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कुएं के दूषित पानी पीने से दो ने दम तोड़ा.. आधा दर्जन से अधिक बीमार ग्रामीणों को.. जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.. तीन गांव में उल्टी दस्त के बाद स्वास्थ्य टीम मौके पर

 तीन गांव में उल्टी दस्त के बाद स्वास्थ्य टीम मौके पर

दमोह। बांदकपुर क्षेत्र के खंचारी गांव में कुएं के दूषित पानी का सेवन करने से गांव के अनेक लोगों के बीमार पड़ जाने उल्टी दस्त का शिकार होने तथा दो की मौत हो जाने का घटनाक्रम सामने आया है वही आधा दर्जन से अधिक ग्रामीण जनों को बुधवार शाम जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहा उनका उपचार जारी है।

  जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए ग्रामीणों के नाम पवन 18, मुन्नीबाई 35, सुरेंद्र गौड़ 31, ज्योति 22, कविता 30 वर्ष, सुनीता 35, बब्बन  8 वर्ष बताए गए है। जबकि मृतको के नाम गेंदा पति पर्वत गौंड 35 वर्ष एवं तिलक पिता रूप सिंह बताए जा रहे हैं।  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ त्रिवेदी ने बताया एक डॉक्टरए एक एएनएम और एमपीडब्ल्यू खंचारी गांव में मौजूद रहकर निगाह बनाये हुये है।

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केवल नलकूपों का पानी ही पीने में उपयोग करें.. दमोह जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में वर्तमान समय में खेतों में बीज डालने के साथ ही फर्टीलाइजर का उपयोग होने लगा हैं और ग्राम में स्थापित कुंओ की गहराई कम होने के कारण क्षेत्र में उपयोग किया गया फर्टीलाइजर कुंओ का पानी दूषित कर सकता हैं । लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री एमके उमरिया ने  आमजन से आग्रह किया हैं कि इस मौसम के दौरान ग्राम में स्थापित शासकीय एवं निजी कुंओ का पानी पेयजल के लिये उपयोग नहीं किया जायेए केवल नलकूपों का पानी ही पेयजल के लिये उपयोग किया जाना स्वस्थ्य के लिए उचित रहेगा।

तीन गांव में उल्टी दस्त के बाद स्वास्थ्य टीम मौके पर..

दमोह। तीन गांवों में उल्टी दस्त का मामला संज्ञान में आने पर स्वास्थ्य विभाग की काम्बेट टीम मौके पर पहुंची और शिविर लगाकर ग्रामीणजनों की प्राथमिक स्वास्थ्य जांच कर जीवनरक्षक औषधियों का वितरण किया गया।  मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संगीता त्रिवेदी ने बताया विकासखंड हिण्डोरिया के ग्राम खनचारी में 80 वर्षीय बुजुर्ग की उल्टी दस्त से हुई मृत्यु का मामला प्रकाश में आने पर काम्बेट टीम मौके पर ग्राम खनचारी पहुंची। टीम ने ग्रामीण जनों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी ली गई इस दौरान उल्टी दस्त के 35 मरीज पाये गयेए सभी की प्राथमिक स्वास्थ्य जांच.उपचार कर उल्टी.दस्त रोकथाम में उपयोगी जीवनरक्षक औषधियों का वितरण किया गया। गंभीर निर्जलीकरण वाले 3 मरीजों को जिला चिकित्सालय में रेफर किया गया। निर्जलीकृत पाये गये 1 व्यक्ति को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में भेजकर सीण्एचण्ओण् द्वारा ड्रिप लगवाई गई।

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डॉ त्रिवेदी ने बताया ग्राम में किये जा रहे कीटनाशकों के छिड़काव के कारण बारिश के पानी में इनके मिश्रित होकर पेयजल के संसाधनों में मिलने की वजह से दूषित हुए पानी को इस्तेमाल में लाने से उल्टी दस्त के मामले सामने आये। उन्होंने आमजनों से आग्रह किया है कि यदि इस प्रकार की स्थिति उनके क्षेत्र में भी है तो सुरक्षित स्थान से पेयजल हो सके तो हैण्डपंप से पेयजल लाकर छानकर उबालकर ही इस्तेमाल में लाये और उल्टी दस्त अथवा बुखार से पीड़ित होने पर नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में मौजूद चिकित्सक द्वारा दिये गये परामर्श अनुसार ही उपचार लें।  उन्होंने बताया विकासखंड जबेरा के सिंग्रामपुर सेक्टर के अंतर्गत आदिवासी बाहुल्य ग्राम चौरई एवं उप स्वाण्केन्द्र कुसमी के ग्राम पटना कुआं में गोबर का ढेर के कारण फैली गंदगी की वजह से गत दो दिवस पूर्व उल्टी दस्त का मामला संज्ञान में आने पर स्वास्थ्य विभाग की काम्बेट टीम ने मौके पर पहुंचकर निरंतर रूप से दी जा रही स्वास्थ्य सेवायें एवं ग्राम में बीमारी के फैलाव से रोकथाम के किये गये प्रतिबंधात्मक उपायों से स्थिति नियंत्रण में है।

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खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ डीके राय ने बताया कि ग्रामीण जनों को जल शुद्धिकरण के लिए क्लोरीन की गोलियों का वितरण किया गया। कुएं में ब्लीचिंग पावडर डालकर जल का शुद्धिकरण किया गया। इसी तरह ग्राम चौरई में पहुंची काम्बेट टीम को ग्रामीण जनों से चर्चा दौरान ज्ञात हुआ कि ग्राम चौरई में गत तीन दिवस से विद्युत प्रवाह बाधित होने के कारण ग्रामीण जनों ने सेवन किये गये कुआं के पानी का शुद्ध न होने की वजह से उल्टी.दस्त का मामला प्रकाश में आया । चर्चा दौरान ही ज्ञात हुआ कि ग्राम में ही गत दिवस 2 मृत्यु भी हुई। एक दिल की बीमारी की मरीज शक्कर बाई पिता फूलसिंह उम्र 55 वर्ष जो अपना ईलाज जबलपुर मेडिकल कॉलेज से ले रही थी हार्ट अटैक के कारण मृत्यु हुई व दूसरा ग्राम में ही निवासरत छोटेसिंह पुत्र लटोरे सिंह उम्र 45 वर्ष जो मानसिक बीमारी से पीड़ित थे उनको रात्रि में उल्टी हुई संभवतः उल्टी का प्रवाह फेफडों में पहुचने से सांस अवरूद्ध होने की वजह से मृत्यु होना संज्ञान में आया है।

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 इसी तरह पटनाकुआं में पहुंची काम्बेट टीम द्वारा उल्टी.दस्त के पाये गये 15 मरीजों को प्राथमिक उपचार सेवा दी गई एवं जीवनरक्षक औषधियों का वितरण किया गया। बीएमओ जबेरा ने बताया कि स्थिति नियंत्रण में है। ग्राम में एहतियातन एमपीडब्ल्यू एएनएम सीएचओ सुपरवाईजर की तैनाती की गई। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ त्रिवेदी ने बताया एक डॉक्टरए एक एएनएम और एमपीडब्ल्यू खंचारी गांव में मौजूद रहकर निगाह बनाये हुये है।

 

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