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दमोह से करीब 50 हजार की ऐतिहासिक जीत की ओर अग्रसर जयंत मलैया.. जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आत्मीय संवाद और अजय टंडन की ताल का जवाब कमल की टनाटन बटन दबा कर दिया..

50 हजार की ऐतिहासिक जीत की ओर जयंत मलैया..

दमोह। मप्र की दमोह विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया अपने जीवन की ऐतिहासिक जीत की और अग्रसर हो चुके हैं। हर राउंड में जिस तरह से उनको बढ़त मिल रही है उससे आखरी में करीब 50 हजार वोट से जीत का अनुमान लगाए जा रहा है।
पिछले विधानसभा चुनाव में आठसौ से कम वोटो से पीछे रह गए श्री जयंत मलैया की जगह उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए राहुल सिंह को प्रत्याशी बनाया था। जिससे गुस्साए मतदाताओं ने कांग्रेस के अजय टंडन को 17 हजार से अधिक वोटो से जिता दिया था। 

जनता ने ताल का जवाब कमल की बटन दबा कर दिया
दमोह चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के प्रति जनता की नाराजगी को अजय टंडन अपनी भारी जीत समझते आ रहे थे। और इसी का नतीजा था कि इस बार श्री मलैया से चुनाव में सीधा मुकाबला होने पर उन्होंने सैकड़ो लोगों के बीच में ताल ठोक कर भाजपा तथा मलैया को चुनौती दे डाली थी। इस चुनौती का जवाब भी श्री मलैया ने सहजता से दिया था लेकिन जनता ने इसका जवाब ईवीएम की बटन दबाकर ऐसा दिया जो शायद श्री टंडन जीवन में कभी नहीं भूल पाएंगे।

33 साल पहले अनिल टंडन के खिलाफ सबसे बड़ी जीत
 33 साल पहले श्री मलैया को सबसे बड़ी जीत 1990 में हुए उपचुनाव के दौरान अजय टंडन के चचेरे भाई अनिल टंडन के खिलाफ मिली थी। उसे दौरान उन्होंने अनिल टंडन को 28 हजार से अधिक वोटो से हराया था। उसके बाद से श्री मलैया की जीत का अंतर कम होता गया था। लेकिन उन्होंने अजय टंडन से हुए दोनों मुकाबले में उनको मात दी थी। दोनों के बीच में तीसरा मुकाबला था जिसके कांटे के होने का अनुमान लगाया जा रहा था।
प्रधानमंत्री की मोदी की सभा- मुलाकात ने बदला माहौल
विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की दमोह में हुई ऐतिहासिक सभा और श्री मोदी की भाजपा प्रत्याशी जयंत मलैया से आत्मीय मुलाकात ने वोटरों में ऐसा जोश भरा कि उन्होंने कांग्रेस के होश को ही ठिकाने लगा दिया।
हालांकि भाजपा की जीत में लाडली बहनों की महत्वपूर्ण भूमिका से इंकार नहीं किया जा सकता। लेकिन जिस तरह से शहर के मुस्लिम बहुल क्षेत्र में अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्र में इस बार श्री मलैया को वोट मिली है उसको देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि जनता को पिछले 5 साल के खोखले विकास के दावों की प्रति इतना गुस्सा था कि उसने 50 हजार से वोटो से जयंत मलैया को जिताकर उनके फिर से मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री बनने की आसान कर दी है..

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