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क्या अजय टंडन के कांग्रेस विधायक होने की वजह से.. मॉडल कॉलेज प्रबंधन ने लोकार्पण कार्यक्रम निरस्त होने की सूचना देने में उपेक्षा की गई..?

 विधायक को गुस्सा आया प्राचार्य ने माफी मांगी..


चुनाव आचार संहिता लगने के साथ ही पूरे प्रदेश में निर्माण कार्य का भूमि पूजन और तैयार कार्यों का लोकार्पण रोक दिया गया है। बावजूद इसके दमोह में मॉडल कॉलेज के लोकार्पण समारोह को स्थगित कर दिये जाने की जानकारी विधायक अजय टण्डन को कॉलेज प्रबंधन द्वारा नहीं दी गई जिस वजह से वह समय पर कॉलेज पहुंच गए और फिर वहा किसी के नहीं मिलने पर उनका पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया।

फोन किए जाने पर प्राचार्य कुछ ही देर में कॉलेज पहुंच गए। जहां हुआ है प्रेस विज्ञप्ति के जरिए कार्यक्रम निरस्त होने की सूचना दिए जाने की बात करते नजर आए जबकि विधायक महोदय जिस तरह मोबाइल पर कार्यक्रम आयोजन की सूचना दी गई थी उसी तरह की जाने की सूचना नहीं मिलने की बात करते नजर आए। विधायक जी को गुस्से में देख कर प्राचार्य महोदय माफी मांगने भी देर नहीं की।  

देर तक चले गरमा गरम माहौल को देखकर 2 सवाल उठते नजर आए। इतने वरिष्ठ राजनीतिज्ञ होने के बावजूद कांग्रेस विधायक अजय टंडन का ध्यान इस और क्यों नहीं गया कि पंचायत चुनाव की आचार संहिता लग जाने से लोकार्पण कार्यक्रम स्थगित हो गया होगा। दूसरी बात केंद्रीय मंत्री पहलाद पटेल भी इस आयोजन में शामिल होने के लिए सुबह 4:00 बजे दमोह पहुंच गए थे।

प्रह्लाद

लेकिन कालेज प्रबंधन द्वारा और को कार्यक्रम के पूर्व ही आचार संहिता की बजह से कार्यक्रम स्थगित हो जाने की जानकारी देने में देर नहीं की। इसी तरह भाजपा के अन्य विधायकों को भी सूचना देने में देर नहीं की गई लेकिन अजय टंडन के कांग्रेसी विधायक होने की वजह से उन्हें सूचना देना जरूरी नहीं समझा गया। यही वजह रही कि आयोजन स्थल पर पहुंचने के बाद विधायक महोदय का गुस्सा प्राचार्य के माफी मांगने के बाद भी काम होता नहीं दिखा। 

 एनएसयूआई ने धरना देकर किया विरोध दर्ज
 चुनाव आचार संहिता लग जाने के कारण प्रोग्राम स्थगित हो जाने के बावजूद कॉलेज प्रबंधन द्वारा सुधाकर टंडन को सूचना नहीं देने के मामले में छात्र रवैया अपनाने पर आपत्ति दर्ज कराते हुए धरना देकर विरोध दर्ज कराया गया।

Nsui

 एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष शुभम तिवारी ने कॉलेज पहुंच कर प्राचार्य के समक्ष इस बात के लिए विरोध दर्ज करवाया और कार्यवाही की मांग की। जिसके बाद महाविद्यालय प्रबंधन द्वारा आमंत्रण समिति को 2 दिवस के अंदर स्पष्टीकरण देने का पत्र जारी कर ने की जानकारी एनएसयूआई पदाधिकारियों को दी गई है।

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