विधायक राहुलसिंह पर ओछी राजनीति करने के आरोप
आपकों बता दे कि रूकमणि देवी की प्रतिमा के दमोह वापसी के बाद कांग्रेस विधायक राहुलसिंह ने अपने वैशाली नगर स्थित आवास पर 24 अगस्त को एक पत्रकार वार्ता आयेाजित की थी। जिसमें उन्होंने प्रतिमा के दमोह वापसी मामले में बिलंव के लिए तत्कालीन मंत्री जयंत मलैया पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा था कि श्री मलैया नहीं चाहते थे कि रूकमणि देवी वापिस आए। उन्होंने श्री मलैया पर हिंदू समाज की भावनाओं से खिलवाड़ करने जैसे आरोप लगाते हुए इस मामले में जबाव मांगा था। जिसके बाद दमोह वापिस लौटे श्री मलैया ने आज पत्रकार वार्ता आयोजित करके विधायक राहुल सिंह को उन्हीें के अंदाज में जबाव दिया। इसके बाद विधायक राहुल सिंह की तरफ से आने वाली प्रतिक्रिया का फिलहाल इंतजार है। अटलराजेंद्र जैन
दमोह। कुंडलपुर मठ से 17 वर्ष पूर्व चोरी हुई रुकमणी देवी की प्रतिमा के दमोह वापसी के बाद कांग्रेस विधायक राहुल सिंह द्वारा मूर्ति वापसी में विलंब पर तत्कालीन मंत्री जयंत मलैया पर गंभीर आरोप लगाए गए थे। जिसके जवाब देते हुए आज श्री मलैया ने मूर्ति वापसी में देरी के कारण गिनाते राहुल सिंह पर ओछी राजनीति करने के आरोप लगाए। तथा मूर्ति वापसी का पूरा श्रेय केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को दिया।
जिला भाजपा कार्यालय में सोमवार दोपहर आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री श्री जयंत मलैया ने वर्ष 2002 में कुंडलपुर मठ से रुकमणी देवी की मूर्ति चोरी होने के बाद राजस्थान से इसकी बरामदगी तथा मामले में पकड़े गए मूर्ति तस्करों की गिरफ्तारी से लेकर प्रतिमा के वापस बुलाए जाने पर पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा इंतजामों के अभाव का हवाला देकर इसे ग्यारसपुर के संग्रहालय में भेजे जाने के हालात की क्रमशः डेट टू डेट जानकारी दी। श्री मलैया में यह भी बताया कि जब प्रतिमा चोरी होने से लेकर बरामद हुई तब मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। बाद में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के समय केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी। यह मूर्ति पुरातत्व विभाग के अधीन होने तथा यह विभाग केंद्र सरकार के अधीन होने की वजह से मूर्ति को वापस लाने में सफलता नहीं मिल सकी। 2014 में प्रहलाद पटेल के सांसद बनने के बाद उन्होंने जाए इस मामले को संसद में उठाया। वही 2019 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में उन्हें पुरातत्व विभाग मिलने से इस मूर्ति के दमोह वापसी संभव हो सकी।
मूर्ति वापसी के बाद विधायक राहुल सिंह द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताते हुए इनकी कड़े शब्दों में निंदा करते हुए श्री मलैया ने कहा कि 35 साल के राजनीतिक जीवन में सात बार विधायक और चार बार मंत्री रहा। इस दौरान उन्होंने राजनीतिक सफलता और महत्वाकांक्षा के लिए कभी भी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर इतने निचले स्तर के आरोप-प्रत्यारोप नही लगाए। श्री मलैया का कहना था कि मप्र में अल्पमत की कांग्रेस सरकार कभी भी गिर सकती है तथा इसके बाद होने वाले चुनाव में क्या होने वाला है वह सभी को पता है। जनता को मुद्दों से भटकाने के लिए राहुल सिंह इस तरह के आरोप लगाते हुए घटना को सांप्रदायिक रूप देकर राजनीतिक बढ़त बनाना चाहते हैं। जो दमोह के आपसी सौहार्द के लिए सही नहीं है।
पत्रकार वार्ता में पूर्व मंत्री श्री मलैया ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार पर किसानों से लेकर बेरोजगारों तक के मामले में वादाखिलाफी के भी आरोप लगाए। इस दौरान विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी, सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र गुरु, सांसद प्रतिनिधि आलोक गोस्वामी, जिला भाजपा अध्यक्ष देवनारायण श्रीवास्तव, महामंत्री रमन खत्री, उपाध्यक्ष अखिलेश हजारी, किसान प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गोपाल पटेल, पिछड़ा वर्ग के जिलाध्यक्ष कपिल सोनी, नगरपालिका उपाध्यक्ष नरेंद्र चंदेल, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष प्रमोद विश्वकर्मा, महामंत्री भरत यादव, मनीष सोनी, अनुपम जरिया, मीडिया प्रभारी मनीष तिवारी, मोंटी रैकवार, नीलेश सिंघई, संतोष रोहित, रीतेश सोनी, विशाल शिबहरे,रिंकू गोस्वामी, आलोक मुखरैया,पंकज जड़िया,विक्की ठाकुर, हरि रजक, मोनू चौरसिया
सहित अनेक कार्यकर्ताओं की मौजूदगी रही।
विधायक राहुलसिंह द्वारा लगाए आरोपों पर एक नजर
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