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पन्ना टाइगर रिजर्व की सौगात दिलाने वाले.. दमोह पन्ना संसदीय क्षेत्र से 1989 में भाजपा की टिकिट पर सांसद बने.. पन्ना के पूर्व महाराजा कुंवर लोकेंद्र सिंह का बीमारी के चलते निधन.. कुछ दिन पूर्व कोरोना रिपोर्ट भी आई थी पॉजिटिव..

 दमोह पन्ना क्षेत्र से भाजपा सांसद रहे लोकेंद्र सिंह का निधन..

भोपाल/पन्ना/दमोह। दमोह पन्ना संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर 1989 में सांसद चुने गए पन्ना राजघराने के वरिष्ठ सदस्य कुंवर लोकेंद्र सिंह का 75 वर्ष की आयु में आज निधन हो गया। बताया जा रहा है कि और फेफड़े के संक्रमण से पीड़ित थे। कुछ दिन पूर्व भोपाल में उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। जिस के इलाज के बाद पन्ना वापस आ गए थे। 

पन्ना टाइगर रिजर्व की सौगात दिलाने वाले दमोह पन्ना संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद लोकेंद्र सिंह अब इस दुनिया में नहीं रहे इसकी जानकारी जब प्रदेश के लोगों को लगी तो किसी को विश्वास नहीं हुआ। पन्ना के महाराजा नरेंद्र सिंह जूदेव 1977 की जनता लहर में दमोह पन्ना संसदीय क्षेत्र से लाखों वोटों से चुनाव जीतकर सांसद बने थे उस समय उनके चुनाव की कमान उनके युवा बेटे कुंवर लोकेंद्र सिंह संभाले हुए थे। 1978 में हुए मप्र विधान सभा के चुनाव में वह जनता पार्टी की टिकट पर पन्ना से विधायक निर्वाचित हुए थे। 1980 में भारतीय जनता पार्टी का गठन होने पर महाराजा पन्ना के साथ उनके पुत्र कुंवर लोकेंद्र सिंह भी भाजपा में शामिल हो गए। बाद में 1989 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी की ओर से दमोह पन्ना संसद क्षेत्र से प्रत्याशी बनाया गया। तो उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी सागर निवासी सांसद डालचंद जैन को करारी मात दी थी। 
2 साल बाद 1991 में हुए लोकसभा चुनाव के पहले निष्क्रियता के चलते भाजपा उनकी टिकट काटकर हटा से भाजपा विधायक रामकृष्ण कुसमरिया को पहली बार दमोह पन्ना क्षेत्र से लोकसभा प्रत्याशी बनाया था। कुसमरिया के पन्ना क्षेत्र से सांसद चुने जाने के बाद नाराज लोकेंद्र सिंह ने भाजपा छोड़ दी तथा कांग्रेस में शामिल हो गए। कांग्रेस ने उनको 1993 में पन्ना से टिकट दी तथा वह विधायक चुने गए। कुछ वर्ष बाद वह सक्रिय राजनीति से दूर हो गए वही बाद में भी भाजपा शामिल हो गए लेकिन राजनीति सक्रियता तथा चुनाव से उनकी दूरी कायम रही।
पन्ना राजघराने की प्रॉपर्टी विवाद और पारिवारिक विवाद के तनाव में उलछे रहने की वजह से पिछले अनेक साल से कु लोकेंद्र सिंह मैं सामाजिक राजनीतिक जीवन से दूरी बना रखी थी पिछले दिनों भोपाल में उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद कोविड रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। जिसके बाद वह हालत में सुधार होने पर पन्ना वापस लौट आए थे। आज सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।

 जिसके बाद दोपहर में पन्ना के छत्रसाल पार्क में कुंवर लोकेंद्र सिंह की पार्थिव देह को अंतिम विदाई दी गई। उनकी बेटी कामाख्या देवी उर्फ लकी राजा ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस अवसर पर पन्ना विधायक और प्रदेश सरकार में मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह,  पन्ना तथा नागौद राजघराने के प्रमुख सदस्य सहित बड़ी संख्या में गणमान्य जनों सहित बड़ी संख्या में लोगों की उपस्थिति रहीविनम्र श्रद्धांजलि..

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