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पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अचानक जबेरा कृषि मंडी पहुचे.. किसानों की समस्या सुन कलेक्टर को मोबाइल लगाकर दिए निर्देश..

किसानों की समस्या को लेकर कलेक्टर से की बात
दमोह। जबेरा कृषि उपज मंडी का निरीक्षण करने  अचानक पहुंचे  पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने  किसानों की समस्याओं को सुना और उनके निराकरण हेतु कलेक्टर को मोबाइल लगाकर निर्देश दिए। इस मौके पर विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी,  पूर्व विधायक लखन पटेल, वरिष्ठ नेता रूपेश सेन सहित भाजपा कार्यकर्ताओं की मौजूदगी रही।
श्री चौहान शनिवार की शाम शहीद अश्वनीकुमार की अंतिम यात्रा में सम्मिलित होने के उपरांत ग्राम खुडाबल से लौटते हुए अचानक कृषि उपज मंडी जबेरा पहुचे थे।जहा उन्होंने उपस्थित किसानों से उनकी समस्या जानी और किसानों ने अपनी मुख्य समस्या धान की तुलाई न होना एव खरीदी केंद्र से धान का अभी तक उठाव न होना बताया साथ ही अन्य समस्याओं से भी अवगत करते हुए किसानो ने बताया कि खरीदी केंद्र कृषि उपज मंडी में 19 जनवरी के पहले लगभग एक माह पूर्व धान  मंडी में पहुचा दी थी। पर बारदाना , धागा , टैग इत्यादि की कमी बताकर आज तक नही तुलाई की गई । बही उसी दिन से धान कृषि उपज मंडी में पड़ी हुई है।टोकन लेकर समय सीमा पर किसान धान ख़रीदी केंद्र पहुँचा था,जिसमे किसानो की कोई गलती नही है।किन्तु हमे तुलाई के नाम पर लगातार भटकाया जा रहा है।
किसानों की समस्या को गम्भीरता से लेते हुए पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तत्काल मोबाइल पर कलेक्टर सहित सीएस से बात कर किसानों की समस्या का शीघ्र निराकरण करने कहा है।यदि शीघ्र ही समस्या का निदान नही हुआ।तो वे किसानों के साथ मिलकर एक आंदोलन छेड़ेंगे।जिसकी जबाबदारी शासन की रहेगी। कुछ किसानों ने बताया कि हमारी उपज तुले दो माह तक हो गए किन्तु आज दिनाँक तक पैसा नही डाला गया । जबकि लगातार वर्षा के कारण हमारी खुले में पड़ी धान ख़राब हो रही है एवं जानवर उसे खा रहे है। बगैर देखरेख में पड़ी धान की चोरी भी हो रही है। अब इसका नुकसान कौन देगा। हम लोग अपनी मजदूरी छोड़कर प्रतिदिन खरीदी केंद्र पहुचते है और अपनी धान के देख रेख करते है। पर वहां कुछ नही होता । हमारे घर में शादी है और पैसा नही है जिससे परेशानी का सामना करना पड़ता है। 
कर्मचारी जानबूझकर परेशान करने के उद्देश्य से कोई कार्यवाही नही कर रहा है । जिला प्रशासन बस रिपोर्ट ऊपर भेजकर अपने को सिर्फ बचाने में लगा है। वास्तविकता से बच रहा है किसानों का कहना है कि अगर तुलाई के पूर्व समिति की गलती से फीडिंग हो गई वो ही उसका समाधान करे।पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जब उपस्थित मंडी कर्मचारी से इस संबंध में बात की तो उन्होंने कहा कि निर्धारित अंतिम दिनांक को धान खरीदी केंद्र मंडी जबेरा आई थी। परंतु बारदाने की कमी के कारण किसानों का माल उन्ही के बारदाने में तोल लिया था। जो अब भी रखा है। जबेरा मंडी से करीब 64 किसान है। जबेरा से मयंक जैन की रिपोर्ट

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