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विधायक राहुल सिंह की शिकायत पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने दमोह ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष नितिन मिश्रा को पार्टी से निष्कासित किया.. जनहित के मुद्दे उठाना पड़ा भारी.. कर सकते हैं हाथी की सवारी..

 जिले की अनुशंसा पर प्रदेश अध्यक्ष ने किया निष्कासित
दमोह। जनहित के मुद्दे उठाकर अपनी ही सरकार मैं सड़क नहीं तो टोल नहीं जैसे प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस के ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष नितिन मिश्रा की आखिरकार 6 साल के लिए कांग्रेस से छुट्टी कर दी गई है। 
पिछले दिनों  विधायक राहुल सिंह के आतिथ्य में बांदकपुर में संपन्न कार्यक्रमो में नितिन को आमंत्रित नहीं किए जाने तथा भाजपा से जुड़े लोधी समाज के अध्यक्ष हाकम सिंह के कार्यक्रम में मौजूद रहने पर नितिन मिश्रा द्वारा आपत्ति दर्ज कराते हुए सोशल मीडिया पर पार्टी नेताओं को लेकर टिप्पणियां की गई थी। जिसके बाद जिला कांग्रेस द्वारा इनको कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
 प्राप्त जानकारी के अनुसार विधायक राहुल सिंह ने ब्लॉक कांग्रेस ग्रामीण के अध्यक्ष नितिन मिश्रा की प्रदेश कांग्रेस एवं जिला कांग्रेस में अनुशासनहीनता की शिकायत कि थी, उसके पश्चात जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय टंडन की रिपोर्ट एवं विधायक राहुल सिंह द्वारा की गई शिकायत को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ब्लॉक कांग्रेस कमेटी दमोह ग्रामीण अध्यक्ष नितिन मिश्रा को कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से 6 वर्ष के लिए निष्कासित कर दिया गया है। मध्य प्रदेश कांग्रेस के संगठन प्रभारी और प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाश  शेखर ने 13 सितंबर को उक्ताशय का निलंबन आदेश जारी किया गया है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष अजय टंडन ने बताया की किसी भी स्थिति में पार्टी में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सोशल मीडिया पर जिस प्रकार कांग्रेस कार्यकर्ताओं में एक-दूसरे के विरुद्ध टीका टिप्पणी की जा रही है इसे अब सहन नहीं किया जाएगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने जिला पदाधिकारियों व सभी विंगों को निर्देश दिए हैं कि बिना जिलाध्यक्ष की अनुमति के किसी भी प्रकार के कार्य ना करें। अन्यथा वे अनुशासनहीनता के दायरे में माने जाएंगे। दमोह कांग्रेस के संगठन प्रभारी सतीश जैन ने कहा कि तत्काल प्रभाव से नितिन मिश्रा को पदमुक्त कर दिया गया है तथा जिला कांग्रेस में कुछ पदाधिकारी गण जिला कांग्रेस के निर्देशों का पालन नहीं कर रहे हैं ऐसे भी पदाधिकारियों को जल्दी जिला कांग्रेस से पद मुक्त किया जाएगा। उपरोक्त जानकारी जिला कांग्रेस के प्रवक्ता आशुतोष शर्मा ने एक विज्ञप्ति जारी करते हुए दी।
रोड नहीं तो टोल नहीं के विरोध में किया था प्रदर्शन-
जबलपुर रोड पर गड्ढे ही गड्ढे हो जाने तथा टोल वसूले जाने के विरोध में नितिन मिश्रा के नेतृत्व में 26 अगस्त को ही कांग्रेस जनों ने रोड नहीं तो टोल नहीं का नारा बुलंद करते हुए जोरदार विरोध प्रदर्शन किया था। जिसमें शहर कांग्रेस, महिला कांग्रेस, युवक कांग्रेस, एनएसयूआई के नेता पदाधिकारी भी शामिल हुए थे
भाजपा के घंटानाद का ढोल बजाकर दिया था जवाब-
इधर 11 सितंबर को भाजपा के घंटा नाद आंदोलन के जवाब में जब कांग्रेस के नेता कमलनाथ सरकार की उपलब्धियां बताने में व्यस्त थे उस दौरान नितिन मिश्रा ने अपने साथियों के साथ ढोल बजाकर भाजपा के 15 साल के शासन की पोल खोलने की कोशिश की थी।
भाजपा के दरवाजे बंद, हाथी की कर सकते हैं सवारी !
ग्रामीण ब्लॉक अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद इस मामले में नितिन मिश्रा से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनका मोबाइल रिसीव नहीं हुआ। इधर जानकारों का कहना है कांग्रेस से छुट्टी के बाद वह और भी आजादी के साथ अपनी ही सरकार के खिलाफ विभिन्न जनहित के मुद्दों को लेकर आंदोलन प्रदर्शनों की शुरूआत कर सकते है। वहीं जरूरत पड़ने पर बसपा के हाथी की सवारी कर सकते हैं क्योंकि उनके मित्र दिनेश मिश्रा बसपा में आने प्रेरित कर सकते है। 
जबकि उनके लिए भाजपा के दरवाजे बंद बताए जा रहे हैं। क्योंकि 10 साल पूर्व नगर पालिका चुनाव के दौरान भाजपा ने उन्हें बजरिया वार्ड से प्रत्याशी घोषित किया था। ऐन मौके पर भाजपा की टिकट छोड़कर कांग्रेस से अध्यक्ष टिकिट हासिल करने वाले अपने चचेरे भाई मनु मिश्रा के पक्ष में मैदान में आ गए थे। तभी से भाजपाई उनसे खार खाए हुए हैं। भाजपा शासन में भी उनके द्वारा तत्कालीन मंत्री जयंत मलैया को लेकर सर्वाधिक विरोध किया गया था इससे भी उनके भाजपा में रास्ते बंद हैं। 
देखना होगा कांग्रेस के दरवाजे बंद हो जाने पर नितिन कौन सी राह पकड़ते हैं। वैसे भी कांग्रेश से निष्कासन और बहाली की राजनीति आम बात है। पिछले साल विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस से निष्कासित नेताओ की लोकसभा चुनाव के पूर्व ससम्मान वापसी को यदि याद किया जाए तो नगर पालिका चुनाव के पहले हुआ का नितिन का निष्कासन कब तक चलेगा इसका भी उनके समर्थकों को इंतजार है। अटल राजेंद्र जैन

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