कांग्रेस पार्षद का नगर पालिका में मटका फोड़ प्रदर्शन..
दमोह। पथरिया नगरपालिका क्षेत्र में अनेक जगह है गर्मी शुरू होते ही जल संकट के हालात ने विकराल रूप धारण करना शुरू कर दिया है। अनेक वार्डो में जल सप्लाई व्यवस्था बिगड़ जाने से लोगों को पीने का पानी भरने के लिए दूसरे वालों दूसरे क्षेत्रों में जाना पड़ रहा है वही नगरपालिका की टैंकर सप्लाई व्यवस्था भी लगभग अस्त व्यस्त रहने से लोग जमकर परेशान हैं।
ऐसा ही कुछ हालातों के बीच सोमवार को पथरिया के वार्ड क्रमांक 12 के पार्षद शुभम चौबे के नेतृत्व में लोगों ने मटका लेकर विरोध प्रदर्शन किया। नगर पालिका कार्यालय पहुंचकर मटके फोड़कर प्रदर्शन करते हुए सीएमओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान नगरपालिका में भाजपा समर्थित अध्यक्ष सुंदर लाल विश्वकर्मा भी मौजूद थे लेकिन उनके खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने एक शब्द भी नहीं बोला उल्टी अध्यक्ष महोदय कांग्रेस पार्षद और समर्थकों के साथ प्रदर्शन में शामिल होते नजर आए इस दौरान उन्होंने पथरिया विधायक के खिलाफ नारेबाजी कराने में भी कोई कसर नही छोड़ी।
नगरपालिका अध्यक्ष की विधायक के खिलाफ नारेवाजी
उपरोक्त नजारे को देखकर पथरिया नगर पालिका में कांग्रेस भाजपा समर्थकों की सांठगांठ जहां उजागर होती नजर आई वही नगरपालिका का अध्यक्ष निर्वाचित होने के बावजूद सुंदर लाल विश्वकर्मा की पालिका परिषद ने नहीं चल पाने की स्थिति भी उजागर होती दिखी। इधर उपरोक्त हालात के लिए बसपा विधायक रामबाई सिंह परिहार को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश करते हुए भी दोनों दलों के नेता नजर आए।
हालांकि मीडिया के कैमरे के सामने कोई कुछ नहीं बोला लेकिन नारेबाजी की जो वीडियो सामने आई है उससे साफ हो गया कि कांग्रेस भाजपा पार्षद व अध्यक्ष उपाध्यक्ष की नगर पालिका सीएमओ तथा पथरिया विधायक के कारण बिल्कुल भी नहीं चल पा रही है।
नगर पालिका अध्यक्ष की क्यो नही हो रही सुनवाई..
दबंग विधायक श्रीमती रामबाई सिंह परिहार के क्षेत्र में पिछले साल पथरिया नगर पालिका चुनाव के दौरान एक दिन में दो बार दलबदल करके नगर पालिका अध्यक्ष की कुर्सी तक पहुंच गए नेताजी की नगर परिषद से संबंधित कामकाज में कोई खास दखल तथा पूछ परख न होने से उनके सब्र का बांध अब लगभग टूटता हुआ नजर आने लगा है।
नेताजी सुंदरलाल विश्वकर्मा बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर पार्षद चुने गए थे। नगर पालिका अध्यक्ष चुनाव के दिन वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। कांग्रेस पार्षदों की मदद से अध्यक्ष चुने जाने के बाद उन्होंने उपाध्यक्ष प्रतिनिधि संतोष दुबे के नेतृत्व में भाजपा में शामिल होने की घोषणा कर दी थी। नेताजी को उम्मीद थी कि भाजपा समर्थित अध्यक्ष उपाध्यक्ष बन जाने के बाद "पांचों उंगलिया घी" में रहने जैसी स्थिति बनेगी लेकिन दमोह सांसद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल लता पथरिया विधायक रामबाई सिंह परिहार की नाराजगी के चलते इनके मंसूबे पर पानी फिरते देर नहीं लगी।
सुंदर लाल विश्वकर्मा के पास नगरपालिका के अध्यक्ष पद से लेकर बैठने को कार्यालय में चेंबर आदि भी है। उनकी गिनती भी प्रदेश के भाजपा समर्थित नगर पालिका अध्यक्ष में की जाती है लेकिन नगर पालिका में होने वाले कामकाज में उनकी दखलंदाजी से लेकर उनकी सिफारिश को अनसुना लगातार किया जाता रहा है। जिसका दुखड़ा वह उपाध्यक्ष प्रतिनिधि भाजपा नेता संतोष दुबे के साथ विभाग के मंत्री से लेकर प्रभारी मंत्री तक को अनेक बार सुना चुके हैं। इसके बावजूद पार्टी संगठन से लेकर स्थानीय पदाधिकारी यहां तक कि नगरपालिका के सीएमओ भी उनकी सिफारिशों को तवज्जो देना जरूरी नहीं समझती। नतीजन अध्यक्ष महोदय पथरिया नगर के प्रथम नागरिक होने के बावजूद ना शहर के हिसाब से कुछ करा पा रहे हैं और ना अपने ही हिसाब से। शायद यही वजह रही कि सोमवार 13 मार्च को जब कांग्रेस पार्षद शुभम चौबे के नेतृत्व में वार्ड के लोग नगरपलिका में मटका फोड़ प्रदर्शन करने के लिए पहुंचे तो अध्यक्ष महोदय मैं भी इस प्रदर्शन में शामिल होने में देर नहीं की। यहां तक की पथरिया विधायक के खिलाफ नारे लगवाने से भी नहीं चूके। देखना होगा ऐसा कब तक चलता है। विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर भाजपा अपने समर्थित अध्यक्ष को तवज्जो देने की मंशा बना पाती है अथवा उपेक्षा से दुखी होकर अध्यक्ष महोदय एक बार फिर पार्टी छोड़कर दबंग विधायक की शरण में पहुंचने की मानसिकता बनाते हैं।
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