से करोड़ों की कमाई कर रहे हैं जिस किसान की भूमि का रजिस्ट्रेशन हुआ
है उन किसानों को दूर-दूर तक जानकारी नहीं है..
संगठन के केंद्रीय उपप्रचार
मंत्री भुज्जी लालजी ने कहा कि पहले भी कलेक्ट्रेट जाकर 29/11/2023
को हम सभी ने इन फर्जी रजिस्ट्रेशन की जानकारी जिला खाद्य शाखा प्रबंधक
एवं जिला सहकारी मर्यादित केंद्रीय बैंक को भी ज्ञापन सौंपा था लेकिन
संबंधित अधिकारियों द्वारा इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया.. भारतीय
शक्ति चेतना पार्टी किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष महेंद्र पालीवाल ने
बताया कि दमोह जिले में 35 फ़ीसदी धान के पंजीयन फर्जी है ऑपरेटर और उनके
साथ पटवारी तहसीलदारों कर्मचारीयों की मिलिभगत से फर्जी पंजीयन किए गए हैं
इनके बिना फर्जी पंजीयन करना संभव नहीं है..
सेवा सहकारी समिति के आपरेटरों
पटवारी तहसीलदारों की मिली भगत से सारा काम हुआ है इन कर्मचारियों पर भी
कार्रवाई कि जाए हम लोगों ने अपने ज्ञापन में पंजीयन सहित संलग्न किए हैं
लेकिन शासन प्रशासन द्वारा अभी तक इन पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की जा
रही है अगर दमोह कलेक्टर महोदय जी द्वारा इन फर्जी धान रजिस्ट्रेशन करने
वालों पर जल्द से जल्द कार्रवाई नहीं होती तो भगवती मानव कल्याण संगठन एवं
भारतीय शक्ति चेतना पार्टी हजारों किसानों के साथ दमोह कलेक्ट्रेट के सामने
धरना प्रदर्शन करेंगे इसकी पूरी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
अधिकारियों को डेढ़ लाख रूपये दिया तब खरीदी केंद्र मिला है : केंद्र प्रभारी
दमोह जनपद जबेरा की सेवा सहकारी समिति पटना मानगढ़ द्वारा पलक वेयर हाउस
मझगुवा मानगढ़ में धान की खरीदी की जा रही है,जिसमे लापरवाही बरती जा रही
है। यहां केंद्र प्रभारी एवं सर्वेयरों द्वारा व्यापारियों की अमानक धान
लेनदेन कर धड़ल्ले से खरीदी जा रही है। इसके साथ ही खरीदी केंद्र पर बारिश
की संभावना को देखते हुए भी परिसर में रखी हजारों क्वांटल धान को सुरक्षित
करने के लिए कोई उपाय नहीं किये गए है। इस संबध में आफ कैमरा केंद्र
प्रभारी अंगद सिंह का कहना है कि अधिकारियों को डेढ़ लाख रूपये दिए,तब कही
जाकर खरीदी केंद्र मिला, अभी जैसी खरीदी चल रही है आगे भी वैसी ही की जाएगी।
इससे स्पष्ट हैं कि अधिकारियों की मिलीभगत से ही केंद्र प्रभारी द्वारा
व्यापारियों की अमानक धान पहले खरीद कर वेयर हाउस में रख दी गई है । इसी तरह के हालात जबेरा के सिमरी जालम में संचालित दोनों बेयर हाउसों के भी देखे जा सकमे है। जहां पर बिना जांच के सीधे धान की ट्रालिया पहुचकर खाली होती रही है। वहीं लगातार शिकायतों के बाद भी कथित राजनैतिक संरक्षध व अधिकारियों से सेंटिंग के चलते आज तक इनके खिलाफ कोई जांच कार्रवाई नहीं की गई है।
अगर
वेयर हाउस में खरीद कर रखी गई धान की जांच हो तो बड़ी गड़बड़ी सामने आयेगी।
लेकिन अधिकारियों की जांच महज औपचारिकता साबित हो रही है। शिकायतों की
जांच की बजाए केन्द्र प्रभारियों से मिलकर अधिकारी सब कुछ ठीक है कहकर वापस
चलते जाते हैं। कई केन्द्रों से इस तरह की खबरें भी सामने आई है।
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