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करंट ने छीनी पिता पुत्र की जिंदगानी.. खेत की लाइट सुधारते समय बिजली तार की चपेट में आए पिता के बाद पुत्र को भी करंट ने चपेट में लिया.. घंटों बाद परिजनों को घटना की जानकारी लगी..लेकिन तब तक निकल चुकी थी दोनों की जान..

करन्ट से पिता को बचाने में बेटे की भी जान चली गई

दमोह जिले के तेंदूखेड़ा तारादेही क्षेत्र में बीती रात बिजली सुधारते समय करंट की चपेट में आए पिता को बचाने की कोशिश पुत्र की भी जान चली गई दर्दनाक हादसे से आदिवासी परिवार में मातम छाया हुआ है वही पुलिस घटना की जांच कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तारादेही थाना अंतर्गत ग्राम बम्हौरी माल में इंदर सिंह के खेत में बने टपरिया नुमा कमरे की लाइट बंद थी जिस वजह से वह स्वयं ही बिजली तारों को जोड़ने की कोशिश कर रहा था इसी दौरान करंट का तेज झटका लगने से वह जमीन पर गिर गया तथा बिजली लाइन उसके शरीर से लिपट गई। करंट लगने से गिरने के साथ इंदर सिंह की तेज चीख निकली जिसे सुनकर उसका बेटा मूरत सिंह दौड़ता हुआ अपने नुमा कमरे में पहुंचा। जहां जमीन पर गिरे पड़े पिता को पकड़कर उठाने की जैसे ही उसने कोशिश की तो वह भी करंट की चपेट में आ गया तथा मौके पर बेसुध होकर गिर गया। 

देर तक दोनों के वापस नहीं लौटने पर परिवार की महिलाओं ने गांव के अन्य लोगों के साथ जब उनकी तलाश की तो दोनों मौके पर बेसुध पड़े मिले। डॉक्टर द्वारा जांच किए जाने पर दोनों को मृत घोषित कर दिया गया।
 तेन्दूखेडा मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर ग्राम बम्हौरी माल में हुए इस दर्दनाक हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। रविवार सुबह जब मौके पर गांव के लोग पहुंचे तो टपरे नुमा कमरे में मूरत सींग एवं उनके पिता इंन्द्रर सींग आदिवासी के शव पड़े हुए थे। 

इंदर सिंह के शरीर में बिजली की नीली डोरी फसी हुई नजर आ रही थी। जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि अंधेरे में लाइट सुधारते समय चालू बिजली तार यह करंट की चपेट में आने से पहले इंदर सिंह करंट के शिकार हुए और बाद में उनकी चीख-पुकार सुनकर कमरे में पहुंचे मूरत सिंह। सोमवार को परिजनों ने तारादेही थाने पहुंच कर घटना की जानकारी पुलिस को दी जहां मौके पर पुलिस पहुंची और पंचनामा कार्रवाई करके शव पोस्टमार्टम को भेज दिए हैं। इस दुखद दर्दनाक हादसे से गांव में मातम का माहौल बना हुआ है। फिलहाल मामले में विस्तृत जानकारी का इंतजार किया जा रहा है। विशाल रजक के साथ बम्हौरी माल से मुकेश ठाकुर राजा साहब की रिपोर्ट

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