Ticker

6/recent/ticker-posts

सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में दो दिन दिखेगा अद्भुत नजारा.. शुक्र मंगल से कल नजदीकी बनाने वाले चंद्र की आज दिखेगी थोड़ी सी दूरी.. मार्स, वीनस और मून के मिलन का अंतर आसमान में आज और कल खुली नजर से देखा जा सकेगा– सारिका घारू

चंद्रमा की जोड़ी बनेगी दो ग्रहों के साथ मंगलवार की शाम

सूर्यास्त के बाद आसमान साफ होने अर्थात बादल नहीं होने पर पश्चिम दिशा में रात 9 बजे के बाद तक सौरमंडल के सबसे चमकीले ग्रह वीनस अर्थात शुक्र काफी दिनों से आकाश की ओर निहारने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इधर पिछले कुछ दिनों से शुक्र के नजदीक लाल कलर का मार्स अर्थात मंगल भी चमकता हुआ देखा जा सकता है। शुक्र मंगल की इस जोड़ी के साथ अब मून अर्थात चंद्र का त्रिकोण बनने जा रहा है। मंगलवार शाम को यह स्थिति साफ तौर पर देखने को मिलेगी लेकिन इसके पहले सोमवार शाम को शुक्र मंगल नजदीकी के बीच चंद्र से इनकी दूरी को कुछ देर के लिए खुली आंखों से देखा जा सकेगा।

इस अद्भुत खगोलीय घटना को लेकर राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका धारू का कहना है कि मंगलवार की शाम आकाश में सूर्य के अस्‍त होने के बाद पश्चिम में विशेष अद्भुत खगोलीय नजारा दिखने जा रहा है। जिसमें हंसियाकार चंद्रमा चमकते शुक्र और लाल ग्रह मंगल के बीच दिखता हुआ मिथुन तारामंडल के तारों के साथ मेल मुलाकात करते दिखेगा । सूर्यास्‍त की लालिमा समाप्‍त होने के साथ ही हंसियाकार चंद्रमा के साथ शुक्र(वीनस) अपनी चमक बिखेर रहा होगा तो उसके कुछ उपर मंगल (मार्स) लालिमा के साथ होगा । उसके पास ही मिथुन तारामंडल के जुड़वां तारे पोलुक्‍स एवं कैस्‍टर भी इस मिलन समारोह का हिस्‍सा बनेंगे । इसके साथ ही बिहाईव स्‍टार क्‍लस्‍टर भी इनके आसपास दिखेगा ।

सारिका ने विद्या विज्ञान कार्यक्रम में बताया कि मिलन करते इन खगोलीय पिंडों के बीच आपस की दूरी करोड़ों किमी होगी लेकिन इनका पृथ्‍वी से बनने वाला कोण इस प्रकार होगा कि वे मिलते से नजर आयेंगे । जुड़वां तारे कहे जाने वाले तारों में से पोलुक्‍स 33 प्रकाश वर्ष दूर है और विकसित लाल विशालकाय तारा है जो कि हमारे सूर्य से दोगुना विशाल है । जबकि केस्‍टर 51 प्रकाशवर्ष दूर नीला तारा है जो हमारे सूर्य से 2.7 गुना अधिक भारी है । रोमन पौराणिक कथाओं के अनुसार पोलक्‍स और केस्‍टर जुड़वां भाईयों का प्रतिनिधित्‍व करते हैं ।

सारिका ने बताया कि इस खगोलीय घटना में चंद्रमा लगभग 1000 तारों के समूह जिसे कि बिहाईव स्‍टार क्‍लस्‍टर कहते हैं के भी समीप दिखेगा । बुधवार (24 मई) शाम के आकाश में भी इस दृश्‍य को देखा जा सकेगा लेकिन तब चंद्रमा आगे बढ़कर मंगल के करीब पहुंच चुका होगा । इस तरह ग्रहों, तारों और उपग्रहों का मिलन समारोह का मनमोहन दृश्‍य दिखने जा रहा है । दोनो ही दिन इसे रात्रि 10 बजे के पहले देखा जा सकेगा ।

 सारिका घारू @GharuSarika

Post a Comment

0 Comments