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प्रेम प्रसंग के चलते दीवाने प्रेमी को सबक सिखाने रची थी दोहरी हत्या की साजिश.. महीने भर से लापता युवक की बाइक और कंकाल मिला दूसरे लापता की तलाश जारी.. तेंदूखेड़ा SDOP ने किया दोहरे हत्याकांड का खुलासा..

 तेंदूखेड़ा पुलिस ने किया दोहरे हत्याकांड का खुलासा
दमोह। कहते हैं  इश्क और मुश्क छुपाए नहीं छुपते। इश्क और दीवानगी जो कराए सो कम है। और इसके बाद चोट खाए बैठे लोग जो कर दे वह भी उम्मीद से कम नहीं होता। ऐसे ही कुछ हालातों के बीच एक प्रेम कहानी का जिस तरह से अंत हुआ उसकी उम्मीद न प्रेमी ने की होगी न उसके दोस्त ने और उसके परिजनों ने और ना ही वारदात को अंजाम देने वाले दूसरे पक्ष ने कभी सोचा होगा कि आखिरकार एक दिन उनका भांडा फूट जाएगा। यह किसी फिल्मी की कहानी नही बल्कि जबेरा तेंदूखेड़ा क्षेत्र से महीने भर से लापता दो युवकों की हत्या कर दिए जाने के बाद एक का शव तथा बाइक बरामद होने के बाद सामने आई दास्तान है जिस पर विश्वास करना उतना सरल और आसान नहीं जितना आरोपी बता रहे है..
जबेरा थाने के तावरा भैंसा गांव निवासी गोविंद पिता संतोष पटेल तथा बम्होरी तेंदूखेड़ा निवासी नरेश पिता शारदा पाल प्लैटिना बाइक क्रमांक एमपी 20 एम एस 7921 से 9 अगस्त को अपने घर से निकलने के बाद वापस नहीं पहुंचे थे जिस पर 12 अगस्त को तेंदूखेड़ा थाने में नरेश के घूमने की तथा 13 अगस्त को जबेरा की सिंह रामपुर चौकी में गोविंद पटेल के घूमने की रिपोर्ट परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई थी। करीब महीने भर तक दोनों लापता युवकों का कोई सुराग नहीं लग सका था। जिसके बाद परिजनों ने अपनी शंका जताते हुए तेंदूखेड़ा क्षेत्र के एसडीओपी अशोक चौरसिया को अपनी व्यथा सुनाई। 
जिस पर तेंदूखेड़ा टीआई संधीर चौधरी एवं तारादेही थाना प्रभारी लखन लाल शर्मा ने जांच को आगे बढ़ाते हुए शक के आधार पर मोहन आदिवासी और उनके परिवार के सदस्यों को हिरासत में लेकर बारीकी से पूछताछ की तो मामले का खुलासा होते देर नहीं लगी। आरोपियों की निशान देही पर पुलिस ने बमनदेही नदी में पठाघाट इमली के पेड़ के पास से शनिवार को लापता युवक की बाइक को बरामद किया तथा रविवार को गोताखोरों की मदद से नदी में पानी के अंदर पत्थरों से दबाया गया गोविंद पटेल का शव जो की कंकाल में तब्दील हो चुका था को तहसीलदार मोनिका वाघमारे की उपस्थिति में बरामद किया एवं खेत से गोविंद के कपड़े भी जप्त किए गए लेकिन नरेश पाल के शव की फिलहाल बरामदगी नहीं हो सकी है। 
तारादेही थाना पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी लाठी आदि भी बरामद करते हुए सात युवा आरोपियों तथा एक नाबालिग के खिलाफ हत्या सहित अन्य धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर गिरफ्तार कर लिया है। वारदात के पीछे जो वजह सामने आई है उसके अनुसार मृतक युवक गोविंद पटेल का गांव की ही एक युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। लेकिन परिजनों ने युवती का कहीं और विवाह तय कर दिया था जिसका पता लगने पर युवक ने उपरोक्त विवाह संबंध को कैंसिल कराने के लिए तारादेही थाने के उस गांव में अपने दोस्त के साथ पहुच गया जहाँ उसकी प्रेमिक का विवाह होना था। उसने मोहन को यह समझाने की कोशिश की थी कि वह उस युवती से शादी नही करे क्यो की वह उसकी प्रेमिका है। इसी पर से मोहन ने अपने साथियों को बुलाकर युवती के आशिक व उसके दोस्त को मार कर के बमनदेवी नदी घाट पर ठिकाने लगा दिया। बाद में नदी में पत्थर के नीचे इनके शवो को दबा कर मामले को ठंडा कर दिया गया। लेकिन महीने भर बाद पुलिस के लंबे हाथ यहां तक पहुंच ही गए।

इस दोहरे हत्याकांड के खुलासे में तेंदूखेड़ा SDOP अशोक चौरसिया, टीआई संधीर चौधरी, तारादेही थाना प्रभारी लखन लाल शर्मा, सहायक उपनिरीक्षक केएस ठाकुर, प्रधान आरक्षक बलविंदर सिंह, आरक्षक उदय भान कुर्मी, चैन सिंह, नितेश, चोरी, शैलेष, तारादेही थाने के प्रधान आरक्षक देवी प्रसाद, आरक्षक सलीम, लखन राय, केवल प्रसाद, नीरज एवं तेंदूखेड़ा थाने एवं SDERF दमोह से विजयांश चौधरी, सैनिक राहुल शर्मा, मुकेश तिवारी, अरविंद सिंह राजपूत, सुनील सोनी बबलू सिंह, दिलीप तिवारी, करण सिंह, पवन लड़िया का महत्वपूर्ण योगदान रहा। तेंदूखेड़ा से विशाल रजक की रिपोर्ट

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