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धर्मांतरण मामले में दर्ज रिपोर्ट को लेकर.. विभिन्न संस्थानों के गैर इसाई अधिकारी कर्मचारियों ने.. केंद्रीय मंत्री, विधायक, कलेक्टर एसपी को ज्ञापन सौंपा.. हिंदू संगठनों ने लाल के दलालों की अर्थी फूंकी.. इधर हाईकोर्ट से अजय लाल को सर्शत अग्रिम जमानत मिली..

 धर्मांतरण मामले में रिपोर्ट को लेकर केंद्रीय मंत्री को ज्ञापन

दमोह। बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष द्वारा देहात थाने में धर्मांतरण पास्को एक्ट सहित अन्य मामलों में मिशनरी से जुड़े 10 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर कराई गई थी। इसके बाद धर्मांतरण को लेकर जांच के बाद एक अन्य एफआईआर दर्ज करते हुए आठ अन्य लोगों को भी नामजद किया गया था। 
बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष द्वारा 13 नवंबर को दर्ज कराई गई रिपोर्ट के मामले में ईसाई मिशनरी से जुड़े विभिन्न संस्थाओं के गैर ईसाई अधिकारी कर्मचारियों ने आज पैदल मार्च निकालकर हाथों में तख्तियां लेते हुए केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के अलावा कलेक्टर एसपी को एक ज्ञापन सौंपते हुए उपरोक्त मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग करते हुए मामले में संस्थाओं के जिम्मेदार पदाधिकारियों के नाम बिना जांच-पड़ताल के दर्ज किए जाने की बात कही। जिसके बाद केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने मीडिया से चर्चा करते हुए अपनी बात रखी।
विधायक अजय टंडन के कार्यालय पहुंचकर सौंपा ज्ञापन
दमोह। एम.आई.सी.एस. नव जाग्रति स्कूल में आधार शिला संस्थान के समस्त शिक्षा एवं स्वास्थ्य विभाग से कार्यरत कर्मचारियों ने विधायक अजय टंडन के कार्यालय पहुंचकर विधायक प्रतिनिधि वीरेन्द्र दबे एवं नगरपालिका का उपाध्यक्ष प्रतिनिधि विक्रम ठाकुर को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से दमोह देहात थाना द्वारा साक्ष्य विहीन वगैर तथ्य के जो अपराधिक मामले उनकी संस्थाओं के प्रमुखो पर बनाये गये है वह बेबुनियाद है निराधार है तथ्यहीन है जो संस्था पिछले 90 वर्षो सें संपूर्ण जिले में सामाजिक शैक्षणिक स्वास्थ्य मानव सेवा के कार्य सदभावना निष्ठा के साथ अनेक वर्षो के साथ कार्यकरता आ रहा हैं साथ ही सस्थान द्वारा अनाथ एवं विकलांग बच्चो के बात्सल्यमयी उचित देखरेख एवं रखरखाव कर उनका लालन पालन करती आ रही है ऐसी संस्थाओं के प्रमुखों कर एवं विशेष वर्ग द्वारा कुटरचित रचनाये रचकर चंद रूपयां की खातिर आपराधिक मामले दर्ज करवाना न्योयोचित नहीं है।
हम गैर ईसाई कर्मचारी जो इनकी सस्थाओं में कार्य करके संस्था को उत्कृष्ट बना रहे है। शीर्ष पर पहुंचा रहा है। वही कुछ चंद लोग निजी स्वार्थ की खातिर संस्था को बदनाम करके हम संस्थाओं में काबिज सैकड़ों कर्मचारियों की रोजी रोटी से खिलवा़़ड़ कर रहे है। पुलिस की एक तरफा कार्यवाही निंदनीय है उक्त कार्यवाही तत्काल प्रभाव से निरस्त कर निस्पक्षता से जांच की जाये। ज्ञापन लेते हुए सेंवादल के पूर्व मुख्य संगठक वीरेन्द्र दवे ने कहा कि उक्त संस्था निश्वार्थ भाव से जिले में काम कर रही है यह सर्वविदित है किन्तु न्यायिक प्रणाली को छोड़कर अपनी जो भी वाजिव मांगे है उनका साथ देने उनका कांग्रेस संगठन सदैव तत्पर रहेंगा। इस अवसर पर विनय लहरी, दिलीप खरे, छत्रपाल ठाकुर, जितेन्द्र श्रीवास्तव, नफीस खान, डॉ.विशाखा दुबे, राहुल टंडन, मेजर सिंह सहित सैंकडों महिला कर्मचारियों की उपस्थिति रही।
 हिंदू जागरण मंच ने लाल के दलालों की अर्थी फूंकी
दमोह। राष्ट्रीय बाल कल्याण आयोग के अध्यक्ष श्री प्रियंक कानूनगो जी द्वारा विभिन्न क्रिश्चियन मिशनरी संस्थाओं का निरीक्षण पुलिस प्रशासन की टीम के साथ करने के दौरान, उन ईसाई संस्थाओं में पाई गई अनियमितताओं के आधार पर दमोह जिले के देहात थाना अंतर्गत गंभीर धाराओं के अंतर्गत ईसाई मिशनरी अजय लाल और अन्य 9 के खिलाफ गंभीर धाराओं के अंतर्गत अपराध पंजीबद्ध किया था। तत्पश्चात मडॉहार में धर्मांतरण मामले में एक अन्य यीशु मिशनरी संस्था के ऊपर अवैध रूप से लालच देकर धर्मांतरण और नाबालिग दलित बेटी के साथ छेड़छाड़ के मामले में 8 लोगों पर अपराध पंजीबद्ध किया था कई दिन बीत जाने के बाद भी अब तक दमोह प्रशासन ने उक्त मिशनरियों पर किसी भी तरीके की कार्रवाई नहीं की है और गैर ईसाई कर्मचारियों पर अनैतिक दबाव बनाकर उनके पक्ष में ज्ञापन देने के लिए विवश किया जा रहा है
 इन सभी घटनाओं को लेकर और प्रशासनिक उदासीनता को लेकर हिंदू जागरण मंच ने दमोह प्रशासन और अजय लाल के दलालों का अर्थी जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया। हिंदू जागरण मंच के पदाधिकारियों ने मानस भवन अंबेडकर चौक के समीप अर्थी जुलूस निकालकर लाल के दलालों की अर्थी फूंकी तथा 15 दिन बाद भी उपरोक्त मामले में नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर सवाल खड़े किए। हिंदू जागरण मंच के महामंत्री नित्या प्यासी ने आरोपियों की अग्रिम जमानत रद्द हो जाने के बाद भी पुलिस प्रशासन द्वारा गिरफ्तारी में देरी को लेकर इस तरह के प्रदर्शन आगे भी जारी रखने की बात कही है।
अजय लाल को हाईकोर्ट से मिली सर्शत जमानत
दमोह के देहात थाने में 13 नवंबर को बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष द्वारा दस लोगों के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर मामले में एक आरोपी अजय लाल को मंगलवार शाम हाईकोर्ट से सर्शत जमानत मिलने की जानकारी सामने आई है। दरअसल जिस संस्था के पदाधिकारी ट्रस्टी होने के नाते अजय लाल का नाम इस मामले में अन्य लोगों के साथ दर्ज कराया गया था उक्त संस्था से अजय लाल द्वारा करीब दो साल पूर्व स्तीफा दे दिया गया था। जिसकी जानकारी पूर्व में प्रशासन को भी गई थी। हालांकि इस मामले में नामजद रिपोर्ट दर्ज होने के बाद दमोह कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत रद्द कर दी थी। जिसके बाद हाईकोर्ट में उनकी अर्जी पर सुनवाई के बाद सोमवार को निर्णय को सुरक्षित रखा गया था। आज मंगलवार को उनको सर्शत अग्रिम जमानत से मिशनरी संस्थाओं के सदस्यों ने राहत की सांस ली है। हालांकि अजय लाल को मिली जमानत का लाभ इस केस से जुड़े अन्य आरोपियों की जमानत मामले में मिलने की बहुत कम संभावना है। क्यों कि अजय लाल को संस्था को पूर्व में छोड़ देने का लाभ जमानत में मिला है।

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