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दमोह जिले के समस्त व्यवसायिक प्रतिष्ठान 29 अप्रैल से आगामी आदेश तक पूरी तरह बंद रहेंगे.. जिला मजिस्ट्रेट ने जारी किया संशोधित आदेश.. किराना दुकान, आटा चक्की आदि सुबह 8:00 से 12:00 बजे तक खुलेगी..

फिर संशोधित हुआ आवश्यक वस्तुओं की दुकान खोलने का आदेश.
दमोह। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते जारी लाक डाउन के दौरान किराना आदि आवश्यक सामग्री की दुकान खोले जाने के बारे में एक बार फिर जिला मजिस्ट्रेट तरूण राठी द्वारा संशोधित आदेश जारी किया गया है। 29 अप्रैल से लागू होने वाले इस आदेश के अनुसार अब सुबह 8:00 बजे से 12:00 बजे तक ही लोगों को किराना आदि खरीदी हेतु दुकान खोली जा सकेगी।
कोरोनावायरस संक्रमण मामले में ग्रीन जोन में शामिल दमोह जिले में भले ही एक भी रिपोर्ट पॉजिटिव नहीं आई हो लेकिन जिस तरह से दमोह के आसपास के जिलों में कोरोना रिपोर्ट सामने आई हैं उसे देखते हुए जिला मजिस्ट्रेट तरुण राठी ने अपने पूर्व के आदेश को पुनः संशोधित करते हुए 28 अप्रैल को नया आदेश जारी किया है। जिसके अनुसार दमोह जिले में समस्त व्यवसायिक प्रतिष्ठान आदेशों तक पूरी तरह से बंद रहेंगे। मात्र किराना, पशु आहार, आटा चक्की, खाद, बीज, कीटनाशक आदि की दुकान ही सुबह 8:00 से 12:00 बजे तक खोली जा सकेगी। हालांकि अत्यावश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी जारी रहेगी। वही सब्जी फल आदि का विक्रय हाथ ठेलो से फेरी लगाकर किया जा सकेगा। वही इलेक्ट्रीशियन, मेकेनिकल, प्लंबर, बढ़ाई मोटर वाइंडिंग आदि स्वराज गाड़ी के कार्य कार्य घरों में रहकर ही किए जा सकेंगे। 
उल्लेखनीय है कि पूर्व में शहर के 39 वार्डों को दो भागों में विभक्त करते हुए नागरिकों को वार्ड वार किराना आदि खरीदने हेतु बाजार में निकलने की छूट दी गई थी। जिससे   सुबह 10:00 से 2:00 बजे तथा दोपहर में 3:00 से 7:00 बजे तक लोग किराना अभी सामग्री आदि खरीदने अपने मोहल्ले के अनुसार निकलने लगे थे। वही स्टेशनरी आदि दुकानों को सप्ताह में 3 दिन कुछ घंटों के लिए खोले जाने की छूट दी गई थी जोकि निरस्त कर दी गई है। 
जिला मजिस्ट्रेट तरुण राठी द्वारा जारी किए गए इस नए आदेश से पूर्व में मिली छूट का फायदा उठाकर फालतू में बाजार में घूमने वालों को जरूर परेशानी होगी। वही इस दौरान आवश्यक सामग्री खरीदने के लिए निकलने वाले लोगों को एक बार पुनः सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए भीड़ नहीं लगाने जैसे हालातों की ओर भी ध्यान देते हुए सावधानी में ही सुरक्षा है इसका पालन करने ध्यान देना होगा। वही नए हालातों में एक बार फिर स्थानीय पुलिस की जिम्मेदारी पहले से अधिक बाजार बंद कराने को लेकर बढ़ जाएगी।
कलेक्टर साहब इस पर भी ध्यान देवे-
जिला अस्पताल के मेन गेट और पुलिस चौकी के पास में स्थित पानी के बोर की मोटर करीब एक हफ्ते से जल जाने की वजह से इस बोर से होने वाली वाटर सप्लाई पूरी तरह से बंद है। जिससे जिला अस्पताल गेट के बाजू में संचालित प्याऊ में पानी आपूर्ति भी नही हो पाने से मरीजों के परिजनों के लिए 24 घन्टे उपलब्ध रहने वाले पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। वही पुलिस चौकी तथा अस्पताल परिसर में आने वाले लोगों के लिए भी पानी की आपूर्ति पूरी तरह से ठप है। बाजार में भी चाय पान की दुकान है बंद रहने से अस्पताल परिसर में जलापूर्ति व्यवस्था पूरी तरह से ठप बनी हुई है। अस्पताल प्रशासन की ओर इस मामले में ध्यान आकर्षित कराया जाने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सिविल सर्जन ममता तिमोरी और आरएमओ दिवाकर पटेल का मोबाइल रिसीव नहीं हो रहा है। ऐसे में कलेक्टर महोदय से निवेदन है कि अस्पताल के उपरोक्त बहुउपयोगी बोर में पड़ी मोटर का सुधार कार्य कराने हेतु अस्पताल प्रबंधन को अभिलंब कराने हेतु निर्देशित किया जाए जिससे अस्पताल कैंपस में पेयजल की आपूर्ति पुनः सुनिश्चित हो सके।


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