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भारत की एयर स्ट्राइक से तिलमिलाए पाक को चीन ने संयम, ऑस्ट्रेलिया ने आतंकियों पर लगाम की सलाह दी.. आतंकी मसूद अजहर के भाई और साले के भी ढेर होने की खबर..

 तिलमिलाए पाक को मित्र देशों ने दी सिर्फ सलाह-
नई दिल्ली। पाक अधिकृत कश्मीर और इससे जुड़े इलाके में भारतीय विमानों द्वारा की गई स्ट्राइक से पाकिस्तान हुक्मरान जमकर दिल मिलाए हुए हैं। वहीं पाकिस्तान के मित्र देश मदद के बजाय सलाह देते नजर आ रहे हैं। चीन में जहां पाकिस्तान को संयम की सलाह दी है वहीं आस्ट्रेलिया ने आतंकी कैंपों के सफाई का मशवरा दिया है ऐसे में पाकिस्तान प्रधानमंत्री इस स्ट्राइक का समय आने पर जवाब देने की बात करते नजर आ रहे हैं जबकि उनकी संसद में उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
भारत द्वारा पाकिस्तान की सरहद में घुसकर किए गए एयर स्ट्राइक में 325 आतंकी मारे गए हैं। भारत के 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े ठिकाने को ध्वस्त कर दिया गया। यह हमला आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मौलाना मसूद अजहर के लिए सबसे बड़ा झटका साबित हुआ है। हमले में मसूद अजहर के दो भाई, साला और दो कमांडर मारे गए। 
आतंकी मसूद अजहर के साले. मौलान यूसुफ अजहर, बड़ा भाई इब्राहिम अजहर, छोटे भाई मौलाना तल्हा सेफ,. मौलाना अम्मार (अफगानिस्तान इंचार्ज) और मौलाना अजहर खान (कश्मीर इंचार्ज) के भी मारे जाने की खबर है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। गौरतलब है कि यूसुफ अजहर की 1999 में फ्लाइट IC-814 के अपहरण मामले में तलाश थी। कंधार कांड के बाद ही आतंकी मसूद अजहर को भारत ने रिहा किया गया था। बालाकोट आतंकी कैंप की जिम्मेदारी यूसुफ अजहर के पास ही थी। भारत की ओर से उसे भी मोस्ट वांटेड की लिस्ट में डाला गया था। वह हाईजैकिंग, किडनैपिंग और हत्या के मामले में वॉन्टेड था। इंटरपोल की तरफ से उसके खिलाफ नोटिस जारी किया गया था।
चीन ने भारत-पाक से संयम बरतने का आह्वान किया-



चीन ने मंगलवार को भारत और पाकिस्तान से संयम बरतने का आह्वान किया और नई दिल्ली से आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई अंतरराष्ट्रीय सहयोग के जरिए जारी रखने को कहा है. चीन की यह टिप्पणी सुबह पाकिस्तान में स्थित आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े शिविर पर भारतीय लड़ाकू विमानों के हमले के कुछ घंटे बाद आई है.
पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर भारत के हवाई हमलों के संबंध में चीन की प्रतिक्रिया पूछे जाने पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने यहां मीडिया से कहा, हमने संबंधित खबरों को देखा है.उन्होंने कहा, मैं कहना चाहता हूं कि भारत और पाकिस्तान दक्षिण एशिया में दो महत्वपूर्ण देश हैं. दोनों के बीच मधुर संबंध और सहयोग दोनों देशों के हित में हैं और दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता के लिए भी अहम है. उन्होंने कहा, हम उम्मीद करते हैं कि भारत और पाकिस्तान संयम बरतेंगे तथा अपने द्विपक्षीय रिश्तों को परस्पर और मजबूत करेंगे।
ऑस्ट्रेलिया ने आतंकी संगठनों पर रोक लगाने कहा
 भारत के एक्शन पर ऑस्ट्रेलिया ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि पाकिस्तान को उन आतंकी संगठनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए जो पाकिस्तान से भारत के खिलाफ आतंक फैलाने का काम करते हैं. ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान से जैश ए मोहम्मद और लश्करे तैयबा जैसे संगठनों पर रोक लगाने की मांग की है.14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भी ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री मेरीस पायने ने संवेदना व्यक्त की थी. ऑस्ट्रेलिया ने अपने बयान में कहा है कि पाकिस्तान को अपने एरिया में जैश ए मोहम्मद की गतिविधियों पर लगाम लगानी चाहिए. किसी भी आतंकवादी संगठन को अपने क्षेत्र से कानून और किसी भी अन्य तरीके की गतिविधियों को चलाने की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए. पाकिस्तान को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त एक्शन लेना चाहिए.अगर इस तरह का प्रयास किया जाता है तो यह शांति व्यवस्था स्थापित करने में बड़ मदद करेगा. इससे विवादों को निपटाने में भी आसानी होगी. ऑस्ट्रेलिया ने दोनों देशों से अपील की है कि हालात को काबू में करने के लिए दोनों देशों को कोशिश करनी चाहिए. कोई भी ऐसा कदम उठाने से बचना चाहिए जिससे इससे इलाके की शांति और सुरक्षा को किसी तरह का नुकसान पहुंचे. ऑस्ट्रेलिया का यह भी कहना है कि बातचीत के आधार पर इस मसले को शांतिपूर्ण तरीके से निपटाया जा सके.  
दूसरी ओर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि भारत ने अनावश्यक रूप से आक्रामकता दिखाई है. इमरान ने कहा कि पाकिस्तान सही वक्त और सही जगह पर जवाब देगा. उन्होंने तीनों सेना प्रमुखों की बैठक बुलाई है. भारत के हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ नारेबाजी की जा रही है. उन पर भारत को जवाब देने का दबाव बनाया जा रहा है. पाकिस्तान में इस बात पर तेजी से मंथन हो रहा है कि इस मसले को इंटरनैशनल फोरम पर कैसे उठाया जाए और इससे किस तरह सहानुभूति हासिल की जाए 

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