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जबेरा मासूम ज्यादती कांड के 8 घंटे मैं खुलासे पर एसपी का सम्मान.. इधर मुख्यमंत्री द्वारा 2 दरिंदों के पकड़े जाने के बयान के बाद.. आईजी द्वारा एक ही मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी का खुलासा.. मीडिया से करना चर्चा का विषय बना..

 CM ने दिया था 2 दरिंदों के पकड़े जाने का बयान 
भोपाल/ दमोह। दमोह जिले के जबेरा थाना अंतर्गत एक गांव में मासूम को अगवा करके उसके साथ ज्यादती किए जाने की घटना ने जहां आम जनमानस को गुरुवार को दिन भर आक्रोशित बनाए रखा वहीं पुलिस द्वारा 8 घंटे में आरोपी की गिरफ्तारी के बाद शुक्रवार को पुलिस अधिकारियों के सम्मान और बधाई का दौर दिन भर चलता रहा लेकिन इसी के साथ एक प्रश्न ऐसा भी था जिसका जवाब देने को तैयार नहीं है। यह सवाल था पहले दो आरोपियों के पकड़े जाने की जानकारी मुख्यमंत्री तक पहुचना और बाद में आईजी द्वारा एक आरोपी की गिरफ्तारी के खुलासे के साथ उसे मुख्य आरोपी बताना। 
 इस जघन्य मामले को लेकर पुलिस के अधिकारियों से लेकर संभाग के आईजी, डीआईजी भी घटनास्थल पर पहुंचे थे वहीं एसआईटी टीम गठित करके आरोपी की गिरफ्तारी पर 25000 रूपए का इनाम घोषित किया गया था। वहीं शाम को मामले में  दो आरोपियों की  गिरफ्तारी की खबर जैसे ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान तक पहुंची तो उन्होंने पुलिस को शाबाशी देते हुए दोनों दरिंदों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की बात कही थी। इधर रात करीब 8 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में आयोजित पत्रकार वार्ता में सागर आईजी अनिल शर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए एक ही आरोपी सचिन सेनके बार्रे में जानकारी देने के साथ उसे मुख्य आरोपी बताते हुए मीडिया को जानकारी दी थी। 
इस दौरान पत्रकारों ने गांव में शराब पार्टी चलने से लेकर अन्य हालातों की ओर भी आईजी का ध्यान आकर्षित कराया था लेकिन उन्होंने इसे अलग से जांच का विषय बताकर टाल दिया था। हालांकि 8 घंटे में पुलिस द्वारा आरोपी की पता साजी करने के साथ उसकी गिरफ्तारी कर लेने से जहां नागरिकों के आक्रोश में कमी आई थी वही लोग यह सवाल करने से भी नहीं चूके थे यदि पुलिस डॉग की मदद ली गई होती तो शायद मामले का खुलासा चंद घंटों में होते देर नहीं लगती।
शुक्रवार को सोशल मीडिया पर दिन भर पुलिस के लिए बधाई संदेशों के साथ इस बात पर भी लोग सवाल उठाते रहे कि मुख्यमंत्री से लेकर स्थानीय स्तर पर जब 2 दरिंदों की गिरफ्तारी की बात सामने आई थी तो आखिर बाद में पुलिस खुलासे के दौरान एक आरोपी सचिन सेन का नाम ही क्यों सामने आया ? दूसरा आरोपी आखिर कहां गया ?कहीं कोई इसके पीछे राजनीतिक दबाव या कोई और बजह तो नहीं थी ? फिलहाल इन सब का सवालों का जवाब अनुत्तरित है।
ज्यादती कांड के 8 घंटे मैं खुलासे पर SP का सम्मान
शुक्रवार को इस मामले को लेकर दमोह ब्राह्मण समाज के लोग एसपी ऑफिस पहुंचे जहां उन्होंने एसपी हेमंत चौहान को श्रीफल भेंट करते हुए पुष्पमाला पहनाकर 11 सो रुपए की राशि का चेक देते हुए बधाई दी इस दौरान पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनु मिश्रा, भाजपा नेता सतीश तिवारी, समाजसेवी पवन पाठक, ऋषि तिवारी, मनोज
 देवलिया, बृजेश गर्ग, गौरव चौराहा की मौजूदगी रही।
इधर सांसद प्रतिनिधि आलो गोस्वामी की टीम ने भी एसपी ऑफिस पहुंचकर एसपी हेमंत चौहान, एडिशनल एसपी विवेक लाल आदि का पुष्प हार से स्वागत करते हुए जबेरा कांड में 8 घंटे में गिरफ्तारी को लेकर बधाइयां दी। इस दौरान भाजपा नेता गोपाल पटेल, मनीष सोनी, अनुपम सोनी, चन्दू उपाध्याय, प्रीतम चौकसे, मोंटी रैकवार, शशांक लोधी के अलावा युवा व्यापारी संघ के अध्यक्ष संजय यादव की मौजूदगी रही।
इधर प्रदेश के सर्वाधिक सरकुलेशन वाले अखबार के मेन पेज पर प्रकाशित खबर में नोहटा थाना प्रभारी सुधीर बेगी के हवाले से जबलपुर में मासूम के कुछ देर के लिए होश में आने और उसके द्वारा आरोपी का नाम बताने का जिक्र किया गया है। वहीं दूसरी ओर इसी खबर में पीड़िता के लिए बेहद तकलीफ के चलते बेहोश करने के लिए एनीथिसया दिए जाने की जानकारी भी दी गई उपरोक्त दोनों हालात विरोधाभासी होने के साथ इतनी महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के बजाय एक थाना प्रभारी के हवाले से एक खास अखबार तक पहुंचना भी चर्चा का विषय बना हुआ है। पिक्चर अभी बाकी है.. अटलराजेंद्र जैन

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