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CM ने कलेक्टरों को महीने में दो बार गाँव में जाकर समस्याए सुलझाने के निर्देश दिए.. दमोह कलेक्टर को गांवों के स्कूलो में मीनू अनुसार नहीं मिला भोजन.. बच्चों के पास मिली पुरानी पुस्तके ..

महीने में दो बार गाँव में समस्याए सुलझाने के निर्देश-
भोपाल, दमोह। मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने गांव की समस्याओं का गांव में ही समाधान कराने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी कलेक्टरों को महिने में दो बार ब्लाक स्तर पर गांव का भ्रमण कर समस्याओं के सुलझाने के निर्देश बीडियों कांफ्रेस में दिए थे। जिसके बाद आज दमोह कलेक्टर तरूण राठी ने दमोह ब्लाक के अनेक गांवों का भ्रमण करके वहां के हालात देखे। इस दौरान स्कूलों में मीनू के अनुसाह मध्यान्ह भोजन नहीं मिलने के हालात सामने आए। जिस पर कलेक्टर ने संबंधितों को नोटिस जारी करने के निद्रेश दिए है।

स्कूलों में कलेक्टर को मीनू अनुसार नहीं मिला भोजन-
दमोह। कलेक्टर तरूण राठी आज आकस्मिक रूप से हलगज स्थित शासकीय नवीन पूर्व माध्यमिक शाला पहुंचे। यहां पर शिक्षक चन्द्रशेखर नामदेव उपस्थित पाये गये और प्रभारी प्रधान पाठक अर्चना नेमा और शिक्षक बाबूलाल अनुपस्थित पाये गये। बताया गया कि अर्चना नेमा बैंक के काम से गई हुई है। उन्हें मोबाईल से फोन लगाया गया पर फोन रिसीव नहीं हुआ। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत गिरीश मिश्रा मौजूद रहे।
कलेक्टर श्री राठी ने यहां पर वितरित हो रहे, मध्यान्ह भोजन को देखा रोटी और आलू की सब्जी दी जा रही थी। मीनू के अनुसार छात्रों को भोजन की जानकारी ली गई , आज मीनू के अनुसार भोजन नहीं था। छात्रों से जब कल का भोजन के बारे में पूछा गया वह भी मीनू अनुसार पूड़ी-खीर मिलना था, नहीं मिला। छात्रों ने यह भी बताया कि खीर मीठी और अच्छी नहीं मिलती है। श्री राठी ने समूह की महिलाओं से कहा मीनू अनुसार भोजन दें अन्यथा आपके विरूद्ध कार्रवाही की जायेगी। 

 टिकरी बुजुर्ग माध्यमिक शाला पहुंचे कलेक्टर-श्री राठी ने  यहां पर शिक्षक तो सभी मौजूद पाये गये, अध्ययन-अध्यापन कार्य चल रहा था, परंतु  जब कलेक्टर ने छात्रों से पुस्तक वितरण की जानकारी ली और छात्रों से पुस्तक लेकर देखा तो कुछ छात्रों के पास पुरानी पुस्तके पाई गयी। नाराजगी व्यक्त करते हुए, कलेक्टर ने कहा इन बच्चों को नई पुस्तकें क्यों नही मिली। यहां पर मध्यान्ह भोजन समूह की महिला लेकर आई थी, इसमें भी मीनू अनुसार भोजन नहीं था। कलेक्टर ने समूह को नोटिस देने के निर्देश दिये। स्कूल में लाईट तो लगी है, पर कुछ दिनों से बंद है। सुधार कराने के निर्देश दिये गये।
 कलेक्टर तरूण राठी दोपहर करीब 02 बजे आकस्मिक रूप से बलारपुर हाई स्कूल पहुंचकर निरीक्षण किया। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत डॉ. गिरीश मिश्रा भी साथ में मौजूद रहे। उन्होंने यहां छात्रों के प्रवेश की जानकारी ली। तीन छात्र-छात्राएं प्रवेश के लिए आये हुए थे, उनसे कलेक्टर ने चर्चा भी की। इसमें वंदना,शांति और हर्ष वर्मन भी शामिल है। श्री राठी ने साईकिल और पुस्तक वितरण की जानकारी ली। साथ ही उन्होंने यहां पर खेल सामग्री उपलब्धता की जानकारी लेते हुए, खेल सामग्री देखी भी।
 यहां पर 35 साईकिल का वितरण होना बताया गया। यहां मौजूद शिक्षक उपेन्द्र ठाकुर ने बताया तीन शिक्षक इसमें प्रचार्य भी शामिल है, दमोह मॉडल स्कूल प्रशिक्षण हेतु गये हुए है। यहां पर बताया गया कि 130 छात्र प्रवेशित हुए है।
महीने में दो बार गाँव में समस्याए सुलझाने के निर्देश
भोपाल, दमोह। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने वीडियो कांन्फ्रेसिंग के जरिए जनाधिकार कार्यक्रम में कलेक्टरों को संबोधित करते हुए कहा है कि जनहित के काम में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों- कर्मचारियों के खिलाफ की गई कार्यवाही को प्रचारित करें, ताकि आम लोगों को पता चले और अन्य  लापरवाह अधिकारियों को भी सबक मिले। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा व्यवस्था में प्राप्त शिकायतों और समस्याओं का समाधान शत-प्रतिशत होना चाहिए। उन्होंने 10 जिलों के 12 लोगों की समस्याओं का समाधान भी किया। उन्होंने हितग्राहियों से पूछा कि शिकायत दर्ज कराने से लेकर समाधान मिलने तक कितना समय लगा और किन-किन जगह विलंब हुआ। उन्होंने कलेक्टरों से कहा कि शिकायतें आने पर ही निराकरण करने की संस्कृति को समाप्त करें। जिलों के सेवा प्रदाय तंत्र को ऐसा चुस्त दुरूस्त रखें कि शिकायतों की संख्या निरंतर कम होती जाए। उन्होंने कहा कि समय पर समाधान न करने वालों की जिम्मेदारी तय हो और उन पर की जाने वाली कार्यवाई की बुकलेट बनाई जाए ताकि  उन  अपने दायित्व का भान हो सके।

 मुख्यमंत्री ने टीकमगढ़ के किसान दीनदयाल गुप्ता को वर्ष 2017 की सूखा राहत की राशि नहीं मिलने पर नाराजगी जताई। कलेक्टर ने पूछने पर बताया कि जिले में 3325 किसानों को 55 लाख रुपये देना बाकी है। मुख्यमंत्री ने शहडोल के प्रभुलाल यादव को कर्मकार मंडल द्वारा दी जाने वाली छात्रवृत्ति समय पर न मिलने पर भी अप्रसन्नता व्यक्त की। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने आपकी सरकार-आपके द्वार कार्यक्रम के संबंध में कलेक्टरों से चर्चा करते हुए कहा कि वे महीने में दो बार किसी एक ब्लाक और गाँव में जाकर लोगों की समस्याएँ सुनने और तत्काल निराकरण योग्य समस्याओं का स्थल पर ही निराकरण करें। उन्होंने कलेक्टरों को प्रत्येक माह राज्य मुख्यालय को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने जिलों में खाद-बीज की उपलब्धता के संबंध में पूछा, तो कलेक्टरों ने बताया कि खाद-बीज की कोई कमी नहीं है। उन्होंने कई मुद्दों पर कलेक्टरों से बात की और निर्देश दिये। स्कूल चलें हम अभियान के अंतर्गत दाखिला मिले बच्चों के संबंध में श्री नाथ ने कहा कि यह देखना होगा कि दाखिला लिये बच्चे किसी भी कारण से स्कूल नहीं छोड़ें। 

मुख्यमंत्री ने औद्योगिक निवेश के संबंध में कहा कि वे जिलों में सहयोगी की भूमिका में निवेशकों का साथ दें, उनकी मदद करें। कौशल विकास केन्द्रों के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आकलन करें कि प्रशिक्षण के बाद रोजगार मिलने और स्वरोजगार स्थापित करने में कितनी सफलता मिली। सिर्फ कौशल प्रशिक्षण देना पर्याप्त नहीं है। कानून-व्यवस्था के संबंध में उन्होंने कहा कि आपसी समन्वय एवं सावधान रहने से कानून-व्यवस्था पर बेहतर नियंत्रण हो सकेगा। प्रयोग के तौर पर तीन जिलों की अपनी हेल्पलाइन स्थापित करें-मुख्यमंत्री श्री नाथ ने सीएम हेल्पलाइन 181 की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रयोग के तौर पर तीन जिलों की अपनी हेल्प लाइन स्थापित करें और इसका परिणाम देखें। इसी प्रकार प्रत्येक सेक्टर के लिए अलग-अलग हेल्पलाइन भी स्थापित की जा सकती है। उन्होंने कहा कि जिस जिले में सेवा प्रदाय तंत्र कमजोर होता है, वहां से ज्यादा शिकायतें मिलती हैं। इसी प्रकार जिस जिले में शिकायत नहीं के बराबर हैं, इसका मतलब जनता ने शासन से उम्मीद करना बंद कर दिया है। दोनों स्थितियां ठीक नहीं हैं। शिकायत निवारण का तंत्र नीचे से ऊपर की ओर काम करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने उज्जैन जिले के बड़नगर विकासखंड के श्री मकबूल की उपार्जन का भुगतान न होने, गुना के मकसूदनगढ़ की श्रीमती ताराबाई को प्राकृतिक प्रकोप की राशि नहीं मिलने, शहडोल के जयसिंहनगर के श्री प्रभुदयाल की बेटी को छात्रवृत्ति न मिलने, सागर में गोड़झामर के बद्रीप्रसाद, मंदसौर के श्री सराफत, टीकमगढ़ के श्री दीनदयाल, राजगढ़ के श्री रामचन्द्र सोलंकी, बड़वानी के श्री विजय, देवास के श्री बलराम कोक को जननी सुरक्षा का लाभ न मिलने जैसी शिकायत का निराकरण किया।

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