नए वर्ष पर हजारों भक्तों ने किया बड़े बाबा अभिषेक
दमोह। सुप्रसिद्ध
जैन तीर्थ कुंडलपुर में नए वर्ष की प्रातः बेला में निर्माणाधीन बड़े बाबा
मंदिर में लंबी कतार में पीले वस्त्र धारण कर श्रद्धालु भक्तों की भीड़
पूज्य बड़े बाबा के अभिषेक हेतु उमड़ पड़ी । कड़कड़ाती ठंड एवं कोहरा भी
लोगों की आस्था, भक्ति, जोश को कम नहीं कर सका । 11:30 बजे नए वर्ष की
सूरज की किरण देखने मिल सकी।
इस अवसर पर हजारों श्रद्धालु भक्तों ने पूज्य
बड़े बाबा का अभिषेक किया एवं हजारों भक्त बड़े बाबा के चरणों में उपस्थित
हुए । मंगल सानिध्य मिला आचार्य श्री उदार सागर जी महाराज ससंघ । मुनि श्री
विहसंत सागर जी महाराज ससंघ, मुनि श्री निरंजन सागर जी महाराज का मंगल
आशीर्वाद भक्तों को प्राप्त हुआ। इस अवसर पर प्रथम कलश शांतिधारा रिद्धि कलश
करने का सौभाग्य इंजीनियर निर्मल कुमार मनीष कुमार मोदी सागर, चंद्र कुमार
सराफ अध्यक्ष कुडंलपुर क्षेत्र कमेटी को प्राप्त हुआ।
शांति धारा सुशील
कुमार देवेंद्र जैन स्लीमनाबाद शांतिधारा ब्रह्मचारी सुशील भैया हर्रई
तेंदूखेड़ा पारसनाथ शांति धारा वैभव केडी जैन सुषमा पारुल पुणे पार्श्वनाथ
शांतिधारा श्रीमती मुन्नी बाई समता मनोज रानी अशोकनगर रिद्धि कलश रमेश चंद
जी जैन बड़ौदिया बांसवाड़ा रिद्धि कलश सुनील दिलीप जितेंद्र छिंदवाड़ा को
प्राप्त हुआ। छत्र चवर शकुंतला पंकज हरषित यथार्थ सेठी रांची, क्षत्र चवंर
सुनील कुमार राजमल जैन जामनेर गुना को प्राप्त हुआ। आजीवन भक्तांमर विधान
रमेश चंद अनीता विकास जैन दिल्ली द्वारा घोषणा की गई। इस अवसर पर कुंडलपुर
क्षेत्र कमेटी के पदाधिकारी सदस्यगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
भजन संध्या में भक्ति गीतों पर झूमे भक्त
नए वर्ष की पूर्व संध्या पर पहाड़ पर
स्थित बड़े बाबा मंदिर के समीप भव्य पंडाल में भजन संध्या का आयोजन किया
गया। इंदौर से आए मशहूर गायक चिंतन रॉकस्टार एवं गायिका अनामिका ने अपनी
मधुर गायकी से हजारों दर्शकों को नाचने झूमने को उत्साहित कर दिया। ठीक
12:00 बजते ही नए वर्ष का आगाज पूज्य बड़े बाबा के चरणों में महाआरती दीप
नृत्य करने भारी जनसमूह उमड़ पड़ा । भजन संध्या में मंगलाचरण ब्रह्मचारिणी
किरण दीदी ने करते हुए कहा कि तीर्थराज सम्मेद शिखर हमारी आन बान शान है हम
अहिंसको की जीत अवश्य होगी। इस अवसर पर गीतकार चिंतन बाकलीवाल एवं जयपुर
से पधारे अशोक गंगवाल का सम्मान कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी अध्यक्ष चंद्र
कुमार सराफ ने किया ।
अशोक गंगवाल ने बताया उनके पिता स्वर्गीय मोहनलाल
गंगवाल ने 30 वर्ष पूर्व कुंडलपुर में 31 दिसंबर को भजन संध्या की शुरुआत
की जो आज भी जारी है। उन्होंने बड़े बाबा के चरणों में सुंदर गीत की
प्रस्तुति की जगत के रंग क्या देखूं तेरा दीदार काफी है । चित्र अनावरण, दीप
प्रज्वलन कुंडलपुर क्षेत्र कमेटी पदाधिकारियों ने किया ।गायक चिंतन
रॉकस्टार ने णमोकार महामंत्र से शुरुआत कर महाभारत सीरियल का टाइटल सॉन्ग
की हूबहू प्रस्तुति की ।एक नाम का दीवाना विद्यासागर है जो मैं उनका दीवाना
भजन की प्रस्तुति पर पूरा पंडाल के दर्शक झूम उठे ।दूसरी प्रस्तुति
विद्यासागर गुरुवर हमारा बोलो भारत सबसे प्यारा, महावीर श्री राम की भूमि
इंडिया नहीं भारत बोलो ,आचार्य श्री का प्यारा नारा। तीसरी प्रस्तुति भरत
का भारत स्वर्ग का कोना हिंदी जिसकी शान है पर दर्शक झूम उठे। देर रात तक
भजन गीतों की बरसात होती रही।
दमोह। नववर्ष के अवसर देव श्री जागेश्वर नाथ महादेव के हजारों भक्तो ने दर्शन किये मंदिर में पूजन अर्चन कर अभिषेक किया गया शिव से प्रार्थना कर सुख और समृद्धि की कामना की देव श्री जागेश्वर नाथ जी मंदिर ट्रस्ट कमेटी के प्रवक्ता आचार्य पंडित रवि शास्त्री महाराज ने बताया कि भक्तो ने भारी संख्या में बांदकपुर पहुंचकर भगवान जागेश्वर नाथ का अभिषेक और पूजन अर्चन किया गया बुंदेलखंड का अति प्राचीन सिद्ध तीर्थ क्षेत्र बांदकपुर जहां विशाल स्वयंभू शिवलिंग स्थापित है।धर्म की मान्यताएं और परंपराओं के अनुसार वेद मंत्रों के उच्चारण एवं रुद्री पाठ के साथ अभिषेक किया गया और यह क्रम घंटों चलता रहा। विद्वान विप्रो और संस्कृत विद्यालय के छात्रों के द्वारा एक स्वर में रुद्री पाठ करते हुए एक अलग धर्म में वातावरण का निर्माण किया गया। श्रद्धालुजन शिव की भक्ति में लीन दिखे मंदिर में आने वाले भक्त गण भी शिव की भक्ति में रंगे दिखलाई दे रहे थे, सभी प्रसन्न थे और सभी नववर्ष के अवसर पर एक दूसरे को बधाई शुभकामनाएं दे रहे थे।देव श्री जागेश्वर नाथ जी मंदिर ट्रस्ट के द्वारा देव दर्शनार्थ आने बाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कोई समस्या ना हो इसलिए शानदार व्यवस्थाए की गई थी।
प्रबंधक पंडित राम कृपाल पाठक, ने बताया कि प्रतिवर्ष से इस वर्ष
भक्तो की अधिक संख्या देखी गई संस्कृत के छात्रों ने वेद मंत्रों के
उच्चारण के साथ पूजन अर्चन किया।देव जागेश्वर नाथ मंदिर में प्रतिदिन की
परंपराओं के अनुसार देव जागेश्वर नाथ भगवान की भव्य आरती की गई। पारंपरिक
वाद्य यंत्रों के साथ वेद मंत्रों के उच्चारण और सुगंधित द्रव्यों के की
धूनी एवं देसी घी कपूर की आरती की गई। मंदिर परिसर में हजारों भक्तों ने
भगवान देव जागेश्वर नाथ का दर्शन कर आशीष लिया।
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