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अघोषित विद्युत कटौती के खिलाफ.. पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के नेतृत्व में भाजपा ने लालटेन यात्रा निकाली.. बिजली दफ्तर के सामने चकाजाम करने वाले नेताओं पर FIR के बाद भी भाजपा का विरोध प्रदर्शन जारी..

विद्युत कटौती.. जयंत मलैया लालटेन लेकर निकले.. 
दमोह। अघोषित विद्युत कटौती के विरोध में भाजपा के विरोध प्रदर्शन का दौर दूसरे दिन भी जारी रहा। पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया के नेतृत्व में भाजपा नेताओं ने लालटेन यात्रा निकालकर बिजली कटौती के खिलाफ शंखनाद किया। इधर भाजपा नेताओं के खिलाफ पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। 
 भीषण गर्मी में लगातार जारी अघोषित विद्युत कटौती के खिलाफ भाजपा ने आंदोलन प्रदर्शन की श्रंखला में बुधवार शाम जिला भाजपा कार्यालय से लालटेन यात्रा निकाली  गई। जिसमें पूर्व मंत्री जयंत मलैया के साथ जिला भाजपा अध्यक्ष देवनारायण श्रीवास्तव सहित पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्तागण सम्मिलित हुए। अंबेडकर चौक, घंटाघर, सर्राफा, बकोली, चरहाई, अस्पताल चौक से लालटेन यात्रा वापस जिला भाजपा कार्यालय पहुंचकर संपन्न हुई। इस दौरान पूर्व वित्त मंत्री श्री जयंत मलैया ने कहा कि बिजली के मामले में पूरे मध्यप्रदेश में अराजक माहौल निर्मित हो चुका है लोग अघोषित कटौती से पूरी तरह से परेशान है। कमलनाथ सरकार बिजली देने के मामले में हर मोर्चे पर असफल साबित हो रही है। उल्लेखनीय है कि अघोषित बिजली कटौती के खिलाफ में मंगलवार को भाजपा द्वारा जबलपुर नाका विद्युत मंडल कार्यालय के सामने चका जाम प्रदर्शन किया गया था।  
बुधवार को जबलपुर नाका पुलिस चौकी में 50 से अधिक भाजपा नेताओं के खिलाफ इस मामले मे अपराध पंजीबद्ध किया गया है। एसपी विवेक सिंह ने बताया कि सड़क जाम कर प्रदर्शन के मामले में पूर्व मंत्री जयंत मलैया हटा तथा जबेरा के भाजपा विधायक जिला भाजपा अध्यक्ष सहित 50 से अधिक लोगों के खिलाफ धारा 341 और 147 के तहत FIR दर्ज की गई है। उल्लेखनीय है कि भाजपा द्वारा अघोषित बिजली कटौती के खिलाफ मंगलवार को जबलपुर नाका विद्युत मंडल कार्यालय के बाहर करीब घन्टे भर तक धरना प्रदर्शन किया गया था। इस दौरान भाजपा द्वारा पूर्व में औपचारिक चक्का जाम की घोषणा की गई थी। 
मंगलवार को भाजपा के चक्का जाम प्रदर्शन के पूर्व ही पुलिस द्वारा कलेक्ट्रेट के सामने बैरिकेट्स रखवा कर पूरे सड़क को जाम करा दिया गया था, जिससे भाजपा को आंदोलन प्रदर्शन करना बेहद आसान हो गया था। कल भाजपा के आंदोलन के दौरान पुलिस तथा प्रशासनिक अधिकारियों का रवैया सहयोगात्मक तथा सकारात्मक नजर आया था परंतु अचानक आज ऐसा क्या हुआ की पुलिस के द्वारा पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया, विधायक पीएल तंतुवाय एवं धर्मेंद्र सिंह लोधी सहित 50 से अधिक भाजपा नेताओं के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई ?
पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों के के इस बदले हुए रवैया के पीछे कांग्रेस विधायक राहुल सिंह बताए जा रहे है। जिन्होंने भाजपा के चक्का जाम आंदोलन प्रदर्शन के बाद विद्युत आपूर्ति बाधित होने के मामले में भाजपा नेताओं पर गंभीर आरोप लगाए थे। यहां तक कि उन्होंने इस मामले में पूर्व वित्त मंत्री जयंत मलैया  पर औछी राजनीति करने की बात कही थी। तथा इस मामले में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया था। माना जा रहा है कि इसी के बाद आज पुलिस द्वारा 50 से अधिक भाजपा नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज की गई। 
कुल मिलाकर बिजली को लेकर भाजपा तथा कांग्रेस के बीच जारी रस्साकशी भरे हालात में विद्युत मंडल के अधिकारी कर्मचारी बेहद तनाव भरे हालात में नजर आ रहे हैं।  मानसून की दस्तक के पूर्व आंधी तूफान की बजह से भी अब सप्लाई बाधित होने लगी है वहीं मेंटेनेंस का कार्य प्रभावित हो रहा है। ऐसे में यदि राजनीति इसी तरह जारी रही और बिजली विभाग के अधिकारी कर्मचारीयो के हाथ से सुधार कार्य बाहर निकल गया तो इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ सकता है। अटलराजेंद्र जैन की रिपोर्ट

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