तीन दूध वालों पर की 5-5000 रू. जुर्माने की कार्रवाई
दमोह। दूध बेचने वाले तीन लोगों को भैंस के दूध में मिलावट करके विक्रय करना आखिरकार महंगा पड़ गया है। खाद्य सुरक्षा टीम द्वारा जांच हेतु सेंपल लेने के बाद भोपाल लैब से जांच रिपोर्ट में यह दूध अमानक पाया गया। जिसके बाद अपर कलेक्टर कोर्ट में प्रकरण प्रस्तुत किए जाने पर आज आए फैसले में तीन दूध वालों पर पांच पांच हजार रूपए के जुर्माने की कार्रवाई की गई है।
जांच रिपोर्ट में अवमानक भैंस के दूध में मिल्क फैट की मात्रा का प्रतिशत 4.4: पाया गया था जबकि भैंस के दूध के लिए निर्धारित मानकों में मिल्क फैट की मात्रा 5: से कम नहीं होनी चाहिए एवं एस0एन0एफ0 की मात्रा 8.47: पाई गई थी जबकि भैंस के दूध में एस0एन0एफ0 की मात्रा 9.0: से कम नहीं होनी चाहिए। खाद्य सुरक्षा प्रशासन के खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला से प्राप्त जांच रिपोर्ट के आधार पर अभिहित अधिकारी, खाद्य सुरक्षा प्रशासन,दमोह से विधिवत अभियोजन स्वीकृति पश्चात न्यायालयीन प्रकरण खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत अपर कलेक्टर न्यायालय में प्रस्तुत किये थे। अपर कलेक्टर दमोह द्वारा उक्त प्रकरणों में सुनवाई एवं प्रस्तुत विवेचना के आधार पर अवमानक दूध का विक्रय करने का दोषसिद्ध होने पर तीन दूध विक्रेताओं पर पांच -पांच हजार के अर्थदंड की राशि अधिरोपित की है।
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