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दमोह विधानसभा उपचुनाव की वोटिंग के पहले नोटिंग पर बवाल.. पुलिस ने कांग्रेसियों को पकड़ा गाड़ी को छोड़ा.. मंत्री भूपेंद्रसिंह ने हालात को कांग्रेस की हताशा का तमाशा बताया.. कांग्रेस-भाजपा प्रदेशाध्यक्ष कमलनाथ-वीडी शर्मा के विरोधाभासी बयान भी सामने आए..

 उपचुनाव की वोटिंग के पहले नोटिंग को लेकर बवाल.. 

दमोह। विधानसभा उपचुनाव वोटिंग के पहले नोटिंग को लेकर श्याम नगर इलाके में मंत्री भूपेंद्र सिंह की गाड़ी को लेकर घंटों तनातनी के साथ बवाल भरे हालात बने रहे। इधर पुलिस ने संबंधित गाड़ी को कब्जे में लेकर कार्रवाई करने के बजाए प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों को पकड़ने में देर नहीं की वही नोटों की बैग वाली गाड़ी को यहां से रवाना कराने के बाद में गढ़ाकोटा से खाली गाड़ी के पकड़े जाने की कहानी सामने आई है।

दमोह विधानसभा उपचुनाव मतदान की तैयारियों में जुटे मतदाताओं के समक्ष एक बार फिर संशय भरे हालात सामने आए यहां श्याम नगर क्षेत्र में जहां की सत्तारूढ़ दल के अनेक पावरफुल लोग प्रचार के दौरान रुके हुए थे मंत्रियों की गाड़ियों की आवाजाही बनी रही थी। उस श्याम नगर क्षेत्र में उप चुनाव के मतदान के 1 दिन पहले 16 अप्रैल को नोटों की गड्डीयो से भे बैग मध्यप्रदेश शासन लिखी सफेद कलर की एक गाड़ी में होने की खबर लगते ही कांग्रेसियों के साथ मीडिया कर्मियों की भीड़ लगते देर नहीं लगी। इधर कुछ ही देर में जबलपुर नाका चैकी से लेकर कोतवाली, देहात थाना पुलिस और फिर बाद में जिले के अन्य क्षेत्रों की पुलिस भी यहां पहुंच गई। श्याम नगर के 101 नंबर रूम में भी नोटों की गड्डी ओं से भरे बैग होने की चर्चा सरगम थी।

लेकिन घंटों बाद भी जब पुलिस ने उपरोक्त गाड़ी को कब्जे में लेकर खाना तलाशी लेने या कार्रवाई करने की जरूरत नहीं समझी तो कांग्रेस नेताओं का आक्रोश भड़कने लगा। इस बीच कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन जो कि कल तक कोरोना पॉजिटिव बताएं जा रहे थे वह भी पुलिस प्रशासन की कार्रवाई नहीं करने की नीति पर सवाल उठाते नजर आए। वही भीड़ बढ़ते देख पुलिस ने बर्बरता पूर्वक कार्रवाई करते हुए प्रदर्शन कर रहे कांग्रेसियों को पकड़ कर गाड़ी में धकेलने कर ले जाने में देर नहीं की।

  बाद में नोटों से भरी कथित गाड़ी मैं एक पुलिसकर्मी को बैठा कर रवाना किया गया लेकिन देखते ही देखते यह गाड़ी जबलपुर नाका चैकी तरफ जाने के बजाए सागर रोड की ओर खर्राटे मार कर आगे बढ़ गई इस दौरान कुछ मीडियाकर्मियों ने गाड़ी का टोल नाके तक की पीछा भी किया लेकिन.. जब चिड़िया चुग गई खेत वाली कहावत है चरितार्थ होती नजर आई। बाद में उपरोक्त गाड़ी के गढ़ाकोटा के पास पकड़े जाने तथा इसमें कुछ भी आपत्ति जनक नहीं पाए जाने की खबर सामने आई है। अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह से गाड़ी को श्याम नगर से गढ़ाकोटा की ओर जाने का अवसर देकर संबंधितो ने अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन करने की कोशिश की है।

मंत्री भूपेंद्रसिंह ने हालात को कांग्रेस की हताशा बताया

इस पूरें मामले को लेकर मप्र शासन के मंत्री और दमोह में भाजपा के चुनाव की कमान सम्हालने वाले भूपेंद्र सिंह का भी बयान सामने आ गया है। उन्होंने इसे कांग्रेस की हताशा से जोड़कर बताते हुए कहां की कांग्रेस दमोह से बुरी तरह से चुनाव हार रही है इस कारण से इस तरह का प्रचार कर रही है। उनका कहना है की कांग्रेस की शिकायत के बाद एसएसटी की टीम व पुलिस गाड़ी तथा कमरे की जांच कर चुकी थी। गाड़ी खाली थी फिर भी कांग्रेस के नेताओं द्वारा जानबूझकर तमाशा किया गया है जबकि उनके प्रत्याशी स्वयं कोरोना पाजेटिव पाए गए फिर भी वह भीड़ में रहकर तमाशा करते रहे।

सुबह कांग्रेसियों ने पकड़वाया था अवैध शराब का जखीरा

उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व आज सुबह श्याम नगर से कुछ ही दूरी पर स्थित सुभाष कॉलोनी क्षेत्र में एलआईसी के सामने एक घर से भारी मात्रा में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा शराब पकड़वाने की कार्यवाही की गई थी और इस दौरान जो नाम सामने आए थे वह भी भाजपा समर्थक बताए गए थे अभी इस कार्यवाही की जानकारी सोशल मीडिया पर चल ही रही थी की श्याम नगर क्षेत्र में नोटों से भरी गाड़ी के खड़े होने की खबर सोशल मीडिया पर सामने आ गई थी।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने लगाए भाजपा पर आरोप

दमोह के श्याम नगर क्षेत्र में घंटों तक चले इस घटनाक्रम की अपडेट सोशल मीडिया और फेसबुक लाइव के जरिए लगातार अपडेट होती रही लेकिन पुलिस प्रशासन के किसी भी जिम्मेदार अधिकारी का कोई बयान सामने नहीं आया इधर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भोपाल से बयान जारी करके भाजपा सरकार और उसके मंत्रियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। 

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा के कांग्रेस पर आरोप

इधर दमोह विधानसभा उपचुनाव के दौरान सबसे अधिक सक्रियता दर्ज करा कर यहां डटे रहने वाले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा का बयान भी सामने आया है जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर चुनाव के पहले माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया है।
 कुल मिलाकर दमोह जिला मुख्यालय पर वोटिंग के पहले जिस तरह से नोटिंग को लेकर हालात निर्मित हुए हैं और नेताओं की बयानबाजी सामने आई है उसको लेकर कहा जा सकता है कि कोरोना काल में भी नेताओं के लिए चुनाव से बढ़कर कुछ भी नहीं है और ऐसे में किसी को कुछ कहने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह पब्लिक है सब जानती है कौन क्या है यह भी पहचानती है.... पिक्चर अभी बाकी है.. अटलराजेंद्र जैन

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