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जबलपुर व अन्य क्षेत्रों से लग्जरी गाड़ियों से आकर जुआ की महफ़िल सजाने वालों पर तेंदूखेड़ा पुलिस का शिकंजा.. 7 जुआड़ी कार छोड़कर भागे, पुलिस ने पहिए निकलवा कब्जे में लिया.. इधर पथरिया में लाडली बहनों से मनमाना शुल्क वसूलने वाले अवैध आधार सेंटर पर कार्यवाही..

जुआ की महफ़िल सजाने वालों पर पुलिस का शिकंजा

दमोह। जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में बाहर से लग्जरी गाड़ियों से आकर जंगल मे जुआ की महफिल सजाकर रिस्क जुआ खेलने की खबरें आए दिन मीडिया की सुर्खियां बनती रहती है लेकिन जब कभी पुलिस द्वारा ऐसे मामलों में कार्रवाई की जाती है तो "सोलह दूनी आठ" जैसी स्थिति उजागर होती नजर आती है।
 ऐसा ही कुछ ताजा मामला तेंदूखेड़ा क्षेत्र में सामने आया है जहां जंगल में सजी जुआ की महफिल पर पुलिस की दबिश के पहले ही अधिकांश खिलाड़ी भागने में सफल हो गए। हालांकि पुलिस ने जंगल में छुपा कर रखी गई चार लग्जरी कार और एक बाइक को कब्जे में लेने तथा 3 जुआरियों को पकड़ने और इनसे 9520 की रकम बरामद करने में सफलता हासिल की है। मामले में खास बात यह है कि जो गाड़ियां पकड़ी गई उनकी चाबी है नहीं होने की वजह से पुलिस ने एन के पहिए निकलवा कर कब्जे में लिए जिससे जुए के खिलाड़ी बिना सुपुर्दनामा के अब अपनी गाड़ियां वापस नहीं पा सकेंगे।
फिल्म स्टाइल में सामने आए इस पूरे घटनाक्रम को लेकर प्राप्त जानकारी के अनुसार तेंदूखेड़ा थाना पुलिस ने शनिवार की रात 11 बजे दलपत खेड़ा के जंगल में चल रहे जुआ फ़ढ़ पर एसडीओपी डीएस ठाकुर की मौजूदगी में दबिश दी। लेकिन पुलिस की घेराबंदी के बावजूद 10 में से 7 खिलाड़ी अंधेरे का फायदा उठाकर जंगल में भागने में सफल हो गए जो तीन पकड़े गए उनसे 9 हजार 520 रूपए नगद की राशि जब्त होना दर्शाया गया है।
आरोपियों के नाम वीरू उर्फ चंद्रभान यादव खमरिया, दिलीप यादव इमडीडोल, सत्यम लोधी नरगंवा, कृष्णा लोधी नरगुंवा, सतीष अहिरवार जबलपुर, विकास लाहोरिया जबलपुर आदि बताए गए है। गिरफतार तथा फरार आरोपियों पर जुआ एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। 
पुलिस कार्यवाही को लेकर एसडीओपी डीएस ठाकुर ने बताया कि जंगलो में महीनों से जुआ चल रहा था लेकिन मौके पर जब भी पुलिस पहुचती थी जुआरी भाग निकलते थे। 
शनिवार की रात्रि भी दलपतखेड़ा के जंगलो में मुखबिर से जुआ की सूचना मिली थी। और कार्यवाही के दौरान तीन जुआरी मिले जिनको पकड़ा गया। जुआरी कारो से आये थे जो चाबी लेकर मौके से भाग गये थे इसलिये सभी गाड़ियों के पुलिस ने चक्के निकला कर थाने में सुरक्षित रख लिये हैं। जुआ पकडने की कार्यवाही के दौरान थाना प्रभारी बीएल चैधरी उपनिरीक्षक शिलास कुमार, उपनिरीक्षक उमेश करोलिया, उपनिरीक्षक प्रदीप चोधरी, सहायक उपनिरीक्षक मुबारक खान, प्रधान आरक्षक कालूराम शर्मा, ब्रजेश तिवारी, रंजीत राणा, रौनक पांडे, आरक्षक योगेश मिश्रा आदि मौजूद रहे।
 
अवैध आधार सेंटर पर तहसीलदार की कार्यवाही
दमोह। लाडली बहना योजना के तहत केवाईसी कराने जिले भर में अनेक महिलाओं को अपने आधार कार्ड सुधार संशोधन बनवाने की आवश्यकता पड़ रही है वही मौके का फायदा उठाकर अनेक आधार केंद्र संचालक मनमाना शुल्क वसूलने से नहीं चूक रहे हैं। यहां तक की अवैध रूप से आधार केंद्र का संचालन करने वाले लोग भी अवसर का लाभ उठाते नजर आ रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला पथरिया नगर में सामने आने के बाद तहसीलदार विकास अग्रवाल ने मौके पर पहुंच कर जांच कार्यवाही करते हुए आधार केंद्र की सामग्री को जप्त कर जांच के बाद पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। पथरिया दमोह रोड पर धड़ल्ले से गुरु कृपा मार्केट में संचालित हरि मोहन पटेल के आधार सेंटर पर टीम के साथ पहुंचे तहसीलदार विकास अग्रवाल ने जब केंद्र संचालन से संबंधित दस्तावेज मांगे तो संचालक कोई भी कागजात उपलब्ध नहीं करा सका। वही आधार कार्ड मशीन की लोकेशन जिले से बाहर की पाई गई। जो अवसर का लाभ उठाने के लिए यहां पर केंद्र संचालन कर रहा था। मौके पर मौजूद कस्टमर द्वारा बताया गया कि आधार कार्ड सुधार से लेकर बनवाने के नाम पर 200 से 500 रुपए तक लिए जा रहे थे। तहसीलदार द्वारा मशीन की जांच किए जाने पर पथरिया क्षेत्र के लोगों का आधार संबंधी डाटा प्राप्त हुआ जिसके बाद आधार कार्ड बनाने की मशीन, सीपीयू, प्रिंटर सहित अन्य सामग्री को जब्त करके आगे जांच कार्यवाही की जा रही है। 
हालांकि तहसीलदार की इस कार्यवाही से जो लोग जल्द अपने आधार अपडेट होने और बनने की उम्मीद में यहां आए थे उनको दूसरी जगह भटकने को मजबूर होना पड़ेगा वही बताया जा रहा है कि पथरिया क्षेत्र में अन्य स्थानों पर संचालित आधार केंद्र भी ग्रामीण क्षेत्रों की लोकेशन पर चल रहे हैं जिनकी जानकारी जिला अधिकारी को होने के बावजूद ध्यान नहीं दिए जाने कार्यवाही नहीं किए जाने से वास्तविक ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को अपने गांव से पथरिया या जिला मुख्यालय पहुंचकर अपना समय तथा धन बर्बाद करने को मजबूर होना पड़ रहा है। पथरिया में सेंटर को संचालित कर रहा था इसी प्रकार और भी आधार कार्ड सेंटर की लोकेशन ग्रामीण अंचलों में है।

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