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कोरोना कर्फ्यू में जिला अस्पताल गेट के सामने शराबी की गुंडागर्दी.. ऑटो रिक्शा का कांच फोड़कर किया हंगामा.. पुलिस मूकदर्शक बनती नजर आई.. मेन रोड पर बिखरे पड़े कांच के टुकड़ो से पंचर होने की आशंका में.. एंबुलेंस सहित अन्य वाहनों के चालक होते रहे परेशान..

 अस्पताल गेट पर आटो का कांच फोड़कर किया हंगामा..

दमोह। कोराना कर्फ्यू के चलते आम नागरिकों को जरूरत की सामग्री भले ही मुश्किल से मुहैया हो रही हो लेकिन शराब और सट्टा पर्ची का अवैध कृत्य धड़ल्ले से संचालित हो रहा है। यही वजह है कि शराबी तत्व पीने के बाद सड़कों पर लड़खड़ाते हंगामा करते नजर आते हैं। वही सट्टा खेलने वाले गलियों में खुले आम ओपन क्लोज की चर्चा करते देखे जा सकते हैं।रविवार रात 9:00 बजे जिला अस्पताल मेन गेट के सामने एक शराबी तत्व ने नशे में धुत होकर जिला अस्पताल गेट के सामने किसी मरीज को छोड़ने खड़े हुए ऑटो का कांच पत्थर मार कर फोड़ दिया। 



अचानक हुए इस घटनाक्रम से ऑटो चालक हतप्रभ रह गया वही तमासाइयों की भीड़ लग गई। इस दौरान अस्पताल चौकी पुलिस ने उपरोक्त शराबी को पकड़ भी लिया। लेकिन बाद में शराबी के परिजनों तथा ऑटो चालक के बीच कंप्रोमाइज करा दिया गया और शराबी तथा ऑटो चालक अपनी अपनी राह चले गए। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम की वजह से जिला अस्पताल गेट के सामने कांच के छोटे-छोटे टुकड़े बिखरे पड़े रहे। जिस वजह से अस्पताल में आने जाने वाली एंबुलेंस से लेकर अन्य बाहन वाले टायर पंचर होने को लेकर आशंकित बने रहे।  



उपरोक्त घटनाक्रम के चलते जिला अस्पताल आने जाने वाले लोग जहां भयभीत बने रहे वहीं रात्रि में दोपहिया वाहनों से अस्पताल में प्रवेश करने वाले लोग भी अपनी गाड़ी के पंचर हो जाने की आशंका में डरे सहमे नजर आए। ऐसे में यदि कांच के टुकड़ों से कोई एंबुलेंस आदि वाहन आगे जाकर पंचर होता है तो इसका जवाब दार कौन होगा बता पाना मुश्किल है। वहीं पुलिस ने उपरोक्त शराबी को क्यों छोड़ा उसका जवाब देने फिलहाल कोई तैयार नहीं है।

रविवार रात सेटिंग के चक्कर में सटोरिया को कोतवाली लाए

इधर रविवार की रात असाटी वार्ड क्षेत्र से पुलिस के कुछ चर्चित सिपाहियों द्वारा एक चर्चित सटोरिया के भतीजे को उठाकर कोतवाली लाने और नए साहब के नाम पर नए सिरे से हफ्ता वसूली की राशि तय करने को लेकर प्रेशर बनाया जाता रहा। इस दौरान कुछ मीडिया कर्मियों के भी कोतवाली पहुंच जाने से मामला अधर में लटकता नजर आया। बाद में उक्त सटोरया पर 151 की कार्यवाही किये जाने की जानकारी सामने आई । इसके बाद में एक अन्य खबरची के जरिए सेटिंग जमाई जाती रही। ऐसे में सवाल यही उठता है  की जब सब कुछ ऐसा ही चलना था तो फिर फेरबदल क्यो किया गया। पिक्चर अभी बाकी है

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