पत्रकार की बाइक चोरी का 20 दिन बाद भी सुराग नहीं
दमोह।
जिले में अपराधों के ग्राफ में लगातार इजाफे के सांप बाइक चोरी की
वारदातों को पुलिस शायद गंभीरता से नहीं लेती यही वजह है कि पहले तो बाइक
चोरी की रिपोर्ट लिखे जाने में आनाकानी की जाती है और जब रिपोर्ट लिख जाती
है तो कार्यवाही के नाम पर फरियादी से स्वयं पतासजी में जुटे रहने को कहा
जाता है। यहां तक कि इस तरह के हालात का शिकार मीडिया कर्मियों को भी होना
पड़ रहा है। फिलहाल यहां हम बात कर रहे हैं श्रमजीवी
पत्रकार संघ के प्रदेश सचिव, जिले के वरिष्ठ पत्रकार मध्यप्रदेश शासन से
अधिमान्यता प्राप्त राम शरण पाराशर की। जिनकी एचएफ डीलक्स हरे कलर की बाइक
क्र एमपी 34 एनई 8491 17 अक्टूबर 2022 को पुराने तालाब के पास मिस्त्री
कांप्लेक्स के बाहर चोरी हो गई थी।
गाड़ी के स्टार्ट होने की आवाज सुनकर उनके बेटे ने किसी अज्ञात व्यक्ति को शिवाजी स्कूल कोतवाली तरफ बाइक ले जाते हुए देखा था। घटना की सूचना रामांश पिता पत्रकार रामशरण पाराशर द्वारा कुछ ही देर में कोतवाली पहुंचकर पुलिस को दी गई थी। लेकिन पुलिस द्वारा मामले में त्वरित कार्रवाई करने की बजाय आवेदन देने को कहा गया और फिर बाद में दूसरे दिन 18 अक्टूबर की दोपहर 3:30 बजे बाइक चोरी की रिपोर्ट दर्ज की गई। कोतवाली में एफ आई आर क्रमांक 0783/2022 धारा 379 के तहत दर्ज किए जाने के दौरान भी गंभीर लापरवाही बरती गई बाइक की कीमत Rs 45000 लिखवाए जाने के बावजूद रिपोर्ट में चार लाख पचास रुपए दर्ज की गई।
गाड़ी के स्टार्ट होने की आवाज सुनकर उनके बेटे ने किसी अज्ञात व्यक्ति को शिवाजी स्कूल कोतवाली तरफ बाइक ले जाते हुए देखा था। घटना की सूचना रामांश पिता पत्रकार रामशरण पाराशर द्वारा कुछ ही देर में कोतवाली पहुंचकर पुलिस को दी गई थी। लेकिन पुलिस द्वारा मामले में त्वरित कार्रवाई करने की बजाय आवेदन देने को कहा गया और फिर बाद में दूसरे दिन 18 अक्टूबर की दोपहर 3:30 बजे बाइक चोरी की रिपोर्ट दर्ज की गई। कोतवाली में एफ आई आर क्रमांक 0783/2022 धारा 379 के तहत दर्ज किए जाने के दौरान भी गंभीर लापरवाही बरती गई बाइक की कीमत Rs 45000 लिखवाए जाने के बावजूद रिपोर्ट में चार लाख पचास रुपए दर्ज की गई।
बताया कि इस दौरान
शहर में करीब आधा दर्जन बाइक चोरी की वारदात सामने आई थी। लेकिन एक भी बाइक
का सुराग नहीं लग सका है। पत्रकार राम शरण पाराशर की बाइक चोरी की घटना को
20 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस आज तक जहां कोई सुराग नहीं लगा सकी है। श्री पाराशर द्वारा कुछ लोगों पर संदेह व्यक्त करते हुए कोतवाली थाना
प्रभारी को जानकारी देने मोबाइल लगाए जाने पर उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं
किए जाने जैसे हालात भी सामने आए हैं।
पथरिया थाने में भी इसी तरह के हालात..
पत्रकार
की बाइक चोरी का यह पहला मामला नहीं है इसके कुछ माह पूर्व पथरिया के
पत्रकार सुरेश नामदेव की बाइक को छीनकर अज्ञात आरोपी फरार हो गए थे।
जिस की
रिपोर्ट दर्ज कराने श्री नामदेव को पथरिया थाने के एक नहीं अनेक बार चक्कर लगाना पड़े
थे तब कहीं जाकर बाइक चोरी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। बाद में गढ़ाकोटा थाना
क्षेत्र से यह बाइक वहां की पुलिस ने बरामद की थी।
CM हेल्प लाईन में शिकायत के बाद लिखी रिपोर्ट
पथरिया
के बंडा तिराहा के पास खिलान राठौर जोकि चाय की दुकान चलाते हैं जहां 4
नवंबर को दुकान के ही समीप वह अपनी मोटरसाइकिल एचएफ डीलक्स MP-34,Mi 2006
रखे हुए थे। जहां से दोपहर एक बजे के आसपास अज्ञात चोर वह बाइक लेकर भाग
गया था। चारों तरफ ढूंढने पर भी सुराग नहीं लगने पर खिलान राठौर तत्काल
पथरिया पुलिस थाने पहुंचे। जहा उन्होंने अपनी गाड़ी की रिपोर्ट लिखानी
चाही। लेकिन थाने में उनकी एफ आई आर दर्ज नहीं की गई, कहा गया कि बाद में
आना। लगातार तीन बार वह थाने में रिपोर्ट कराने पहुंचे लेकिन पुलिस द्वारा
उन्हें भगा दिया गया।
बाद में उनके द्वारा सीएम
हेल्पलाइन में मोटरसाइकिल चोरी की शिकायत दर्ज कराई गई। तब जाकर पथरिया
पुलिस द्वारा उक्त चोरी के मामले में आवेदन लेने तथा आज 7 नवंबर को एसडीओपी
पथरिया के निर्देश पर एफ आई आर दर्ज की गई। पथरिया में कई जगह जुआ फड़ो के
संचालित होने से भी चोरी व लूट जैसे मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। लेकिन
पुलिस को फिलहाल उनका कोई सरोकार नजर नहीं आ रहा।
बाजार में शराब दुकान संचालन से हो रहे विवाद
पथरिया
नगर में नियमों की अनदेखी करके मेन रोड पर संचालित शराब दुकान की वजह से
बाजार का माहौल खराब होने के साथ शराब खोरी के घटनाक्रम से आम नागरिक
परेशान है। पूर्व में विधायक श्रीमती रामबाई सिंह भी यहां पर शराब दुकान
संचालन को लेकर आपत्ति दर्ज करा चुकी है। इसके बावजूद किसी प्रकार की
कार्यवाही नहीं होना आश्चर्यजनक कहा जा सकता है। शराब दुकान के बाहर रेट
लिस्ट नहीं लगे होने तथा मनमाने दामों की वजह से आए दिन विवाद के हालात
सामने आये है। जबकि इस मामले में आबकारी अधिकारी मधु सुदन दीवान का कहना है
कि व्यक्तिगत विवाद की वजह से इस तरह की स्थिति निर्मित होती है।
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