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विद्युत मंडल व जनपद में.. जबलपुर तथा सागर लोकायुक्त की कार्रवाई से मचा हड़कंप.. एक दिन में 3 जगह 6 रिश्वतखोरो पर कसा लोकायुक्त का शिकंजा..

एक दिन में 3 जगह 6 रिश्वतखोरो पर शिकंजा-
छतरपुर/छिंदवाड़ा चुनाव आचार संहिता के दौरान भी मध्यप्रदेश में रिश्वतखोरी का दंश आम आदमी को परेशान किए हुए हैं वहीं लोकायुक्त द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई यों के बाद भी भ्रष्ट तंत्र अपनी आदतों से बाज आता नजर नहीं आ रहा। शुक्रवार 4 अप्रैल को रिश्वतखोरी के 3 मामले सामने आए है। जिनमें में जबलपुर तथा सागर लोकायुक्त की अलग अलग टीमो द्वारा कार्यवाही करते हुए अपराध पंजीबद्ध किए हैं।
जनपद के इंजीनियर, बाबू, ऑपरेटर को दबोचा- 
सागर लोकायुक्त की टीम ने डीएसपी राजेश खेड़े के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए छतरपुर जिले के राजनगर जनपद की रिश्वतखोर तिकड़ी को 16 हजार रुपए के साथ रंगे हाथों पकड़ा है। रंगे हाथों पकड़े गए लोगों में इंजीनियर, बाबू और डाटा एंट्री ऑपरेटर शामिल है।
सरपंच बरेठी गणेश कुशवाहा से स्वीकृति बिल मूल्यांकन और बिल पास के लिए रिश्वत लेंने बालों में  सब इंजीनियर सीताराम रावत को 6 हजार और बाबू जगदीश त्रिपाठी को 5 हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया। वहीं बाबू जगदीश त्रिपाठी ने रिश्वत के 5 हजार लेने के बाद तत्काल ही डाटा एंट्री ऑपरेटर कमर अली को पकड़ा दिए। जिस पर डाटा एंट्री ऑपरेटर को भी आरोपी बनाया गया है।
 पंचायत सचिव को 10 हजार के साथ पकड़ा-

छतरपुर पहुंची सागर लोकायुक्त की टीम ने टी आई  बीएम द्विवेदी के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए मोटे के महावीर क्षेत्र से  एक पंचायत सचिव को 10 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। खोप पंचायत का सचिव मनोज खरे बेखोफ होकर रहमान बक्श से रिश्वत की है रकम ले रहा था  कि अचानक  दबोच लिया गया। रहमान बक्स ने लोकायुक्त में शिकायत की थी कि  उसके खेत में बाउंड्री वॉल बनाने हेतु एनओसी देने के एवज में सचिव द्वारा  रिश्वत मांगी जा रही है  जिसके बाद  सागर से पहुंची लोकायुक्त टीम ने  रिश्वतखोर सचिव को  शिकंजे में लेने में कोई देरी नहीं की।
विद्युत मंडल का कनिष्ठ यंत्री व आपरेटर पकड़ा-
जबलपुर लोकायुक्त की टीम ने छिंदवाड़ा जिले के परासिया क्षेत्र में विद्युत मंडल के कनिष्ठ यंत्री तथा कंप्यूटर ऑपरेटर को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ कर करवाई की है। पमला निवासी शेर खान द्वारा लोकायुक्त को शिकायत की गई थी कि नया मीटर लगाने के बदले में 9500 रु की मांग की जा रही है। इसके बाद आज जबलपुर से पहुंची लोकायुक्त टीम ने डीएसपी जेपी वर्मा के नेतृत्व में कार्यवाही करते हुए विद्युत मंडल के कनिष्ठ यंत्री विवेक दुबे को कंप्यूटर ऑपरेटर आशीष शर्मा कुंडली कला के माध्यम से 8000 रु की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।

 इनके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है। टीम में निरीक्षक ऑस्कर किंडो, उपनिरीक्षक नरेश बेहरा, आरक्षक  जुबैद खान, राकेश विश्वकर्मा, सोनू चोकसे शामिल रहे। 4 अप्रैल को सामने आए रिश्वतखोरी के तीन मामलों ने साबित कर दिया है कि मध्य प्रदेश में बिना लंदन के छोटे छोटे काम भी नहीं किए जा रहे हैं वहीं लगातार लोकायुक्त कार्यवाही के बाद भी रिश्वतखोरी करने वाले बेखौफ बने हुए है।

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